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बीच बहस
ग्राउंड रिपोर्ट: पेंशनधारी बुजुर्गों को सिर्फ मोदी चाहिए, विकास नहीं है मुद्दा
देहरादून। देहरादून शहर का एक रिहायशी इलाका बंजारावाला। हाल के वर्षों में इस इलाके में बड़ी संख्या में निर्माण हुए हैं। पहाड़ से पलायन करने वाले लोगों ने बड़ी संख्या में यहां आकर घर बनाये हैं। 60-62 साल तक...
बीच बहस
ई-वेस्ट स्पेशल: शहरों में मुसीबत का पहाड़ बनता जा रहा है इलेक्ट्रॉनिक कचरा
पिछले दो दशक में जिस प्रकार से इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के उपयोग में क्रन्तिकारी बढ़ोत्तरी हुई है। इसी प्रकार से इलेक्ट्रॉनिक कचरों में भी वृद्धि हुई है। वर्ष 2005 में देश में 1.46 लाख मीट्रिक टन e-waste निकला था। जो...
संस्कृति-समाज
जीरो माइल पटनाः बदलते शहर में समाज और विकास
उर्मिलेश -
शहरों पर किताबें पहले भी लिखी गयी हैं, आज भी लिखी जा रही हैं और आगे भी लिखी जायेंगी। कुछ किताबें शहरों का इतिहास बताती हैं, कुछ समाजशास्त्र और कुछ खास घटनाओं के उल्लेख के जरिये शहर की कहानी...
ज़रूरी ख़बर
मेरी रूस यात्रा-3: शहर ही नहीं रूस के गांव भी हैं बेहद समृद्ध
हमारा अगला पड़ाव मॉस्को से 220 किलोमीटर पूरब, रूस का लगभग 1000 साल पुराना शहर व्लादीमिर था। यहां तक की यात्रा 3 घंटे 30 मिनट में पूरी हुई। यहां पेट्रोल 50.19 रुपये प्रति लीटर है इसलिए टैक्सी उतनी महंगी...
बीच बहस
पुस्तक समीक्षा: त्रासदियों की नींव पर घटती नई त्रासदियों की कहानी
Janchowk -
'एक देश बारह दुनिया' पुस्तक अनूठे भाषा-प्रवाह और दृश्य-बिम्बों के कारण अपने पहले पन्ने से ही पाठकों को बांधकर आगे बढ़ती हुई नजर आती है। फिर भी पुस्तक की भाषा और भावपूर्ण प्रस्तुति इसकी दूसरा विशेषता कही जाएगी। इसकी...
बीच बहस
भारत में मानव अपशिष्ट निष्पादन एक गंभीर समस्या
अगर हम शहरी स्वच्छता की बात करें तो इस मामले में प्रमुख चुनौती है समस्या की विराटता की अनदेखी। शहरी स्वच्छता की चुनौतियां कई तरह की हैं और इसकी उपेक्षा करना स्वच्छता के मोर्चे पर भारत का प्रदर्शन पीछे...
बीच बहस
मुक्ति कामना का प्रतीक ‘द व्हाइट टाइगर’
एक सफेद शेर है जो पिंजरे में कैद है और उसकी बेचैनी, उसका गुस्सा और उसकी तड़प- सब एक तरफ और दुनिया के झंझट और मुसीबतें एक तरफ, अरविंद अडिगा के उपन्यास पर आधारित फिल्म "द व्हाइट टाइगर" को...
ज़रूरी ख़बर
गुजरात मॉडल लोगों को बेघर करने का है मॉडल
कल 10 अक्तूबर को विश्व बेघर दिवस था। बेघरी को लेकर कल इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटीज (IGSSS) ने एक वेबिनार कार्यक्रम रखा। इसमें कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान और सामान्य दिनों में भी बेघर लोगों के साथ होने...
संस्कृति-समाज
पुस्तक समीक्षा: झूठ की ज़ुबान पर बैठे दमनकारी तंत्र की अंतर्कथा
“मैं यहां महज़ कहानी पढ़ने नहीं आया था। इस शहर ने एक बेहतरीन कलाकार और प्रतिभाशाली रचनाकार को निगल लिया था। उसकी डायरी एक उत्कृष्ट नमूना थी। इस बात की गवाही थी कि वो नायक था। लेकिन उसके होने...
बीच बहस
प्रवासी श्रमिकों का बहुलांश दलित एवं पिछड़ी जातियां हैं
शंबूक -
(इंडियन एक्सप्रेस में 9 जून को प्रकाशित सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी आपदा के बाद अपने घरों को पलायन करने वाले श्रमिक दलित एवं पिछड़ी जातियों से हैं)
भारत में कोरोना वायरस आपदा के शुरू होने के पश्चात बड़े...
Latest News
AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र
लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।
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