Saturday, April 20, 2024

Development

ग्राउंड रिपोर्ट: पेंशनधारी बुजुर्गों को सिर्फ मोदी चाहिए, विकास नहीं है मुद्दा

देहरादून। देहरादून शहर का एक रिहायशी इलाका बंजारावाला। हाल के वर्षों में इस इलाके में बड़ी संख्या में निर्माण हुए हैं। पहाड़ से पलायन करने वाले लोगों ने बड़ी संख्या में यहां आकर घर बनाये हैं। 60-62 साल तक...

ग्राउंड रिपोर्ट: जम्मू के ‘गिल कुणान’ गांव की सड़क बदहाल, पैदल आने-जाने को मजबूर हैं ग्रामीण

डोडा, जम्मू। भारत एक सुंदर देश होने के साथ-साथ कई छोटी बड़ी समस्याओं से भी उलझा हुआ है। इन समस्याओं में सबसे अहम सड़कों का नहीं होना है। हालांकि पिछले कुछ दशकों में देश में उन्नत सड़कों का जाल...

ग्राउंड रिपोर्ट: राजस्थान के भोपालाराम गांव की कच्ची सड़क ने रोका विकास का पहिया, ग्रामीण परेशान

लूणकरणसर, राजस्थान। वैसे तो देश के विकास में सभी क्षेत्रों का समान योगदान होता है। लेकिन इसमें सड़कों की सबसे बड़ी भूमिका होती है। कहा जाता है कि जर्जर सड़क से विकास नहीं गुज़र सकता। यानि जिस क्षेत्र की...

झारखंड: विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई से बिगड़ता पर्यावरण संतुलन

रांची। निरंतर प्रगति करते देश व राज्य के लिए जहां सरकारी योजनाओं पर आधारित विकास एक अवधारणा है, वहीं उक्त विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में कई विसंगतियां भी देखने-सुनने को मिलती हैं। जिससे हमारा जीवन या यूं कहें कि...

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का काफी कुछ भविष्य मुंबई बैठक से तय होगा!

विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया’ यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस की तीसरी बैठक 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में हो रही है। इससे पहले दो बैठकें पटना और बेंगलुरू में हो चुकी हैं। बिहार के मुख्यमंत्री...

हिमाचल में जल आपदा: विकास के नाम पर पहाड़ों का सीना छलनी करने की चुकानी पड़ रही है कीमत

करीब एक महीने के भीतर हिमाचल प्रदेश पर मौसम ने दो बार बड़ी मार की है। 2013 में केदारनाथ आपदा के समय उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल के भी कई इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ आई थी। उसके...

ग्राउंड रिपोर्ट: पीएम मोदी के गोद लिए गांव जयापुर के अस्पताल पर लगा रहता है ताला, बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं खेत

वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2014 के संपन्न होने के बाद सत्तारूढ़ दल के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत जयापुर गांव को गोद लिया था। तब ग्रामीणों को सपना दिखाया गया कि...

जीडीपी के आंकड़ों में उलझा देश आखिर कब तक बेवकूफ बनाया जायेगा?

भारत में जीडीपी के आंकड़े सरकार और एजेंसियों के लिए एक आश्चर्यजनक उत्साह जगाने वाले हैं। 2022-23 की चौथी तिमाही के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 5.1% की विकास का अनुमान लगाया था, जो वास्तव में 6.1% हुआ...

जीडीपी-प्रति व्यक्ति आय: मनमोहन सिंह के 10 सालों की तुलना में मोदी के 9 साल 

नई दिल्ली। फरवरी 2023 के आधिकारिक अनुमानों के अनुसार 22-23 वित्तीय वर्ष के अंत तक भारत की जीडीपी 159.7 लाख करोड़ आंकी गई है। यूपीए शासनकाल के मार्च 2014 तक भारत की जीडीपी 98 लाख करोड़ रूपये थी। इसके...

कर्नाटक चुनाव: ‘हिंदुत्व की प्रयोगशाला’ में इस बार ‘विकास’ और ‘राष्ट्रवाद’

नई दिल्ली। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, भाजपा चुनावी मैदान में पस्त होते नजर आ रही है। भाजपा ने 2018 के चुनाव में राज्य में कांग्रेस शासन (2013-2018) के दौरान...

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क्या कांग्रेस घोषणापत्र मुस्लिम लीग की सोच को प्रतिबिंबित करता है?

गत 4 अप्रैल, 2024 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 2024 के आम चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। पार्टी...