ज़रा सोचिए... , नई दिल्ली, मंगलवार , 15-05-2018
जनचौक ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत की यात्रा पर आए बांग्लादेश के एक पत्रकार और उसकी महिला मित्र के साथ लूटपाट के बाद जानलेवा हमले की घटना घटी है। मामला मथुरा रेलवे जंक्शन का है। बांग्लादेश के रोर बांग्ला में असिस्टेंट एडिटर पद पर कार्यरत तहसीन महमूद कल रात 10 बजे आगरा से दिल्ली के लिए तूफान एक्सप्रेस में सवार हुए। ट्रेन अभी मथुरा पहुंची थी कि रात में तकरीबन एक बजे उनकी बोगी एस-4 में कुछ उचक्कों ने उनकी महिला मित्र का पर्स छीन लिया।
महमूद ने जनचौक को बताया कि लुटेरों ने पर्स इतनी तेजी से खींचा कि महिला मित्र प्लेटफार्म पर गिर गयीं। उसके बाद हमलावरों ने रेलवे लाइन के नीचे धकेल कर उन्हें जान से मारने की कोशिश की। महमूद का कहना था कि तभी ट्रेन चल दी। फिर उन्होंने चेन खींचकर ट्रेन को रोका और अपनी मित्र को बचा पाने में सफल रहे। लेकिन इस बीच वो बेहोश हो गयी थीं।

उन्होंने बताया कि पत्रकार होने के नाते उन्होंने मामले की छानबीन शुरू कर दी। ट्रेन में सादे ड्रेस में सेना के दो जवान सवार थे। उन दोनों ने उनकी मदद की। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का अंदेशा है कि कोई शख्स वहां था और उसका किसी आपराधिक गैंग से रिश्ता रहा होगा।
महमूद ने बताया की आज सुबह उन्होंने पुलिस और रेलवे स्टेशन के पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। उन्होंने बताया कि वो पुलिस को नाम और नंबर देना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उसे लेने से इंकार कर दिया।
साथ चल रही महिला पत्रकार के बारे में उन्होंने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि वो ढाका विश्वविद्यालय की छात्रा हैं और उन्हें वहां से गोल्ड मेडल और डीन अवार्ड मिल चुका है। उन्होंने बताया कि इस घटना में उनकी मौत हो सकती थी अगर वो पूरी मजबूती के साथ बदमाशों का मुकाबला नहीं करतीं।

उन्होंने बताया कि वो मास कम्यूनिकेशन के किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हैं। आज वो शिमला जा रहे हैं और फिर वहां से लौटकर दिल्ली होते हुए फिर बांग्लादेश लौट जाएंगे। घटना के पीछे किसी गहरे षड्यंत्र की बात से उन्होंने इंकार कर दिया। लेकिन साथ ही इस बात को जरूर कहा कि अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए।
https://www.youtube.com/watch?v=_6Irw1R5H9s&feature=youtu.be