Saturday, April 20, 2024

आपदा में अवसर: भाजपा विधायक निजी अस्पतालों से ले रहे हैं टीके में कमीशन, सरकारी अस्पतालों से टीका हुआ नदारद

“टीके के एक खुराक की कीमत 900 रुपये वसूली जा रही है क्योंकि इसमें 700 रुपये रवि सुब्रमण्यम को देने होते हैं” – उपरोक्त बातें वायरल हुये एक ऑडियो में कर्नाटक के एक निजी अस्पताल की सुपरवाइजर कह रही है।

बता दें कि रवि सुब्रमण्यम खुद भाजपा विधायक हैं और नरेंद्र मोदी के चहते राष्ट्रीय युवा मोर्चा भाजपा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के चाचा हैं।

ऑडियो वॉयरल होने के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या व भाजपा विधायक रवि सुब्रमण्यम की गिरफ्तारी की मांग की है।

कल कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि- कर्नाटक के एक निजी अस्पताल में कोरोना रोधी टीके की प्रति खुराक पर कमीशन लिया जा रहा है और इसमें भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या के नजदीकी रिश्तेदार एवं विधायक रवि सुब्रमण्यम की सीधे तौर पर संलिप्तता है। भाजपा के इन दोनों नेताओं के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज़ कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए तथा उनकी लोकसभा एवं विधानसभा की सदस्यता को रद्द किया जाना चाहिए।

पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘कर्नाटक के एक निजी अस्पताल की सुपरवाइजर इस ऑडियो में एक मरीज से यह कहते हुए सुनी जा सकती हैं कि टीके के एक खुराक की कीमत 900 रुपये वसूली जा रही है क्योंकि इसमें 700 रुपये सुब्रमण्यम को देने होते हैं।’

पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या शहर में तेजस्वी सूर्या की होर्डिंग्स लगी है, जिसमें लोगों को एक खास अस्पताल में वैक्सीन लेने को कहा जा रहा है। आम लोगों के लिए सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मौजूद नहीं है। ऐसे में हम लोग जानना चाहते हैं कि इन प्राइवेट अस्पतालों में यह वैक्सीन कैसे मिल रही है?  क्या इसकी वजह यही कमीशन है? ऐसे समय में जब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आतुर हैं, बीजेपी के प्रतिनिधि लोगों से पैसे कमाने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता खेड़ा ने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि तेजस्वी सूर्या और उनके रिश्तेदार रवि सुब्रमण्यम के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जाए। कुछ सांसदों के पश्न पूछने के बदले पैसे लेने के मामले की तर्ज़ पर इस मामले में भी सूर्या की लोकसभा और सुब्रमण्यम की विधानसभा की सदस्य रद्द करनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि “अगर कर्नाटक की जनता को टीके की कालाबाज़ारी से बचाना है तो भाजपा के इन नेताओं की गिरफ्तारी की जाए। और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इस विषय पर सामने आकर जवाब देना चाहिए।”

कांग्रेस के उपरोक्त आरोप पर फिलहाल भाजपा या तेजस्वी सूर्या की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।

जबकि भाजपा विधायक रवि सुब्रमण्यम ने ट्वीट के जरिए और कर्नाटक की स्थानीय मीडिया से बातचीत में अपने खिलाफ़ लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि कुछ शरारती तत्व उनके नाम गलत ढंग से इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि कुछ बदमाशों ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिए कोविड वैक्सीन शुल्क लेने के आरोप में मेरे नाम का इस्तेमाल किया है। मैंने होसाकरहल्ली में ‘एवी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल’ का दौरा किया था, जहां उस घटना को ऑडियो में इस तरह से हाईलाइट किया गया है और मेरे खिलाफ़ ये आरोप जान बूझकर लगाये गये हैं।

आरोपी भाजपा विधायक रवि सुब्रमण्यम ने आगे कहा है कि “यह शर्म की बात है कि इन बदमाशों ने इस तरह के अपराध में लिप्त हैं, जब दुनिया महामारी के दौरान एक दूसरे की मदद करने के लिए एक सामान्य भलाई की दिशा में काम कर रही है। जो दम्पति ने साठगांठ की है, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए ताकि जनता झूठे दावों से गुमराह न हो।”

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