Thursday, April 25, 2024

कोविड-19 ने तोड़ा अमिताभ का स्टारडम!

अमिताभ बच्चन तक पहुंच पाने में कोविड-19 कामयाब हो गया। देश में अब तक 8,51,261 लोगों तक कोरोना पहुंच चुका है। 5,36,544 लोग कोविड-19 की मेहमान नवाजी और आवभगत करने के बाद उस दौर की याद में खोए हैं। 2,91,639 लोग अमिताभ बच्चन जैसे हैं जिनके शरीर, जेहन और घर-परिवार में कोरोना ने दस्तक दी है, पैठ बनायी है यानी एक्टिव केस हैं।

कोविड-19 ने अमिताभ का कद घटाया!

अमिताभ बच्चन सदी के महानायक हैं। करोड़ों लोग उनके फैन हैं। देश ही नहीं दुनिया में उनके लिए मंगलकामनाएं करने वाले हैं। कोविड-19 ने वास्तव में अमिताभ का कद घटा दिया है। अपने देश के कुछ लाख लोगों में अब वे एक हैं। वहीं दुनिया के स्तर पर देखें तो करीब 1 करोड़ 29 लाख लोगों में एक हैं अमिताभ। ये अमिताभ बच्चन हैं जिन्होंने कोविड-19 का मान बढ़ाया है- उसे अपने बेशकीमती शरीर में पनाह दी है! 

अमिताभ बच्चन जैसे ही कोविड-19 पॉजिटिव पाए गये यानी उन्हें पता चला कि उनके शरीर में कोविड-19 का आगमन हो चुका है, उन्होंने सबसे पहले क्या किया? ट्वीट नंबर 3590 लिखकर उन्होंने दुनिया को बताया। रात 10 बजकर 52 मिनट पर किए गये इस ट्वीट में अमिताभ ने लिखा, “मैं जांच में कोविड पॉजिटिव पाया गया हूं..अस्पताल पहुंच गया हूं…अस्पताल अथॉरिटीज को सूचनाएं दे रहा हूं। परिवार और स्टाफ के भी टेस्ट हुए हैं। नतीजे का इंतजार है। पिछले 10 दिनों के दौरान जो लोग मेरे नजदीक रहे हैं उनसे आग्रह है कि वे अपनी जांच करा लें।”

यह ट्वीट अपने संपर्क में आए लोगों की चिंता अमिताभ बच्चन ने किया। एक जागरूक नागरिक होने का उन्होंने कर्त्तव्य निभाया। अब ताजा खबर के मुताबिक अभिषेक बच्चन, एश्वर्या बच्चन और आराध्या भी कोविड-19 पॉजिटिव मिले हैं। अनुपम खेर ने भी वीडियो जारी कर बताया है कि उनकी मां, भाभी और भतीजे को का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। मगर, खबर ये नहीं है कि किन-किन लोगों के कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आ रहे हैं। ख़बर यह है कि कोरोना का रुतबा किसके शरीर में पहुंचने के बाद बढ़ा है। निस्संदेह वे अमिताभ बच्चन हैं।

कोरोना से लड़ने के लिए होम्योपैथी की वकालत भूल गये अमिताभ

अमिताभ बच्चन कोरोना से लड़ने-भिड़ने की तरकीब बता रहे थे। आयुष मंत्रालय से आगे आने को कह रहे थे। होम्योपैथी दवा की पैरवी कर रहे थे। याद कीजिए अमिताभ बच्चन का ट्वीट नंबर 3491 जो 3 अप्रैल को 4 बजकर 4 मिनट पर जारी हुआ था। उसमें उन्होंने लिखा था, “होम्योपैथी का लाभुक होने की वजह से मैं उत्साहित हूं कि आयुष मंत्रालय कोरोना से लड़ने का प्रयास करते हुए आगे आया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि ऐसी महामारी से बचने और उसका समाधान खोज निकालने में भारत दुनिया का नेतृत्व करे।”

अब पता चल रहा है कि अमिताभ बच्चन ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई दिल से नहीं लड़ी। उन्हें खुद होम्योपैथ में भरोसा नहीं था, फिर भी होम्योपैथ को कोरोना भगाने का रास्ता बता रहे थे। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है कि अमिताभ बच्चन ने कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद होम्योपैथ के बजाए एलोपैथ की शरण लेना उचित समझा है। यह अधूरे मन से कोविड-19 को भगाने का प्रचार ही है कि कोविड-19 ने खुद उनके ही शरीर में ठिकाना खोजना बेहतर समझा। आम लोगों में कोरोना का डर ज्यादा फैल गया है। जब सदी के महानायक को कोविड-19 अपनी जकड़ में ले सकता है तो आम लोगों की क्या बिसात। शहर-गांव-कस्बे से खबर आ रही है कि लोग अपने-अपने घरों में दुबक गये हैं। अमिताभ को कोरोना हो गया है! 

ताली-थाली-शंख के वाइब्रेशन से भी कोरोना को भगा रहे थे बिग बी

अमिताभ बच्चन ने कोविड-19 को एक नहीं, कई बार बहुत हल्के में लिया। अमिताभ का ट्वीट नंबर 3479 याद कीजिए, “शाम 5 बजे, 22 मार्च, अमावस्या, महीने का सबसे अंधेरा दिन, वायरस, बैक्टीरिया, दानवी ताकतें अपनी अधिकतम क्षमता और ताकत के साथ!

तालियों और शंख के स्पंदन से वायरस की क्षमता नष्ट होती है या कम होती है। 

चांद नये नक्षत्र रेवती में प्रवेश कर रहा है। 

सब मिलाकर जो वाइब्रेशन होगा उससे रक्त संचार बेहतर होगा।”

अमिताभ बच्चन को यह ट्वीट डिलीट करना पड़ा था। उनकी खूब खिल्ली उड़ी थी। मगर, कोविड-19 की ओर से वास्तविक चुनौती अब मिली है। देश अब भी उनके लिए तालियां, थालियां और शंख बजा सकता है। जब कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ घायल हुए थे, तो उनके लिए दुआ करने वाले ऐसा कर चुके हैं। मगर, क्या कोविड-19 को इस तरीके की मेहमान नवाजी पसंद आएगी?- यह महत्वपूर्ण सवाल है। 

मक्खी से भी कोरोना ‘फैला’ चुके हैं अमिताभ

अमिताभ बच्चन ने कोविड-19 को इतने हल्के में लिया था कि उन्होंने 25 मार्च को एक ट्वीट कर बताया था कि मक्खी से कोरोना फैलता है। मक्खी कोरोना लेकर उड़े और मक्खी को कुछ न हो, जबकि इंसान की जिन्दगी खतरे में पड़ जाए! बात कुछ हजम नहीं हो रही थी। तभी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल को सामने आना पड़ा और उन्होंने इस बात को गलत बताया जिसके बाद अमिताभ को यह ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा। 

11-12 जुलाई के बाद से कोविड-19 का स्टारडम बढ़ गया है। जिस वायरस की मेहमाननवाजी सदी के महानायक कर रहे हैं उसकी ओर समूचे देश और दुनिया का ध्यान है। अमिताभ बच्चन को पता है कि यह वायरस होम्योपैथी या कोरोनिल से नहीं डरता। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो तो वायरस शरीर की बहुत इज्जत करता है। फिलहाल डॉक्टरों ने कहा है कि अमिताभ बच्चन के शरीर के सारे फंक्शन सही हैं। मतलब ये कि उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी सही होगी। ऐसे में कोविड-19 भी अमिताभ को इज्जत दे और अमिताभ भी कोविड-19 को कमतर न आंकें- यही उचित लगता है। हां, अमिताभ चाहें तो सबक ले सकते हैं।

(प्रेम कुमार वरिष्ठ पत्रकार हैं और आजकल न्यूज़ चैनलों के विभिन्न पैनलों में उन्हें देखा जा सकता है।)

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