Thursday, April 25, 2024

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपना मुँह बंद रखें: ह्यूस्टन पुलिस चीफ

25 मई को काले नागरिक जॉर्ज फ्लोएड की गर्दन पर श्वेत घुटना गड़ाकर उसका कस्टोडियल मर्डर करने वाला अमेरिका अब घुटनों पर है। ‘अमेरिका फर्स्ट’, ‘अमेरिका फॉर अमेरिकन’ और ‘अमेरिका को फिर से महान बनाना है’ जैसे नस्लीय राष्ट्रवादी नारों से अमेरिका में नस्लवाद की आग भड़काने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुक्रवार को उस समय व्हाइट हाउस के बंकर में छुपने के लिए विवश होना पड़ा जब प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस का घेराव कर लिया।

नस्लवादी अमेरिकी राष्ट्रपति की ताक़त क्या थी। जाहिर तौर पर नस्लवाद की घृणा से भरे हुए श्वेत समुदाय का समर्थन और बर्बर नस्लीय पुलिस प्रशासन। लेकिन ‘एंटी-पुलिस-ब्रूटलिटी’ विरोध प्रदर्शन में जिस तरह से और जिस बड़ी संख्या में श्वेत समुदाय सड़कों पर उतरकर जॉर्ज फ्लॉयड के लिए न्याय की मांग कर रहा है और पुलिस बल के कई ऑफिसर सॉलिडैरिटी में प्रदर्शनकारियों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर बैनर लेकर चल रहे हैं उससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हिंसक शक्ति क्षीण हुई है। कुछ दृश्यों पर नज़र डालते हैं-

श्वेत समुदाय के अश्वेत समुदाय के साथ आने के बाद मियामी पुलिस ने घुटने पर बैठते हुए अपने पुलिस ऑफिसर डेरेक चाउविन द्वारा की गई जॉर्ज फ्लॉयड के कस्टोडियल मर्डर के लिए माफ़ी माँगी और प्रदर्शनकारियों ने उन्हें माफ़ करते हुए गले से लगा लिया। पुलिस द्वारा घुटने पर बैठते हुए अपनी क्रोधित जनता से माफी मांगने की तस्वीरें दुनिया भर में वायरल हो रही हैं। 

https://twitter.com/Aluta_Shaban/status/1267211710579998720?s=19

31 मई, 2020 को ह्यूस्टन में जो घटना घटी, उसमें कई श्वेत निवासियों ने काले समुदाय के लोगों के सामने घुटने टेकते हुए अपने उस नस्लवादी दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगा जो काले समुदाय को उनके रंग के के लिए वर्षों वर्ष तक झेलना पड़ा।

https://twitter.com/Shaggie_Tweets/status/1267273066461007872?s=19

ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के समर्थन में श्वेत समुदाय के लोगों ने घुटने पर बैठकर विरोध प्रदर्शित किया। व्यवस्था जनित व संरक्षित नस्लवाद को खत्म करने की लड़ाई में इससे शानदार कुछ नहीं हो सकता। खामोशी चीख में बदलकर सड़कों पर आ गई है।

इस एंटी पुलिस ब्रूटलिटी प्रोटेस्ट में प्रतीकात्मकता का बड़ा शानदार इस्तेमाल हो रहा है। व्हाइट कम्यूनिटी के लोग घुटने पर बैठकर इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, जाहिर है श्वेत पुलिस ऑफिसर डेरेक चाउविन ने काले जॉर्ज फ्लॉयड के गले में घुटने गड़ाकर ही मारा था।  

 प्रेसिडेंट ट्रंप अपना मुंह बंद रखें

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई ट्वीट और संबोधनों में अपने अमेरिकी पुलिस से प्रदर्शनकारियों पर डॉमिनेट होने को कह रहे हैं। उनके इस वक्तव्य पर सीएनएन टीवी चैनल पर प्रतिक्रिया देते हुए ह्यूस्टन पुलिस चीफ Art Acevedo कहते हैं- ” इस देश का पुलिस चीफ होने के नाते मैं राष्ट्रपति ट्रंप से कहता हूँ कि यदि आपके पास कहने को कुछ रचनात्मक नहीं है तो अपना मुंह बंद रखो। क्योंकि आप ऐसा कहकर इस देश के स्त्रियों और पुरुषों को खतरे में डाल रहे हैं। पुलिस ऑफिसर को खतरे में डाल रहे हैं। ये डॉमिनेट करने की बात नहीं है। ये कम्यूनिटी का उनका दिल और दिमाग जीतने का मसला है। हमें लोगों को कन्फ्यूज नहीं करना चाहिए कि दया कमजोरी का प्रतीक है। बैड पुलिसिंग या क्राइम पुलिसिंग का हवाला देकर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि प्रशासन को कमजोर नहीं पड़ना चाहिए और प्रदर्शनकारियों पर डॉमिनेट करते हुए उनसे सख्ती से पेश आना चाहिए”। 

सीएए एनआरसी विरोधी प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के सामने दिल्ली पुलिस आओ हमारे साथ चलो के नारे फिर से जेहन में कौंध आए। क्योंकि कुछ इसी तर्ज पर ही फ्लिंट में प्रदर्शनकारियों ने “वॉक विद अस” नारे लगाकर पुलिस कर्मियों से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की।

https://twitter.com/JoshuaPotash/status/1266926177878519809?s=20

प्रोटेस्ट मार्च में शामिल होकर प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाने से पहले जेनेसी काउंटी शेरिफ क्रिस स्वानसन फ्लिंट मिशिगन में प्रदर्शनकारियों से कहा – “हम असल में आप सबके साथ होना चाहते हैं। मैंने अपना हेलमेट उतार दिया, बेंत को नीचे रख दिया। मैं इसे एक परेड बनाना चाहता हूं, विरोध नहीं।”

न्यू जर्सी के कैमडेन में ऑफिसरों ने समर्थकों को एक बैनर ले जाने में मदद की। और ‘सॉलिडैरिटी में खड़े हुए’ प्रदर्शनकारियों के साथ “नो जस्टिस, नो पीस!” के नारे लगाए।

सांताक्रूज, कैलिफ़ोर्निया में, पुलिस चीफ एंडी मिल्स कॉलिन वेपरनिक द्वारा प्रसिद्ध मुद्रा के साथ घुटने टेकते हुए प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हुए। डिपार्टमेंट ने इसे ट्वीट करते हुए कहा, “जॉर्ज फ्लॉयड की याद में और काला विरोधी पुलिस हिंसा के खिलाफ़ ध्यानाकर्षण के लिए।”

कैनसस सिटी, मिसौरी के दो पुलिस अधिकारी जिसमें से एक श्वेत और दूसरा काले समुदाय का था- “ पुलिस बर्बरता खत्म हो!”  लिखे बैनर को लिए खड़े देखे गए।

नॉर्थ डकोटा के फ़ार्गो में एक पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारी आयोजकों से हाथ मिलाते और “हम एक नस्ल के हैं…….मानव नस्ल” का बैनर लिए खड़े पढ़ते हुए साइन आयोजकों के साथ हाथ मिलाया। 

मिसौरी के फर्ग्यूसन में अधिकारियों ने फ्लोएड की स्मृति में साढ़े नौ मिनट तक घुटने टेककर प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सॉलिडैरिटी के इन क्षणों में, कंसास शहर, फारगो में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच संघर्ष खत्म हो गया।

 बंकर में छुपे ट्रंप

शुक्रवार को जब हजारों प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस क घेराव किया तो सुरक्षा के लिहाज से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को राजभवन के बंकर में शरण लेना पड़ा। जहां उन्होंने एक घंटे से ज़्यादा का समय बिताया। अमूमन राष्ट्रपति को बंकर जैसे ठिकाने में तब रखा जाता है जब देश में इमरजेंसी के हालात हों।

मिलिट्री थोपने की ट्रंप की धमकी

सोमवार की रात रोज गार्डेन से संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को – ” your president of law and order”  (विधि और व्यवस्था वाला आपका राष्ट्रपति) घोषित किया। साथ ही ट्रंप ने कहा कि सभी राज्यों के गवर्नर नेशनल गार्ड को तैनात करके घरेलू आतंक के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई करें यदि कोई राज्य ऐसा करने से मना करता है तो वो प्रदर्शनकारियों पर प्रभुत्व स्थापित करने के लिए मिलिट्री को तैनात करेंगे। 

https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1267609190140436481?s=09

लाइट काटी गई, जगह-जगह इंटरनेट सर्विस भी प्रभावित

लगातार नेट सर्विस काटने की अफवाहें हैं। लेकिन नेट ब्लॉक डॉट ऑर्गेंनाइजेशन ने बताया है कि पिछले 48 घंटे में कहीं भी नेट सेवा बंद नहीं की गई है।

जबकि नेट ब्लॉक डॉट ऑ. का ये भी कहना है कि वेनेजुएला यूट्यूब, इंस्टाग्राम और नासा स्पेसएक्स लाइव की सेवा 30 प्रतिशत तक प्रभावित हुई है नेट सेवा में व्यवधान के चलते। 

वॉशिंगटन में मिलिट्री हेलीकॉप्टर उड़ते देखे गए 

NBC4 रिपोर्टर जैकी बेनसन (jackie bensen) ने अपने ट्विटर हैंडल पर दो वीडियो पोस्ट करके बताया कि वाशिंगटन में डीसी कन्वेंशन सेंटर के नजदीक छत की ऊंचाई पर मिलिट्री हेलीकॉप्टर (UH-72) लकोटा मिडिवैक हेलीकॉप्टर उड़ते देखे हैं।

दरअसल इन मिलिट्री हेलीकॉप्टरों के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया जा रहा है।

40 से अधिक शहरों में कर्फ्यू, 7200 लोग गिरफ्तार

मिनेसोटा के मिनियापोलिस में एक पुलिस अधिकारी के हाथों एक निहत्थे अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर अमेरिका भर में सातवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। जिसके चलते 40 से अधिक शहरों में कर्फ्यू लगाया गया जबकि वाशिंगटन डीसी समेत 23 राज्यों में नेशनल गार्ड की तैनाती की गई है। 

अमेरिका के 43 शहरों में 7,200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया, गिरफ्तारी की सीबीएस समाचार समीक्षा हुई। आरोपों में चोरी, आगजनी, बढ़-चढ़कर हमला, मारपीट, लूटपाट, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करना और कर्फ्यू का उल्लंघन शामिल था।

एक स्वतंत्र ऑटोप्सी में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत “निरंतर दबाव से श्वासावरोध के चलते हुई निकली है, जबकि हेनेपिन काउंटी मेडिकल एक्जामिनर की ऑटोप्सी रिपोर्ट में “ गला घोंटकर मारने का कोई शारीरिक साक्ष्य नहीं पाया गया था। 

हत्यारे पुलिस ऑफिसर डेरेक चाउविन पर थर्ड-डिग्री हत्या और मानव हत्या के आरोप लगाए गए थे जबकि प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये पर्याप्त नहीं है, हत्या में शामिल अन्य अधिकारियों को भी आरोपित किया जाए।

मियामी के स्थानीय ऑफिसर का कहना है कि जो भी हिंसा करने वाले लोग हैं वो बाहरी हैं। मियामी में जो 9 लोग गिरफ्तार किए गए हैं वो बाहर के हैं।

न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और शिकागो में सबसे ज़्यादा गिरफ्तारियाँ हुई हैं। 

लॉस एंजिल्स में, जहां मेयर एरिक गार्सेटी ने कर्फ्यू लगा दिया और गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने नेशनल गार्ड तैनात की है वहाँ सबसे ज्यादा 1,600 लोगों को महज तीन-दिन (शुक्रवार, शनिवार, रविवार) की अवधि में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि वहाँ रविवार को 1,000 नेशनल गॉर्ड की तैनाती की गई थी जबकि न्यूजॉम ने सोमवार को अतिरिक्त 1,100 नेशनल गार्ड बुलाने की घोषणा की।

शिकागो में 699 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। 132 पुलिस अधिकारी घायल हुए। 48 लोगों को गोली लगी है जबकि 17 लोग मारे गए हैं। सांता मोनिका में 400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मिनियापोलिस में 481 गिरफ्तारियां हुई हैं। न्यूयॉर्क शहर में 398 लोग गिरफ्तार किए गए। फीनिक्स में 300 से अधिक लोगों को जेल में डाला गया है। जबकि रिचमंड, वर्जीनिया में 233 लोग हवालात में हैं। और डलास में 191 लोग गिरफ्तार किए गए। केंटुकी के लुइसविले में रविवार को हुए प्रदर्शनों में कम से कम 40 लोग सलाकों के पीछे भेजे गए हैं। जबकि लुइस विले में रविवार रात पुलिस ने अपनी गोली का निशाना बनाकर एक काले कारोबारी हत्या कर दी। 

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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