बैटल ऑफ बंगाल: गृहमंत्री अमित शाह के बयान को ही गृहमंत्रालय ने झूठा करार दिया

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अक्तूबर, 2020 में CNN न्यूज18 से एक बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल के हर जिले में बम बनाने की फैक्ट्रियां हैं जिसके डाटा केंद्र सरकार के पास हैं। उनके बयान के चार महीने बाद आरटीआई से खुलासा हुआ है खुद उनके अपने मंत्रालय को ही इसकी जानकारी नहीं है, न ही उनके पास ऐसा कोई डाटा है।

बता दें कि हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दावों को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने आरटीआई दायर की थी। गोखले ने ट्वीट करके बताया है कि उनके आरटीआई के जवाब में खुद अमित शाह के नेतृत्व वाले गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसके पास ‘बंगाल में बम फैक्ट्रियों’ से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है।

आरटीआई एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने 18 अक्तूबर को आरटीआई एप्लीकेशन गृह मंत्रालय से पूछा था कि- “(1) अमित शाह के कथन के मुताबिक बंगाल में जिलावार बम बनाने की फैक्ट्रियों के बारे में, (2) क्या गृह मंत्रालय ने इस बारे में अमित शाह को जानकारी दी, (3) क्या अमित शाह का बयान आधिकारिक रिकॉर्ड्स या एजेंसी के इनपुट्स पर आधारित था।”

उनके आरटीआई सवालों का जवाब 3 मार्च 2021 को आया। इस आरटीआई के जवाब में कहा गया कि गृह मंत्रालय के पास इससे जुड़ी जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं जवाब में यह भी कहा गया कि पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्थाएं संविधान के सातवें शेड्यूल के तहत राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले मामले हैं और किसी भी आतंकी-आपराधिक गतिविधि पर राज्य पुलिस पर पहली जवाबदेही होगी। इसलिए इसकी जानकारी राज्य पुलिस के सीपीआईओ से ली जा सकती है।

आरटीआई एक्टिविस्ट साकेत गोखले ट्वीट करके लिखा है कि उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के दावे के मुताबिक, मंत्रालय से बंगाल के हर जिले में मौजूद बम बनाने की फैक्ट्रियों की लिस्ट भी मांगी। पर आरटीआई में इसका जवाब नहीं आया। साकेत गोखले ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि ऐसी कोई फैक्ट्रियां हैं ही नहीं। यह चौंकाने वाली बात है कि देश के गृह मंत्री आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर खुलेआम फेक न्यूज फैला रहे हैं, ताकि चुनावी फायदे पाने के लिए पश्चिम बंगाल को बदनाम और बेइज्जत किया जा सके। इस तरह खुलेआम झूठ बोलने पर गृह मंत्री पर भरोसा कैसे किया जा सकता है।

पिछले विधानसभा चुनाव में भी बम फैक्ट्री खड़ी करने का बयान दिया था

ये कोई पहला मौका नहीं है जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस तरह का झूठा बयान दिया हो। इससे पहले पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा के दौरान 29 मार्च 2016 को प्रेस क्लब में बोलते हुए अमित शाह ने कहा था कि – “ममता के कार्यकाल में राज्य में कारखाने तो लगाए गए हैं, लेकिन वो उद्योगों के कारखाने नहीं बल्कि बम के कारखाने थे।”

वहीं केंद्रीय मंत्री के झूठे बयान पर टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट करके प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान मारे गये प्रवासी मजदूरों के आँकड़ों से सदन में पल्ला झाड़ने वाली गृहमंत्रालय को घेरते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि “पश्चिम बंगाल में बम बनाने वाले कारखाने मौजूद हैं, केंद्र की भाजपा सरकार के पास ऐसी इकाइयों के आंकड़े हैं, लेकिन प्रवासी मजदूरों के आंकड़ें नहीं हैं।”

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