Saturday, April 20, 2024

‘मोदी जी! गिरफ्तार न होने से मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं’

मोदी जी, मेरी बहुत बेइज्जती हो रही है
आपने मेरे कितने ही साथियों को जेल में डाल दिया है
लेकिन मुझे अभी तक नहीं उठाया
लोग सोच रहे होंगे मैंने भाजपा के साथ कोई गुप्त समझौता कर लिया है
इसलिए हिमांशु कुमार को मोदी सरकार ने अभी तक जेल में नहीं डाला
आप एनआईए भेज कर सोनी सोरी को डराने की कोशिश कर रहे हैं
क्योंकि सोनी सोरी अडानी को बस्तर में घुसने नहीं दे रही हैं
मोदी जी, आप तो हो पक्के चोर
हम हैं इस देश के मालिक के साथ
इस देश के मालिक हैं यहां के किसान, आदिवासी, मजदूर
आप हो इस देश की दौलत लूटने वाले पूंजीपतियों के साथ
मोदी जी, आप हो देशद्रोही
और हम हैं देशप्रेमी
हमने तो सारी ज़िन्दगी आदिवासियों की सेवा करी
आपने इस देश के लोगों को दंगे करवा कर मरवाया
मोदी जी, आप अमित शाह और योगी सबसे बड़े डरपोक हो
हम हैं बहादुर लोग
हमें पता है आपकी एनआईए हमें जेल में डालने वाली है
फिर भी हम दहाड़ रहे हैं
आप डरपोक हो सामाजिक कार्यकर्ताओं को बुजुर्ग महिलाओं तक को जेलों में डाल रहे हो
जल्दी करो भाई एनआईए को मेरे भी घर भेजो
मुझे भी जेल में डालो
मुझे भी देश प्रेमियों में शामिल होना है
मैंने तो जेल जाते समय गाने वाले गीत भी सोच लिए हैं
वही वाले जो भगत सिंह गाते थे
चलो डरपोक हत्यारे देशद्रोही मोदी मुझे गिरफ्तार करो

(हिमांशु कुमार गांधीवादी कार्यकर्ता हैं और आजकल हिमाचल प्रदेश में रह रहे हैं।)

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लोकतंत्र का संकट राज्य व्यवस्था और लोकतंत्र का मर्दवादी रुझान

आम चुनावों की शुरुआत हो चुकी है, और सुप्रीम कोर्ट में मतगणना से सम्बंधित विधियों की सुनवाई जारी है, जबकि 'परिवारवाद' राजनीतिक चर्चाओं में छाया हुआ है। परिवार और समाज में महिलाओं की स्थिति, व्यवस्था और लोकतंत्र पर पितृसत्ता के प्रभाव, और देश में मदर्दवादी रुझानों की समीक्षा की गई है। लेखक का आह्वान है कि सभ्यता का सही मूल्यांकन करने के लिए संवेदनशीलता से समस्याओं को हल करना जरूरी है।

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