अमृतसर। पंजाब की पवित्र भूमि माने जाने वाले अमृतसर के एक विश्वविख्यात मंदिर में बलात्कार का मामला जाहिर हुआ है। हासिल जानकारी के मुताबिक दो महिलाओं के साथ बलात्कार के आरोप में चार लोगों पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376, 346, 379, 509 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दो पुजारी गिरफ्तार हुए हैं और बाकी इन पंक्तियों को लिखने तक फरार हैं।
बटाला के तलवंडी भरत वालों और गांव चांगला निवासी दो महिलाएं बीते रविवार को मंदिर रामतीर्थ में माथा टेकने गईं थीं। इस दौरान वह मंदिर में स्थित डेरा ज्ञान नाथ में गईं तो वहां पुजारी नछत्तर नाथ, गिरधारी लाल और वीरेंद्र नाथ मौजूद थे। डेरे के साथ ही इन पुजारियों का कमरा था। पुजारी जबरन इन महिलाओं को कमरे में ले गए और बारी-बारी से उनका बलात्कार किया।
इस अपराध में पुजारियों का ड्राइवर सूरज नाथ भी शामिल था। बलात्कार के बाद महिलाओं को बंदी बना लिया गया। सोमवार शुभ है इसकी जानकारी पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य तरसेम सिंह सियालका को लगी तो उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण/अमृतसर) विक्रमजीत दुग्गल को दी। इसके बाद डीएसपी अमनदीप कौर की अगुवाई में पुलिस दल-बल के साथ मंदिर रामतीर्थ पहुंची और वहां से बंधक तथा पीड़ित महिलाओं को मुक्त करवाया। महिलाओं का तत्काल मेडिकल करवाने के बाद पुजारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि दो पुजारियों गिरधारी लाल और वीरेंद्र नाथ को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी पंजाब के विभिन्न धार्मिक स्थलों और डेरों में बलात्कार तथा जोर- जबरदस्ती की वारदातें होती रही हैं। इसके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर खुलकर हिंसा की जाती है।
(अमरीक सिंह पंजाब के वरिष्ठ पत्रकार हैं।)
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