यह कहां आ गए हमः वडोदरा में भाजपा नेता को अंतिम संस्कार में मुसलमानों के सहयोग पर भी एतराज

इंडियन एक्सप्रेस में पिछले दिनों एक अत्यधिक शर्मनाक खबर प्रकाशित हुई है। खबर के अनुसार वडोदरा के कुछ भाजपा नेताओं ने खासवाडी विद्युत शवदाह गृह में एक मुसलमान की उपस्थिति पर सख्त आपत्ति की। वडोदरा नगर भाजपा के अध्यक्ष डॉ. विजय शाह समेत कुछ नेताओं ने कहा कि उन्होंने अपनी आपत्ति से महापौर को अवगत करा दिया है और उनसे कहा है कि वे सुनिश्चित करें कि शवदाह गृह में मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित रहे। परंतु महापौर ने भाजपा के नेताओं के रवैये को अनुचित ठहराया है। यह सुखद बात है कि भाजपा के ही अनेक अन्य नेताओं ने भी डॉ. शाह और उनके समर्थकों के रवैये को अनुचित ठहराया है।

खबर में बताया गया है कि जब से कोरोना का कहर हुआ है, अनेक मुस्लिम स्वयंसेवक, मृतकों के अंतिम संस्कार में सहयोग कर रहे हैं। विशेषकर वे ऐसे लोगों की अंतिम क्रिया में मदद कर रहे हैं, जिनके परिवार के सदस्य स्वयं कोरोना पीड़ित हैं या उन्होंने अंतिम संस्कार करने में असमर्थता प्रकट कर दी है।

कई भाजपा नेताओं ने कहा है कि ऐसी मुसीबत के दौरान धार्मिक आस्थाओं को लेकर भेदभाव नहीं करना चाहिए। इन नेताओं ने कहा कि पिछले कई दिनों से और पिछले वर्ष भी मुसलमानों के अनेक समूहों ने अंतिम संस्कार करने में वडोदरा निगम की भरसक मदद की है। शवदाह गृह के संचालकों ने बताया कि जिस युवक की उपस्थिति पर आपत्ति की गई वह पिछले कई दिनों से दिन-रात अंतिम क्रिया करवाने में लगा हुआ है। पिछले वर्ष भी मुस्लिम स्वयंसेवकों ने लगभग 1000 अंतिम क्रियाओं में मदद की थी।

यह भी एक सुखद खबर है कि वडोदरा के महापौर ने मंत्री योगेश पटेल के साथ मुस्लिम संगठनों के सदस्यों से भेंट कर इस संकट की घड़ी में उनके द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका आभार माना है और आशा प्रकट की है कि भविष्य में भी वे ऐसा ही सहयोग करते रहेंगे।

  • एलएस हरदेनिया

(लेखक राष्ट्रीय सेक्युलर मंच, भोपाल के संयोजक हैं।)

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