Tuesday, May 30, 2023

विनेश फोगाट समेत 7 पहलवान पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग

नई दिल्ली। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, सोनम मलिक, अंशू मलिक और साक्षी मलिक समेत 7 पहलवानों ने एक बार फिर जंतर-मंतर पर डेरा डाल दिया है। रविवार को जंतर मंतर पर धरना देने पहुंचे इन पहलवानों ने कुश्ती संघ के प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है और बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग दोहराई है। पहलवानों का कहना है कि शिकायत के बावजूद दिल्ली पुलिस कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है, जबकि पुलिस को लिखित में शिकायत दी गई है।

सोमवार को जंतर-मंतर पर मीडिया के सामने ओलंपिक पदक विजेताओं ने कहा कि तीन महीने पहले सरकार ने आश्वासन दिया था कि हम पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, लेकिन तीन महीने में नतीजा सिफर रहा। अब पहलवानों और उनके समर्थकों का कहना है कि जब तक ब्रजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जाता तब तक निष्पक्ष जांच संभव ही नहीं है।

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जंतर-मंतर पर उमड़ी भीड़

प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित के सवाल पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमें किसी से कोई समर्थन नहीं मिला है। “हम कल रात से यहां हैं, किसी का कोई समर्थन नहीं है। लेकिन उम्मीद है, हम न्याय के लिए लड़ने के लिए बैठे हैं।”

धरना स्थल पर रेवाड़ी से आए जयभगवान कहते हैं कि, “छोरियां (लड़कियां) देश के लिए खेलती हैं। देश के लिए पदक जीतती हैं, लेकिन कुश्ती संघ में बैठे लोग उनके साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। शिकायत करने पर भी जांच नहीं हो रही है, ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दोषियों पर क्या कार्रवाई होगी।”

रोहतक से आए पूर्व छात्रनेता हवा सिंह सामाजिक कार्यकर्ता हैं, वह कहते हैं कि, “हमारे देश में सिर्फ राजनीति ही नहीं खेल संघों में भी माफियाओं का कब्जा हो गया है। कुश्ती संघ का अध्यक्ष अतीक अहमद से कम बड़ा माफिया नहीं है। योगी सरकार इस माफिया पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?”

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बृजभूषण शरण सिंह, सांसद

18 जनवरी, 2023 को पहली बार देश के शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुश्ती महासंघ के कुछ अधिकारियों के खिलाफ यौन शोषण और बदसलूकी का आरोप लगाया था। तब केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के पहलवानों की शिकायत पर जांच कराने का आश्वासन देने पर तीन दिवसीय धरना समाप्त हुआ था, और एक कमेटी का गठन भी किया था। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की ओर से गठित इस जांच समिति में दिग्गज पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी के अलावा दो वकील भी शामिल हैं। समिति की अध्यक्ष दिग्गज बॉक्सर एमसी मैरीकॉम को बनाया गया है। लेकिन अभी तक कार्रवाई की कौन कहे रिपोर्ट ही सार्वजनिक नहीं हुई। देश के शीर्ष पहलवान तीन महीने तक जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार करते रहे। लेकिन जब जांच रिपोर्ट नहीं आई तो वे फिर जंतर-मंतर आकर न्याय की फरियाद कर रहे हैं। 

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पुलिस ने लगाया लोहे का बाड़

साक्षी मलिक का कहना है कि सरकार ने वादाखिलाफी की है इसलिए हम फिर विरोध करने आए हैं। सरकार ने हमारी बात नहीं मानी, इसलिए अब हमने विरोध-प्रदर्शन के साथ कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सहित देश के शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। पहलवानों की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र हुड्डा पेश हुए। उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन अपराध सहित गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज करने में अत्यधिक देरी हो रही है। याचिका में कहा गया है कि वे 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में काफी देर तक एफआईआर (FIR)  दर्ज करवाने के लिए बैठे थे लेकिन पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी।

दूसरी तरफ पहलवानों ने दिल्ली पुलिस को सात शिकायतें भेजकर बृजभूषण शरण सिंह पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि शिकायत पर जांच की जा रही है। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने पर पुलिस को नोटिस जारी किया था।

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लोहे के बाड़ से अंदर जाते लोग

इस बीच आज यानि सोमवार को खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव पर रोक लगा दिया है। भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव 7 मई को होना है। सूत्रों के मुताबिक खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से डब्ल्यूएफआई के रोजाना के कामकाज को देखने को कहा है। आईओए एक एडहॉक कमेटी बनाएगी। और यही तदर्थ समिति 45 दिन के भीतर चुनाव संपन्न कराएगी।

जंतर-मंतर पर मौजूद पहलवानों ने कहा कि हम देश के लिए खेलते हैं। देश का मान-सम्मान बढ़ाते हैं। पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने वालों को सजा मिले, इसके लिए हम पूरे देश से समर्थन मांगते हैं। हम खिलाड़ी लोग हैं, राजनीति से हमारा कोई संबंध नहीं है। हर राजनीतिक दल से हम समर्थन चाहते हैं। भाजपा का भी समर्थन चाहते हैं। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने कहा, “इस बार, सभी दलों का हमारे विरोध में शामिल होने के लिए स्वागत है, चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो.. हम किसी भी पार्टी से संबद्ध नहीं हैं।”

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महिला नेता जगमती सांगवान

महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने कहा कि महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर इतना सनसनीखेज आरोप लगाया है। केंद्र सरकार और खेल मंत्रालय तीन महीने से हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। यह बहुत ही शर्म की बात है। धरना स्थल पर पहलवानों के समर्थन में आए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि हम राजनीति करने नहीं पहलवानों को समर्थन देने आए हैं। हम जनवरी में भी आए थे। तब भी हमने पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए समर्थन किया था। आज भी कह रहा हूं कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चीहिए।

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