बीपीएससी अभ्यर्थियों पर दमन के खिलाफ पटना में नागरिकों का प्रतिवाद, अपनी नाकामी को छुपाने के लिए सरकार ढा रही बर्बर दमन

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पटना। बीपीएससी अभ्यर्थियों पर ढाए गए बर्बर दमन के खिलाफ आज पटना में नागरिक समाज ने अपना मजबूत प्रतिवाद दर्ज किया। यह प्रतिवाद एआइपीएफ (ऑल इंडिया पीपल्स फ्रंट) के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और सरकार की दमनात्मक नीतियों की कड़ी आलोचना की।

नागरिक समाज ने बीपीएससी अभ्यर्थियों की न्यायपूर्ण मांगों का समर्थन करते हुए सरकार से तुरंत कार्रवाई की भी मांग की।

प्रतिवाद सभा में माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, विधान पार्षद शशि यादव, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, शिक्षाविद् अभय पांडेय, आइलाज की मंजू शर्मा, असंगठित कामगार यूनियन के मनोज दास, आइसा की राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, डीवाइएफआई के प्रदेश अध्यक्ष मनोज चंद्रवंशी, पीयूसीएल के राज्य अध्यक्ष सरफराज, जसम के अनिल अंशुमन सहित अन्य नेताओं ने प्रतिवाद सभा को संबोधित किया। सभा का संचालन एआइपीएफ के राज्य संयोजक कमलेश शर्मा ने किया।

प्रतिवाद सभा में शामिल अन्य वक्ताओं में ट्रांसजेंडर संगठन पवन के धनंजय, बिहार विकलांग अधिकार मंच के राजेश कुमार, शिक्षाविद् गालिब, माले के अमर, धीरेन्द्र झा, अभ्युदय, रसोइया संघ की सरोज चौबे, एआइपीएफ के आशुतोष, आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार, राज्य सह सचिव कुमार दिव्यम, पुनीत पाठक, विश्वमोहन कुमार, फुटपाथ दुकानदारों के नेता शहजादे आलम, अनय मेहता और अन्य नागरिक समाज व छात्र-युवा संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।

संदीप सौरभ ने कहा कि 17 दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी सड़क पर हैं, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को सुनने के लिए 17 सेकेंड का भी समय नहीं दिया। अब जो सबूत सामने आ रहे हैं, उनसे स्पष्ट हो रहा है कि परीक्षा में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है।

सरकार और बीपीएससी अपने भ्रष्टाचार को ढकने के लिए दमन का सहारा ले रहे हैं। अगर 4 जनवरी को बापू परीक्षा केंद्र पर कोई घटना होती है, तो हमारी लड़ाई सदन से सड़क तक जारी रहेगी।

गोपाल रविदास ने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा के नक्शे कदम पर चल रहे हैं और बिहार को लाठीतंत्र से चलाना चाहते हैं।

मंजू शर्मा ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को संबोधित किया और कहा कि संविधान और कानून के दायरे में हर किसी को अपनी आवाज उठाने का हक है। महागठबंधन की सरकार में युवाओं को रोजगार मिल रहा था, लेकिन अब तो सिर्फ लाठियां दी जा रही हैं।

प्रीति कुमारी ने छात्राओं पर हुए जुल्म और उन पर थोपे गए मुकदमों की चर्चा करते हुए कहा कि यह सरकार छात्राओं पर भी दमन ढाने से बाज नहीं आ रही है।

राजेश कुमार ने कहा कि सरकार कहती है कि बीपीएससी सबसे ज्यादा नौकरी देने वाली संस्था है, लेकिन इसमें सेटिंग ही सेटिंग है। पूरी परीक्षा भ्रष्टाचार की चपेट में है।

मनोज चंद्रवंशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखेंगे। पीयूसीएल के अध्यक्ष सरफराज ने दमन के खिलाफ अभ्यर्थियों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।

बीपीएससी अभ्यर्थियों की न्यायपूर्ण मांगों को लेकर चल रहे लोकतांत्रिक आंदोलन पर दमन की नीति के खिलाफ नागरिक समाज सरकार मजबूती से विरोध करता है और बीपीएससी अभ्यर्थियों के संघर्ष का समर्थन करता है।

(प्रेस विज्ञप्ति)

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