प्रयागराज। इंकलाबी नौजवान सभा आरवाईए ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा कराई जा रही परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन व अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा कराए जाने के खिलाफ लोक सेवा आयोग पर चल रहे आंदोलन में शामिल रहा। लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई विगत परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली और पेपर लीक जैसी घटनाएं घटी हैं।
जिसके कारण पीसीएस के पेपर को टालना भी पड़ा है तथा RO और ARO परीक्षा को पूरा पारदर्शी तरीके से करने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़ा है।
अब जब लंबे समय के बाद यह परीक्षा आयोजित हो रही है तो इसमें आयोग द्वारा मनमाने तौर पर दो अलग-अलग शिफ्टों में परीक्षा कराए जाने तथा उसमें नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को अपनाकर मूल्यांकन का नया फरमान जारी कर दिया।
जिसके खिलाफ छात्रों में गहरा असंतोष और अविश्वास व्याप्त है, जिसको लेकर हजारों की संख्या में नौजवानों का हुजूम लोकसेवा आयोग गेट के समक्ष इकट्ठा होकर इस मनमानी फैसले को वापस लेने तथा एक शिफ्ट में एग्जाम करने की मांग को लेकर डटा हुआ है।
आंदोलन में शामिल आरवाईए के प्रदेश का सचिव सोनू यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार पेपर लीक व भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस की भर्ती से लेकर आयोग की भर्ती तक की विश्वसनीयता खत्म हो गई है।
सरकार पारदर्शिता का हल्ला मचा रही है, जबकि पूरी तरह से मनमानापन दिखाई दे रहा है। लोकसेवा आयोग तक पर छात्रों का भरोसा कमजोर पड़ गया है और छात्र पारदर्शी परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में बढ़ती भयानक बेरोजगारी और स्थाई रोजगार के प्रति सरकार के मनमाना रवैया के खिलाफ नौजवानों का गुस्सा है जो अब सड़कों पर उतर आया है।
आंदोलन में शामिल इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि सरकार नौजवान विरोधी काम कर रही है। प्रदेश में खाली पड़े लाखों रिक्त पदों को भरा नहीं जाना तथा जिन चंद पदों के लिए परीक्षाएं कराई जा रही हैं, उसमें भी धांधली,भ्रष्टाचार से लेकर पेपर लीक हो जा रही है।
इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने योगी सरकार के रोजगार विरोधी, मनमानी फैसलों को वापस लेने तथा पीसीएस,आरओ तथा एआरओ परीक्षा को एक शिफ्ट में कराने और नॉर्मलाइजेशन को खत्म कर युवाओं के विश्वास को बहाल करने की मांग करता है।
यदि सरकार युवाओं के पक्ष में तत्काल फैसला नहीं लेती है तो आरवाईए आंदोलन को संगठित कर तेज करेगा।
(इंकलाबी नौजवान सभा द्वारा जारी..)
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