वाराणसी। न्याय के दीप जलाएं-100 दिनी सत्याग्रह आज 36 वें दिन में प्रवेश कर गया। सत्याग्रह के क्रम में आज अमेठी, उत्तर प्रदेश के हनुमान मौर्य एवं हसमत ने उपवास रखकर अपनी एकजुटता को प्रकट किया है।
हनुमान मौर्य का जुड़ाव संयुक्त किसान मोर्चा से है। इस संगठन के माध्यम से इन्हें सर्व सेवा संघ के समर्थन में चल रहे सौ दिवसीय सत्याग्रह के बारे में जानकारी हुई। ये सरकार द्वारा किए गये सर्व सेवा संघ के खिलाफ कार्रवाई को गलत मानते हैं।
लोकतंत्र की रक्षा, संविधान की रक्षा के लिए सरकार की इस कार्यवाई का विरोध करना संयुक्त किसान मोर्चा का अपना कर्तव्य मानती है। उन्होंने कहा कि हमलोग इस आंदोलन के साथ है और आगे भी साथ रहेंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार महत्व नहीं देती है। उन्हें न तो उपज का सही भाव मिलता है और ना ही सामाजिक सुरक्षा निश्चित है। अनवरत परिश्रम करने के बावजूद हर समय फसल के बारे में आशंका बनी रहती है। फसल बीमा की पूरी व्यवस्था अत्यंत लचर है।
हसमत सोचती हैं कि गांधी जी किसी तरह के भेदभाव की बात नहीं करते थे। उनकी नजर में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी बराबर थे। मोदी सरकार गांधी विरोधी है। मोदी जी पूंजीपतियों के समर्थक हैं, उनके हित में ये काम करते हैं।
सर्व सेवा संघ गांधी विचार के प्रचार-प्रसार की दिशा में काम करता है। गांधी विचार को बाधित किया जाए, उसे खत्म किया जाए, इसी उद्देश्य से सरकार ने सर्व सेवा संघ परिसर पर बुलडोजर चलाकर कब्जा किया है।
सत्याग्रह को लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान का समर्थन- सुशील कुमार
पुणे में विगत माह संपन्न अपने द्वितीय राष्ट्रीय सम्मेलन में लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान ने बनारस के 100 दिवसीय एकल सत्याग्रह के समर्थन का प्रस्ताव पास किया है।
प्रस्ताव में अभियान की सभी राज्य इकाइयों से बनारस सत्याग्रह में तिथि निश्चित कर भाग लेने का आह्वान किया गया है। कई राज्यों से अभियान के कार्यकर्ता सत्याग्रह में शामिल हो रहे हैं।
बिहार के राज्य संयोजक सुशील कुमार 15 और 16 अक्टूबर के सत्याग्रह में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि बिहार के विभिन्न जिलों- चंपारण, भोजपुर और गया आदि के साथी विभिन्न तिथियों पर इस सत्याग्रह में शामिल होने वाले हैं।
सुशील कुमार ने बताया कि लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान का मानना है कि सर्व सेवा संघ को कब्जा कर उसके भवनों पर बुल्डोजर चलाना तानाशाही रवैया है। सरकार की उस गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई का देशव्यापी विरोध जारी है।
न्यायालय में कानूनी लड़ाई भी जारी है। विगत दिनों बनारस के सिविल न्यायालय ने मुकदमे की सुनवाई न करने के प्रशासनिक आवेदन को खारिज कर सुनवाई जारी रखने का निर्णय दिया है।
लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान सर्व सेवा संघ के सत्याग्रह सहित सभी प्रकार के संघर्षों में सक्रिय भागीदारी निभाता रहेगा।
आज के सत्याग्रह में रामधीरज, पद्माकर सिंह, बिपाशा, सीतापति, कृष्णा देवी, शक्ति कुमार, ओम प्रकाश, किशोरी भाई, तारकेश्वर सिंह, ईश्वर चंद्र, जागृति राही, सुशील कुमार, सुशील सिंह, अनूप आचार्य, आलोक सहाय आदि शामिल रहे।
(रामधीरज, सर्व सेवा संघ द्वारा जारी)
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