फतेहाबाद। हरियाणा रोडवेज के निजीकरण की कोशिशों के विरोध में 16 अक्तूबर से चल रहे आंदोलन को व्यापक जनसमर्थन से बौखलाई हरियाणा की भाजपा सरकार ने बुधवार को भूना में आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज करा दिया है। आंदोलनकारियों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया। आंदोलनकारी भूना में सीएम मनोहर लाल खट्टर के दौरे का विरोध कर रहे थे और उनका रास्ता रोकने के लिए सड़क पर आ रहे थे। सीपीआईएम के राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस ऐतिहासिक हड़ताल में रोडवेज बस कर्मचारी अपने लिए कुछ न मांगकर सरकारी बेड़े में 700 प्राइवेट बसें घुसाने का विरोध कर रहे हैं। रोडवेज कर्मचारी सरकारी बसों की खरीद के लिए अपना वेतन और बोनस देने का प्रस्ताव भी दे चुके हैं। रोडवेज कर्मियों के समर्थन में शिक्षकों ने भी 100 बसों का खर्च उठाने का प्रस्ताव दिया है। विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने इस हड़ताल को सामूहिक अवकाश के जरिये समर्थन दिया है। जनता के परिवहन संसाधन को बचाने के लिए ग्राम पंचायतें भी आंदोलन के समर्थन में आ रही हैं।
रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में दो दिन की आम हड़ताल के दूसरे दिन पुलिस ने भूना में लाठीचार्ज किया। सीपीआईएम राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह, सीटू राज्य उपाध्यक्ष जगतार, कोषाध्यक्ष सुखबीर, खेत मजदूर यूनियन राज्य प्रधान रामकुमार बहबलपुर सहित अनेक नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं।
पुलिस ने भिवानी में भी आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया। विभिन्न जनसंगठनों और सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने भिवानी जिला मुख्यालय स्थित रोडवेज बस स्टेंड के दोनों गेट अपने कब्जे में ले रखे थे। करीब 3 बजे आंदोलनकारियों की संख्या कुछ कम हुई तो प्रशासन ने बस स्टैंड से बसों का संचालन कराने की कोशिश की।
कर्मचारियों के जबरदस्त विरोध के बीच पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जनवादी महिला समिति की विमला घनघस, सुनीता कुंगड़, रोडवेज बस कर्मचारी नेता रामफल देशवाल, अजय शर्मा, ईश्वर तालू, संदीप सांगवान, लोकेश आदि घायल हैं। पुलिस ने वरिष्ठ अध्यापक नेता वज़ीर सिंह घनघस समेत बहुत से कर्मचारी नेताओं को हिरासत में ले रखा है।
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