Saturday, April 20, 2024

पनामा पेपर्स मामले में ऐश्वर्या रॉय को ईडी ने समन भेजकर पूछताछ के लिये तलब किया

पनामा पेपर्स से जुड़े मामले में ऐश्वर्या राय बच्चन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय आज दिल्ली के लोकनायक भवन में ईडी के सामने पेश होना है।  बता दें कि पनामा पेपर्स मामले की लंबे समय से जांच चल रही है, इस मामले में अभिषेक बच्चन से भी पूछताछ हो चुकी है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ प्रवर्तन निदेशालय ने ऐश्वर्या को फेमा के मामले में समन किया था। यह समन नवंबर में 9 तारीख को ‘प्रतीक्षा’ यानी बच्चन परिवार के आवास पर भेजा गया था। 15 दिन में इसका जवाब मांगा गया था। ऐश्वर्या रॉय ने ईमेल के जरिए ईडी को जवाब दिया। मामले की जांच कर रही SIT में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी शामिल हैं। 

इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें नोटिस भेजा था। तब उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय से नोटिस स्थगित करने की गुज़ारिश की थी। इसके बाद उन्हें दोबारा समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हालांकि ऐश्वर्या राय पहले भी इन दस्तावेजों को पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा करार दे चुकी हैं। 

गौरतलब है कि पनामा पेपर लीक में अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय समेत कई भारतीय हस्तियों के नाम थे। सभी लोगों पर टैक्स धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। इस मामले में नाम सामने आने के बाद अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेश में धन भेजा है। उन्होंने पनामा पेपर्स में सामने आई कंपनियों से भी किसी तरह का संबंध होने से मना किया था। 

क्या है पनामा पेपर्स लीक

टैक्स हेवेन कहे जाने वाले देश पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका (Mossack Fonseca) का 40 साल का डेटा 3 अप्रैल, 2016 को लीक हो गया था। ये डेटा जर्मन न्यूज़पेपर Süddeutsche Zeitung (SZ) ने Panama Papers नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था। 

इसमें खुलासा हुआ कि कैसे दुनियाभर के अमीर और प्रभावशाली लोग टैक्स बचाने के लिए पैसा ऑफ-शोर कंपनियों में लगा रहे हैं। इस तरह से बड़े तौर पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग तक हो रही थी। 

पनामा पेपर्स में भारत समेत 200 देशों के राजनेता, बिजनेसमैन, सिलेब्रिटी के नाम शामिल थे, जिन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे। इसमें 1977 से 2015 के अंत तक की जानकारी दी गई थी। 

इन दस्तावेज़ में फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों सहित 500 भारतीयों के नाम शामिल हैं। इनमें बच्चन परिवार का नाम भी सामने आया था। दावा किया गया कि ऐश्वर्या राय देश से बाहर एक कंपनी की डायरेक्टर और शेयरहोल्डर थीं। ऐश्वर्या के अलावा उनके पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे।

देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, मोस्ट वान्टेड क्रिमिनिल इकबाल मिर्ची का नाम भी इसमें शामिल था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। फिर केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था। इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था। MAG सभी नामों की जांच करके रिपोर्ट काले धन के जांच के लिए बनी SIT और केंद्र सरकार को दे रही थी। 

इस मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में बताया था कि पनामा पेपर लीक मामले में भारत से संबंधित लोगों के संबंध में कुल 20,078 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला है। इस मामले में जानकारी जुटाने के लिए एक अधिकारी को ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स भी भेजा गया था।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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