Saturday, April 20, 2024

आतंकियों को फंडिंग करने वाली कंपनी से बीजेपी ने लिया करोड़ों रुपये चंदा, वरिष्ठ पत्रकार रोहिणी सिंह का खुलासा

नई दिल्ली। आतंकियों को फंडिंग करने वाली कंपनी से देश की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने चंदा लिया है। और यह चंदा एक-दो करोड़ नहीं बल्कि दस करोड़ है। यह खुलासा “दि वायर” में वरिष्ठ पत्रकार रोहिणी सिंह ने किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स लिमिटेड नाम की कंपनी है जिसकी ईडी इस बात के लिए जांच कर रही है कि उसने इकबाल मेमन उर्फ इकबाल मिर्ची से संपत्ति की खरीद की थी। आप को बता दें कि इकबाल मिर्ची 1993 के बांबे धमाके का आरोपी था। और माफिया डान दाऊद इब्राहिम का सहयोगी था। और वह इस समय दुनिया में नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी द्वारा चुनाव आयोग के सामने आरकेडब्ल्यू कंपनी से फंड लेने की बात कही गयी है।

2014-15 में आरकेडब्ल्यू जिसका विवादित कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के साथ भी रिश्ता रहा है, ने बीजेपी को 10 करोड़ रुपये दिए थे। कोबरा पोस्ट ने भी जनवरी 2019 के अपने खुलासे में इसका जिक्र किया था।

हालांकि बीजेपी विभिन्न ट्रस्टों और कंपनियों से चंदा लेती रहती है लेकिन कोई भी कंपनी या ट्रस्ट ऐसा नहीं रहा है जिसने इतनी बड़ी राशि दी हो। जितना कि आरकेडब्ल्यू ने दिया।

मौजूदा समय में जबकि इलेक्टोरल बॉन्ड के मसले पर पूरे देश में विवाद छिड़ा हुआ है। यहां यह समझना बेहद जरूरी होगा कि अगर मोदी सरकार ने इस विधेयक को 2014-15 में पास करा लिया होता तो आरकेडब्ल्यू के चंदे के बारे में किसी को पता नहीं चल पाता।

ईडी द्वारा रंजीत बिंद्रा नाम के एक शख्स को अंडरवर्ल्ड की तरफ से डील करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। ईडी के सूत्रों के हवाले से प्रकाशित रिपोर्टों में बताया गया है कि बिंद्रा मिर्ची और फर्म के बीच एजेंट या दलाल का काम कर रहा था।

लेकिन मामला यहीं नहीं समाप्त होता है।

मिर्ची की संपत्ति खरीदने वाली एक कंपनी सनब्लिंक रीयल इस्टेट जिसका कि साझे डायरेक्टरशिप के जरिये एक दूसरी कंपनी से भी रिश्ता है, ने भी बीजेपी को 2 करोड़ रुपये चंदे के तौर पर दिए थे।

रिपोर्ट के मुताबिक सनब्लिंक के निदेशक मेहुल अनिल बाविशी एक दूसरी कंपनी स्किल रीयल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के भी निदेशक हैं। बीजेपी द्वारा आयोग में दी गयी जानकारी में बताया गया है कि उसे 2014-15 में स्किल रीयल्टर्स द्वारा 2 करोड़ रुपये दिए गए थे।

इसके अलावा आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स में निदेशक प्लेसिड जैकब नरोन्हा भी दर्शन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक हैं। दर्शन ने भी 2016-17 में बीजेपी को 7.50 करोड़ रुपये चंदे के तौर पर दिए थे।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस केस में ईडी नरोन्हा की भी भूमिका की जांच कर रही है।

ईडी ने आरोप लगाया है कि आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स ने मिर्ची की संपत्ति बिकवाने में मदद की थी। और बिंद्रा ने इसी मामले में 30 करोड़ रुपये कमीशन लिए थे। एजेंसी ने आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के साथ डील करने के लिए शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंदरा से भी पूछताछ की थी।

महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव से ठीक पहले उठे इस मसले में एजेंसी ने एनसीपी नेता प्रफुल पटेल से भी पूछताछ की थी। और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। पटेल ने इसमें किसी तरह की गल्ती से इंकार किया था। मिर्ची के साले मुख्तार मेमन से ईडी ने मिर्ची की संपत्ति को सनब्लिंक रीयल इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड और मिलेनियम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को संपत्ति बेचने के मामले में पूछताछ की थी।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार की अपनी आखिरी सभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने एनसीपी पर मुंबई धमाकों के पीड़ितों के साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया था।

उन्होंने कहा था कि “हम मुंबई धमाकों के पीड़ितों के घाव नहीं भूल सकते हैं। उस समय की सरकार ने पीड़ितों के परिवारों के साथ न्याय नहीं किया। उसके पीछे के कारणों का अब खुलासा हो रहा है। आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने की बजाय उस समय जो सत्ता में थे वे “मिर्ची” व्यवसाय में शामिल थे”।

टाइम्स आफ इंडिया में एक रिपोर्ट के जरिये अमित शाह के हवाले से कहा गया था कि मिर्ची के साथ व्यवसाय किसी देशद्रोह से कम नहीं है। हालांकि यह आर्टिकिल अब टाइम्स आफ इंडिया के पेज पर नहीं है। लेकिन टाइम्स आफ इंडिया की यह पूरी स्टोरी pressreader.com पर उपलब्ध है। और शाह की टिप्पणी को टाइम्स नाऊ की वेबसाइट पर 4’10’’ पर देखा जा सकता है।

इस मामले में बिंद्रा के अलावा हैरुन युसूफ नाम के एक ब्रिटिश नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक बिंद्रा ने ब्रोकर की भूमिका निभायी थी जबकि यूसुफ ने पैसे को ट्रस्ट में ट्रांसफर करने के लिए सुविधा मुहैया करायी थी।     

वायर की अंग्रेजी की रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है:

https://thewire.in/politics/bjp-donations-companies-terror-funding-iqbal-mirchi

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