Saturday, April 20, 2024

किशोरों को वैक्सीन व स्वास्थ्यकर्मियों, बुजुर्गों को बूस्टर डोज की घोषणा

’15 साल से 18 साल की आयु के किशोरों को कोरोना वैक्सीन लगाने तथा स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों को बूस्टर डोज दिया जायेगा। इसकी घोषणा कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने की।

कल क्रिसमस की रात 9 बजकर 31 मिनट पर पीएमओ की तरफ से एक ट्वीट किया गया कि 15 मिनट में पीएम मोदी देश को संबोधित करेंगे और ठीक रात 9 बजकर 45 मिनट पर प्रधानमंत्री ने संबोधित किया। अपने 13 मिनट के संबोधन में 3 बड़े फैसले का एलान किया।

1- देश में 15 साल से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन मिलेगी। किशोरों का वैक्सीनेशन 3 जनवरी 2022 से शुरू होगा। देश में इस आयु वर्ग के करीब 8 करोड़ बच्चे हैं, जिन्हें इसका फायदा मिलेगा। 2022 में 3 जनवरी को सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी। ये फैसला कोरोना के ख़िलाफ़ देश की लड़ाई को तो मजबूत करेगा ही स्कूल-कॉलेज जा रहे बच्चों और उनके माता-पिता की चिंता भी कम करेगा।

2- स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, ‘’सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज भी प्रारंभ की जाए। इसकी शुरुआत 2022 में 10 जनवरी सोमवार के दिन से की जाएगी।

3-  60 साल से ज्यादा की उम्र के कोमॉरबिडिटी वाले नागरिक…यानि जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उनके लिए प्रिकॉशन डोज का विकल्प मौजूद होगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कोरोना वैक्सीन की जिस तीसरी डोज को ‘प्रिकॉशन डोज’ कहा है। 60 साल से ऊपर की आयु के कोमॉर्बिडिटी वाले नागरिकों को उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज का विकल्प उनके लिए उपलब्ध होगा। “

22 करोड़ लोग आयेंगे इस फैसले की जद में 

1- देश में 15 से 18 साल की उम्र के करीब 8 करोड़ बच्चे हैं।

2- फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या करीब 3 करोड़ है।

3- जबकि 60 साल से ज्यादा की उम्र के क़रीब 11 करोड़ लोग हैं।

यानि कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी के इस ऐलान से देश में क़रीब 22 करोड़ लोगों को फायदा मिलने वाला है। इसी के साथ पीएम मोदी ने ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर भी चिंता जताई और लोगों से अपील की कि पैनिक होने की बजाय सतर्क रहें।

जनवरी-फरवरी में तीसरी लहर

केरल में कोविड-19 संक्रमण को लेकर बनी विशेषज्ञों की एक कमेटी के चिकित्सक ने कहा कि कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण को रोका नहीं जा सकता है। इसी कमेटी के डॉक्टर अनीस ने कहा कि एक स्टडी के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर जनवरी में शुरू हो सकती है और ओमिक्रोन वैरिएंट इस लहर का प्रमुख कारण हो सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है, हमारे पास इस बार गंभीर रूप से बीमार रोगियों की संख्या दूसरी लहर जैसी नहीं होगी लेकिन हमें पहले से ही तैयार रहने की ज़रूरत है।

विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल ट्रेंड से प्रतीत होता है कि आने वाले 2-3 हफ्तों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन संक्रमितों का आंकड़ा हजार तक पहुंच जाएगा और ऐसी संभावना भी है कि 2 महीने के अंदर संक्रमितों की संख्या 1 मिलियन पर पहुंच सकता है। हमें कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए 1 महीने  से ज्यादा समय नहीं मिल सकता है।

बता दें कि देश में ओमिक्रोन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 115 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, ओमिक्रोन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने।

छः राज्यों में रात्रि कर्फ्यू

ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच देश के 6 राज्यों मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, असम, हरियाणा राजस्थान में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा दिल्ली, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा ने क्रिसमस और न्यू ईयर के मद्देनजर प्रतिबंध लगाए हैं। इन पाबंदियों का मक़सद जश्न के लिए जुटने वाली भीड़ को रोकना है।

मुंबई में बीएमसी ने नए साल के जश्न मनाने के लिए किसी भी बंद या खुली जगह पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। इसके अलावा उद्धव सरकार ने जिम, स्पा, होटल, थिएटर और सिनेमा हॉल को भी 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किए जाने का आदेश दिया है। सभी संचालकों को पहले ही अपनी पूरी क्षमता और 50 फीसदी क्षमता से संचालित होने के बारे में सरकार को बताना होगा। गाइडलाइंस के मुताबिक, बाकी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक आयोजनों में बंद जगह पर 100 और खुली जगह पर 250 (या जगह की क्षमता से 25 फीसदी) से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे।

1. मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दिया है। राज्य के सभी शहरों में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। इसके अलावा वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाने वाले 18 साल से ऊपर के लोगों को सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, थिएटर, जिम, कोचिंग क्लासेस, स्वीमिंग पूल, क्लब, स्टेडियम में एंट्री नहीं मिलेगी। सरकारी कर्मचारियों को दोनों डोज अनिवार्य कर दिए गए हैं। उन्हें ड्यूटी पर भी आना होगा। इसके साथ ही महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है।

2. हरियाणा

हरियाणा में 25 दिसंबर रात 12 बजे से रात्रि कर्फ्यू लागू हो जाएगा। रात्रि कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक प्रभावी होगा। लोगों की सुरक्षा के लिए सार्वजनिक स्थलों व अन्य कार्यक्रमों में 200 से अधिक लोगों के एकत्र होने की अनुमति दी गई है। पब्लिक सेक्टर से संबंधित संस्थानों में एंट्री के लिए टीकाकरण की दोनों डोज को अनिवार्य किया गया है।

3. गुजरात

25 दिसंबर से अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, भावनगर, जामनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा।  मौजूदा नाइट कर्फ्यू की पाबंदियों के तहत रेस्टोरेंट आधी रात तक 75% लोगों के साथ खुले रह सकते हैं। आधी रात तक होम डिलीवरी और टेक-अवे सेवाओं की भी अनुमति है।

4. उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने शनिवार से पूरे सप्ताह रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू किया है।शादी-विवाह तथा अन्य सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति होगी। आयोजनकर्ता को इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को देनी होगी। इस संबंध में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार देर शाम शासनादेश जारी कर दिया।

5. राजस्थान

प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही नाइट कर्फ्यू लागू है। केस कम होने के बाद इनमें कुछ रियायत दी गई थी, लेकिन ओमिक्रोन के ख़तरे को देखते हुए सरकार फिर अलर्ट मोड में आ गई है।

6. असम

25 दिसंबर से राज्य में रात 11:30 बजे से सुबह 6 बते तक रात्रि कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। यह कर्फ्यू 31 दिसंबर, 2021 को लागू नहीं होगा। असम सरकार ने इसकी जानकारी दी।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

Related Articles

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।