नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह और उनके पति और वकील आनंद ग्रोवर के घर और ठिकानों पर सीबीआई का छापा पड़ रहा है। इसके पहले इंदिरा जयसिंह के एनजीओ पर फेरा के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए सरकार ने कार्रवाई की थी। इस सिलसिले में फंड के बेजा इस्तेमाल का आरोप में आनंद ग्रोवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी।
बताया जा रहा है कि ये छापा उनके निजामुद्दीन स्थित घर पर पड़ रहा है। मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने बताया कि ये छापे इंदिरा जयसिंह के दिल्ली और मुंबई स्थिति ठिकानों पर पड़े हैं। सुबह करीब 8.15 पर इन छापों की शुरुआत हुई है। तीस्ता ने बताया कि उन्होंने दोनों स्थानों पर अपने वकील भेज दिए हैं और वह छापों से संबंधित कानूनी प्रक्रिया का जायजा ले रहे हैं। तीस्ता ने इन छापों की कड़ी निंदा की है और इसे केंद्र सरकार की बदले की कार्रवाई बताया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस छापे की निंदा की है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये कहा है कि “मैं जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह और श्री आनंद ग्रोवर के घरों पर सीबीआई छापे की कड़ी निंदा करता हूं। कानून को अपना काम करने दीजिए। लेकिन जिन वरिष्ठों ने जीवन भर कानून और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की लड़ाई लड़ी उन्हें निशाना बनाना साफ-साफ बदले की कार्रवाई है। “
इंदिरा जयसिंह तभी से निशाने पर आ गयी थीं जब उन्होंने जज लोया मामले में फिर से जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका के पक्ष में जिरह की थी। गौरतलब है कि इस मामले में सत्ता से जुड़े कई लोगों पर शक की सुई है। लिहाजा इसकी जांच शुरू होने से उनके ऊपर खतरा था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिका रद्द कर दी।
इसके पहले भी इंदिरा जयसिंह गुजरात सरकार की कई ज्यादतियों के खिलाफ मोर्चा ले चुकी हैं।
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