किसान आंदोलन के 68वें दिन आज संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कांफ्रेंस करके 6 फरवरी को देश भर में चक्का जाम का एलान किया है। किसान शनिवार को देश भर में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक चक्का जाम करेंगे।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई प्रायोजित हिंसा के बाद एक फरवरी को प्रस्तावित संसद पैदल मार्च किसान यूनियनों द्वारा रद्द कर दिया गया था। इस बीच आंदोलन को कमजोर करके खत्म करने के लिए सरकार की ओर से प्रशासनिक स्तर पर और भाजपा और भगवा गुंडों द्वारा सीधे हमला करने की रणनीति अपनाई गई।
राकेश टिकैत के अड़ जाने और रोने वाला वीडियो वायरल होने के बाद पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तमाम गांवों और जिलों में पंचायत-महापंचायत करके दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के फरमान जारी किए गए थे। इसके बाद तमाम गांवों से ट्रालियों में भर-भर कर किसान दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में पहुंचने लगे।
किसान आंदोलन के फिर से मजबूत हो जाने के बाद 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक में पहली बार किसान आंदोलन पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार किसानों से एक फोनकॉल की दूरी पर है और सरकार का प्रस्ताव किसानों के लिए अब भी खुला है।