Friday, March 29, 2024

पहलवानों का संघर्ष: दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण से पूछताछ की, जांच से जुडे़ दस्तावेज मांगे

नई दिल्ली। महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के मामले में दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर से पूछताछ की है। दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को, बृज भूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज किए थे जिसमें पहली प्राथमिकी POCSO अधिनियम के तहत दर्ज की गई थी, दूसरी महिला पहलवानों की शिकायतों के आधार पर सिंह और तोमर के खिलाफ दर्ज की गई थी।

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सिंह को कुछ दिन पहले दो बार बुलाया गया था और दो-तीन घंटे तक पूछताछ की गई। दोनों बार, उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। पुलिस ने उनसे जांच से जुड़े कुछ दस्तावेज भी मांगें हैं। दिल्ली पुलिस ने तोमर से भी दो बार पूछताछ की और उनसे भी कुछ दस्तावेज पेश करने को कहा है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि वे उन्हें पूछताछ के लिए फिर बुलायेंगे।

मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम (एसआईटी) गठित की है। इससे पहले बुधवार को, नाबालिग शिकायतकर्ता ने एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया। दिल्ली पुलिस आने वाले दिनों में महिला पहलवानों के बयान भी दर्ज करेगी। शुक्रवार को एक अन्य पहलवान का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि एसआईटी ने सबूत जुटाने और बयान दर्ज करने के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक का दौरा किया है।

पिछले हफ्ते, पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 161 के तहत शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए। हालांकि, ये अदालत में स्वीकार्य नहीं है। दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़े 30 गवाहों के बयान भी दर्ज किए हैं और ओलंपियन मुक्केबाज मैरी कॉम की अध्यक्षता वाली निरीक्षण समिति जिसे सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच के लिए बनाया गया था की रिपोर्ट भी प्राप्त की है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “हमें निरीक्षण समिति से एक रिपोर्ट मिली है, जहां उन्होंने पीड़ितों और अन्य लोगों के बयान दर्ज किए हैं, लेकिन हमने अपने मामले के लिए उनके (पीड़ितों के) ताजा बयान भी दर्ज किए हैं।”

इससे पहले 21 अप्रैल को, नाबालिग सहित सात महिला पहलवान दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी की अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराने गए थे। लेकिन पुलिस के एफआईआर दर्ज नहीं करने पर पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की। भारत के कुछ नामी गिरामी पहलवान, जिनमें ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट शामिल हैं, 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद ही वे अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म करेंगे।

(कुमुद प्रसाद जनचौक की सब एडिटर हैं।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

Related Articles