Friday, March 29, 2024

शाइस्ता परवीन का पत्र वायरल: अशरफ ने जिस STF अधिकारी का मीडिया से जिक्र किया था क्या वो अमिताभ यश हैं?

प्रयागराज। क्या उस यूपी एसटीएफ अधिकारी का नाम अमिताभ यश है? जिसके बारे में पहले अशऱफ अहमद ने मीडिया से बताया था। या जिसके बारे में अतीक-अशरफ के वकील विजय मिश्रा ने दावा किया है कि बंद लिफाफे में नाम वाली चिट्ठी चीफ जस्टिस तक पहुंच जाएगी। क्या प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए अतीक कुनबे का सफाया कर दिया? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम 27 फरवरी 2023 को लिखे शाइस्ता परवीन के वायरल पत्र से तो यही पता चलता है।

गौरतलब है कि मंगलवार से ही अतीक अहमद की वीबी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम लिखा एक पुराना पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र में शाइस्ता परवीन ने कहा है कि जब से बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें प्रयागराज से महापौर पद का प्रत्याशी घोषित किया है तबसे प्रयागराज निवासी और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री महापौर पद पर अपना क़ब्ज़ा रखने के लिए और शाइस्ता परवीन को चुनाव से दूर रखने के लिए अतीक के परिवार के खिलाफ़ साजिश शुरू कर दिया। शाइस्ता परवीन ने आगे पत्र में आरोप लगाया है कि इसी साजिश के तहत उमेश पाल की हत्या करवायी गयी। जिसकी हत्या का आरोप उनके पति अतीक पर लगाना उनका मकसद था। शाइस्ता परवीन का साफ इशारा योगी सरकार में मंत्री नंदगोपाल नंदी की ओर है।

हालांकि भाजपा ने दो दिन पहले नंदगोपाल नंदी की पत्नी और मौजूदा महापौर अभिलाषा गुप्ता का नाम उम्मीदवारी से बाहर करते हुए प्रयागराज महापौर पद के लिए उमेश चंद्र केसरवानी को अपना उम्मीदवार बनाया है। उमेशपाल हत्याकांड के ठीक अगले दिन यानि 25 फरवरी 2023 को एमपी/एमएलए कोर्ट ने 2014 लोकसभा चुनाव से जुड़े एक मामले में IPC 147 और 323 के तहत दोषी करार देते हुए नंदी को एक साल की सज़ा सुनायी। क्योंकि 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान नंदी पर आरोप लगा था कि उन्होंने अपने समर्थकों को भेजकर तत्कालीन सपा सांसद रेवती रमण सिंह की जनसभा पर हमला करवाया था।  

मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में शाइस्ता परवीन ने आगे दलील दी है कि राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल गवाह नहीं थे। वो अपराध संख्या 270/2007 धूमनगंज प्रयागराज में दर्ज़ करवाये गये अपहरण के मुक़दमें में वादी थे। जिसमें उनकी गवाही 16 और 17 अगस्त 2016 को अदालत में दर्ज़ हो चुकी है। ऐसे में उनके पति अतीक और अशरफ के पास उमेश पाल की हत्या करवाने के कोई मक़सद नहीं था।

शाइस्ता का पत्र

पत्र में शाइस्ता ने कहा है कि यह एक गहरी राजनीतिक साजिश है। जिसकी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच ज़रूरी है। शाइस्ता परवीन ने आगे पत्र में गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि प्रयागराज पुलिस आपके कैबिनेट मंत्री के दबाव में काम कर रही है और मुक़दमे में रिमांड के बहाने उनके पति और देवर को क्रमशः साबरमती और बरेली जेल से बुलवाकर रास्ते में हत्या करवाने की साजिश है।

अतीक की बीबी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अधिकारियों के नाम का खुलासा करते हुए लिखा है कि प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश अतीक के विरोधियों से उनकी हत्या की सुपारी बहुत पहले से लिये बैठे हैं।

पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा में ‘मिट्टी में मिला देने वाले’ बयान को कोट करके लिखा गया है कि आपके द्वारा ‘मिट्टी में मिला देने’ वाले बयान से इन पुलिस अधिकारियों को मेरे पति और देवर की हत्या की सजिश को अंजाम देने का पूरी तरह से अवसर मिल गया है। यदि आपने दख़ल नहीं दिया तो मेरे पति, देवर और पुत्रों की हत्या हो जाएगी।

अतीक अहमद की पत्नी ने पत्र के आखिर में अपने दो नाबिलग बेटों की रिहाई की गुहार लगाते हुए लिखा है कि उसके दोनों नाबालिग बेटे अहजम और आबान जो सेंट जोसेफ कॉलेज में कक्षा 12वीं और कक्षा 9 के छात्र हैं 24 फरवरी शाम से लगातार पुलिस की अवैध हिरासत में हैं। उन्हें अविलंब रिहा करने हेतु उचित कार्रवाई और आदेश पारित करें।

इससे पहले 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकाण्ड के 11वें दिन यानि 6 मार्च 2023 को अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी और अशरफ अहमद की पत्नी जैनब फातिमा ने इलाहाबाद न्यूज रिपोर्टर क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता की पत्नी अभिलाषा नंदी पर अतीक के साथ पैसे की लेन-देन की बात उजागर करते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाया था।

आयशा नूरी ने कहा कि अतीक अहमद से नंद गोपाल गुप्ता ने 5 करोड़ रुपये उधार लिए थे और वापस नहीं कर रहे थे। इस बीच अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन बीएसपी में शामिल होकर मेयर के लिए चुनाव प्रचार करने लगीं, जिससे नंदी और अभिलाषा नाराज हो गए। इस वजह से ये पूरी साजिश करके अतीक अहमद और उनके परिवार को फंसाया गया है।

अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने 6 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि जब वह भाभी के साथ अपने भाई अतीक अहमद से मिलने गई थी, तो उन्होंने शाइस्ता भाभी से कहा था कि अभिलाषा नंदी से मेरा पैसा मंगवा लो, वो न तो मेरा फोन उठा रहे हैं और न हमसे बात हो पा रही है। अभिलाषा नंदी ने साजिश रची है कि शाइस्ता चुनाव ना लड़ सकें।

प्रेस कान्फ्रेंस में आयशा ने आरोप लगाया था कि जब से शाइस्ता परवीन ने बीएसपी ज्वाइन किया और मेयर प्रत्याशी घोषित हुई हैं, अभिलाषा नंदी नहीं चाह रही हैं कि शाइस्ता मेयर के लिए चुनाव लड़ें। शाइस्ता को लोगों का बहुत सपोर्ट मिल रहा है। वो बिल्कुल नही चाहतीं कि शाइस्ता फाइट में आएं और इसीलिए हमारी भाभी को फंसाया गया है।

अतीक की बहन ने STF पर भी आरोप लगाया कि दोनों भाइयों का एनकाउंटर करने की धमकी दी जा रही है और हम लोगों को टॉर्चर कर रहे हैं। आयशा नूरी ने एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी बयान दिया और कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को उकसा कर ‘मिट्टी में मिलाने’ का बयान दिलवा दिया, जिससे पुलिस अफसरों को बल मिल गया है।

आयशा नूरी ने प्रेस के सामने कहा था कि वह मुख्यमंत्री जी से ये प्रार्थना करेंगी कि उनके दोनों भाईयों की सुरक्षा का जिम्मा लें, जब तक उन पर कोई अपराध घोषित नहीं हो जाता वो अपराधी नहीं हैं। वो विधायक और सांसद रह चुके हैं, उनके साथ भारी समर्थन है।

आयशा नूरी ने आगे कहा था कि अगर राजनीति करना, विधायक-सांसद बनना अपराध होता है तो उनकी भाभी शाइस्ता ने भी यही अपराध कर दिया कि वो मेयर का चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री जी और प्रशासन को जो भी पूछताछ करनी हो वीडियोग्राफी से करे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उन्हें गुजरात ले जाया गया है। उन्हें बाहर निकाल कर हत्या की सकती है। उन्हें रमित कुमार शर्मा और अमिताभ एस के द्वारा तीन दिन यही कहा गया कि वो बच नहीं सकते।

वहीं अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें पुलिस द्वारा टॉर्चर किया गया, गन दिखाकर जान से मारने की धमकी दी गई। जैनब फ़ातिमा ने दावा किया कि यूपी पुलिस जेल से ट्रांसफर करने में अतीक और अशरफ़ के ख़िलाफ़ साजिश रच रही है। जबकि उनके पति और जेठ का उमेश पाल हत्याकांड में कोई हाथ नहीं है। जैनब फ़ातिमा ने आरोप लगाया कि वह अपने मायके में थी, उनके बच्चों के सामने वहां पर एसटीएफ की टीम आई और उन लोगों को उठाकर ले गई, उन्हें बहुत टॉर्चर किया गया। उन्होंने कहा कि अगर नहीं चलोगी तो तुम्हारे पति और जेठ को जान का खतरा है।

वहीं अतीक की बहन ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि जिनकी हत्या हुई है वो हमारे भाई की गवाही में नहीं थे, उनका कभी किडनैप हुआ था। उनके परिवार की महिलाएं खुद बता रही हैं। तब अतीक-अशरफ की बहन आएशा नूरी ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि उन्हें तीन बजे रात में इलाहाबाद पुलिस ने उठाया और तीन-चार दिन पुलिस कस्टडी में रखा गया, उसके बाद से उनका स्वास्थ्य बहुत खराब चल रहा है।

उन्होंने कहा कि उन्हें टॉर्चर किया गया, धमकी दी गई और अमिताभ एस ने पूरे दावे के साथ कहा कि तुम्हारे भाई बचेंगे नहीं, एनकाउंटर हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि एसटीएफ के अधिकारी अमिताभ एस और पुलिस प्रशासन के द्वारा कहा गया कि उनके भाई अतीक अहमद और अशरफ को जेल से निकालकर एनकाउंटर किया जा सकता है। वहां यही कहा जा रहा था कि वो लोग बच नहीं सकते।

(प्रयागराज से स्वतंत्र पत्रकार सुशील मानव की रिपोर्ट)

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