Friday, April 19, 2024

आखिरी चरण के आखिरी दिन सबने झोंकी पूरी ताकत! नीतीश ने अपना अंतिम चुनाव बताया, तेजस्वी बोले- इमोशनल कार्ड

पटना। बिहार विधान सभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार आज समाप्त हो गया।बिहार विधान सभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार आज समाप्त हो गया। प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी। अब अंतिम चरण के लिए 78 सीटों पर 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इस बीच, एक चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार यह मेरा अंतिम चुनाव है। उन्होंने कहा कि अंत भला तो सब भला। इसके जवाब में तेजस्वी और चिराग ने हमला बोला। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम ने यह इमोशनल कार्ड खेला है।

बिहार विधान सभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन एनडीए और महागठबंधन की ओर से आज दिग्‍गजों ने ताबड़तोड़ रैलियां कीं। राजद नेता तेजस्‍वी यादव ने सर्वाधिक 17 चुनावी सभाएं की। जबकि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने आठ रैलियों को संबोधित किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह समेत विभिन्न दलों के नेताओं ने सभाओं को संबोधित किया।

चुनावी रैली में नीतीश कुमार ने ऐलान कर दिया कि यह चुनाव उनका आखिरी चुनाव है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने सीएम नीतीश के बयान पर ट्वीट कर कहा कि साहब ने कहा है कि यह उनका आख़िरी चुनाव है। इस बार पिछले 5 साल का हिसाब दिया नहीं और अभी से बता दिया कि अगली बार हिसाब देने आएंगे नहीं। अपना अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे। अगले चुनाव में ना साहब रहेंगे ना जेडीयू। फिर हिसाब किससे लेंगे हम लोग?

प्रचार के अंतिम दिन भाकपा-माले ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। अंतिम दिन बलरामपुर में माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने पार्टी प्रत्याशी काॅ. महबूब आलम के पक्ष में विशाल जनसभा को संबोधित किया। उनके साथ पार्टी की पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन भी शामिल थीं। कटिहार के कांग्रेस के कद्दावर नेता तारिक अनवर ने भी सभा को संबोधित किया। गायघाट में आयोजित गायघाट व औराई की जनसभा को संयुक्त रूप से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने संबोधित किया। आज ही तेजस्वी यादव ने कल्याणपुर में महागठबंधन समर्थित माले प्रत्याशी रंजीत कुमार राम के पक्ष में विशाल आम सभा को भी संबोधित किया।

सिकटा में माले प्रत्याशी के पक्ष में विशाल रोड शो किया गया, जिसमें पार्टी के राज्य सचिव कुणाल शामिल हुए। भाकपा-माले ने कहा है कि तृतीय चरण की सभी सीटों पर माले प्रत्याशियों की जीत तय है। रोजगार के सवाल पर युवाओं, मजदूर-किसानों, स्कीम वर्करों की व्यापक गोलबंदी हो रही है। बिहार से भाजपा-जदयू सरकार की विदाई तय हो चुकी है। बिहार की जनता इस चुनाव के जरिए पूरे देश को एक नया संदेश दे रही है। तीसरे चरण में भाकपा-माले 5 विधानसभा सीटों से महागठबंधन के समर्थन से चुनाव के मैदान में प्रत्यशी उतारा है. बलरामपुर से भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, वारिसनगर से फूलबाबू सिंह, कल्याणपुर से रंजीत कुमार राम, औराई से आफताब आलम और सिकटा से माले की केंद्रीय कमेटी के सदस्य वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता शामिल हैं।

उधर, कांग्रेस पार्टी ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते कहा कि एआईएमआईएम भाजपा की ‘बी’ टीम है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, अभय दूबे और आनंद माधव ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपाई तोता हैं और भाजपा की ध्रुवीकरण की ‘काठ की हांडी’ फेल होगी। अपनी बात के समर्थन में कांग्रेस ने कहा कि हिंदू मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए ही भाजपा, एआईएमआईएम का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस ने कहा कि एआईएमआईएम तेलंगाना राज्य में ही सिर्फ 9 सीटों पर चुनाव लड़ती है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी का आधार ही हैदराबाद है, तो फिर बिहार के सीमांचल में ओवैसी की पार्टी 24 स्थानों पर क्यों चुनाव लड़ रही है।

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये चुनाव बिहार के भविष्य का है। एक तरफ बिहार का विकास करने वाले लोग हैं और दूसरी तरफ बिहार को विनाश की तरफ पहुंचाने वाले हैं।

नड्डा ने कहा कि कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि बिहार में राम जन्मभूमि की बात क्यों करते हो? सीता माता की भूमि पर राम जन्मभूमि की बात नहीं करेंगे, तो कहां करेंगे।

15 जिलों के 78 सीटों पर होगा तीसरे चरण का चुनाव 

राज्य के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा, वैशाली, मुजफ्फरपुर और  समस्तीपुर जिलों में अंतिम चरण का मतदान होगा। इसमे वाल्मीकिनगर, रामनगर(सुरक्षित), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा(सुरक्षित), परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पीपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज(सुरक्षित), फारबिसगंज, अररिया, जोकिहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कस्बा, बनमनखी(सुरक्षित), रूपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी (एसटी), बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज, सिंघेश्वर(सुरक्षित), मधेपुरा, सोनबरसा(सुरक्षित), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहां(सुरक्षित), सकरा(सुरक्षित), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर(सुरक्षित), कल्याणपुर(सुरक्षित), वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा व सरायरंजन विधान सभा शामिल है।

अंतिम चरण का मतदान किशनगंज में भी हो रहा हैं। जहां अल्पसंख्यक समुदायों की लगभग 70 फीसदी आबादी है। यहां से पिछले तीन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के सांसद ने जीत दर्ज की है। आसपास के अन्य तीन पूर्णिया, कटिहार और अररिया जिलों में भी मुस्लिम आबादी 40 प्रतिशत से अधिक है।

(पटना से जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट।)

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