Thursday, April 18, 2024

लॉकडाउन के डर से घरों की ओर लौटने लगे हैं प्रवासी मजदूर

देश में डेढ़ लाख से ज्यादा कोरोना केस रविवार को सामने आए हैं, जो देश में अब तक कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं। देश में लगातार बढ़ रही कोरोना की रफ्तार ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है और कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू से लेकर लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लागू किए जा रहे हैं।

वहीं चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृहमंत्री बिना मास्क के रोड शो निकाल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी कई बार बिना मास्क के कई रैलियों में दिखे हैं। 

महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज़्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में संपूर्ण लॉकडाउन की आशंका है। सूबे के मंत्री असलम शेख ने तंज कसते हुए कहा है कि हमने अपनी टास्क फोर्स से कहा है कि वह जांच करे कि आखिर चुनावी राज्यों में केस क्यों नहीं बढ़ रहे हैं। असलम शेख ने कहा, ‘हमने कोविड टास्क फोर्स से कहा है कि वह इस बात की स्टडी करे कि आखिर महाराष्ट्र में ही कोरोना के केस क्यों बढ़ रहे हैं। कई मंत्री भारी भीड़ के बीच चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं। इसके बाद भी वहां कोरोना के केसों में इजाफा नहीं हो रहा है।’ 

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के राणाघाट दक्षिण में आज रोड शो निकाला है और उनके मुंह पर मास्क तक नहीं था। 

वहीं बीते सप्ताह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस मिलने को लेकर कहा था कि मैं दूसरे राज्यों को लेकर बात नहीं करूंगा। लेकिन हमने तेजी से टेस्टिंग की है और इसकी वजह से भी ज्यादा केस मिल रहे हैं। उन्होंने यह संकेत ज़रूर किया कि दूसरे राज्यों में कोरोना टेस्टिंग कम हो रही है। 

महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के डर से फिर घर लौटने लगे हैं प्रवासी मजदूर 

कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के बाद लोगों को अब फिर से लॉकडाउन की चिंता सताने लगी है। पिछले साल अचानक हुए लॉकडाउन के बाद जो हालात बने थे, उसकी याद लोगों के जेहन में अब भी है। उनका कहना है कि कोरोना का डर, ऊपर से अगर लॉकडाउन हो गया तो इस शहर में रहकर क्या करेंगे। इसी आशंकावश प्रवासी मजदूर व कामगार अब फिर से अपने गृह राज्यों के लिए प्रस्थान करने लगे हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के डर के चलते मजदूर घर वापसी के लिए साधन पकड़ने लगे हैं। 

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