Thursday, March 28, 2024

मुंगेरः भीड़ का फूटा सड़कों पर गुस्सा, आगजनी और एसपी दफ्तर में तोड़फोड़; चुनाव आयोग ने डीएम और एसपी को हटाया

मुंगेर/दिल्ली। बिहार के मुंगेर में बवाल बढ़ गया है। गुरुवार को नाराज लोगों ने एसपी दफ्तर और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके साथ ही थाने पर भी पथराव किया गया है। यहां 26 अक्तूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस फायरिंग हुई थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उसके बाद से ही लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। चुनाव आयोग ने मुंगेर के डीएम और एसपी को हटा दिया है। मुंगेर जिले की निवर्तमान पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र पूर्व आईएएस अधिकारी और जेडीयू के राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह की बेटी हैं।

मुंगेर में फायरिंग में एक शख्स की मौत का विरोध करते हुए सैकड़ों की संख्या में लोग गुरुवार को सड़क पर उतर आए। लोग पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह समेत दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी पहले किला परिसर स्थित एसपी दफ्तर पहुंचे और वहां तोड़फोड़ की। इसके बाद उग्र भीड़ किला परिसर से निकल कर पहले कोतवाली थाना और फिर सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए पूर्वसराय ओपी पहुंची और वहां पुलिस वाहन में आग लगा दी। मुंगेर शहर के बासुदेवपुर ओपी में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई है। मुंगेर में स्थिति पूरी तरह अनियंत्रित बताई जा रही है। सड़कों पर तैनात पुलिस बल जान बचाकर इधर-उधर छिप गए हैं।

उधर, प्रशासन ने मुंगेर मुफस्सिल थानाध्यक्ष एवं बासुदेवपुर ओपी के प्रभारी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जिला पदाधिकारी राजेश मीणा ने अधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग एवं घटित घटना को लेकर मुंगेर मुफस्सिल थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह और बासुदेवपुर ओपी के प्रभारी सुनील कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

स्थानीय लोगों ने पुलिस की गोलीबारी में 20 साल की उम्र के एक युवक की मौत का आरोप लगाया है। इस पर मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा था कि वह भीड़ के बीच से किसी के द्वारा चलाई गई गोली से मारा गया था। घटना के बाद एसपी लिपि सिंह ने कहा था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया। इसमें 20 जवान घायल हो गए। भीड़ की तरफ से भी गोलीबारी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के बाद एक वीडियो सामने आया है। इसमें कथित तौर पर सुरक्षाकर्मियों को विसर्जन जुलूस में लोगों के एक समूह पर लाठीचार्ज करते दिखाया गया था।

आरजेडी, कांग्रेस और तीनों वामपंथी दलों के विपक्षी महागठबंधन ने बुधवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना में ‘हाई कोर्ट-निगरानी जांच’ की मांग की है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के वरिष्ठ नेता उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से पूछा है कि मुंगेर पुलिस को ‘जनरल डायर’ की तरह काम करने की इजाजत किसने दी।

कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी शासन में हिंदू धार्मिक जुलूस को निशाना बनाए जाने के लिए इस पार्टी पर कटाक्ष किया। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बाद में दिन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार की तुलना, ब्रिटिश सेना के अधिकारी रेजिनाल्ड डायर से की। पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने ट्वीट कर पूछा है, ‘मुंगेर की एसपी लिपि सिंह जनरल डायर है तो नरसंहार का मुख्य साजिशकर्ता लार्ड चेम्सफोर्ड कौन है? दुर्गा जी के विसर्जन को गए युवाओं का हत्यारा कौन? नीतीश, नरेंद्र मोदी या बीजेपी-जेडीयू।’

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