नई दिल्ली। छूट के दौरान कुछ जगहों पर हिंसा भड़कने के बाद प्रशासन ने कश्मीर में फिर से पाबंदी लगा दी है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक श्रीनगर के बड़े हिस्सों में बांशिदों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
सूबे के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने रायटर्स न्यूज एजेंसी को बताया कि पैलेट गन से चोटिल कम से कम दो दर्जन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके साथ ही जम्मू इलाके में कुछ जगहों पर इंटरनेट और मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की इजाजत देने के फैसले को प्रशासन ने वापस ले लिया है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा अफवाहों के ऑनलाइन फैलने से बचने के लिए किया गया है।
सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के खात्मे की घोषणा के बाद तकरीबन 4000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एएफपी न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अपना नाम न बताने की शर्त पर एक मजिस्ट्रेट ने बताया कि कश्मीर में कम से कम 4000 लोगों को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस विवादित कानून के तहत किसी भी शख्स को बगैर किसी चार्ज या फिर ट्रायल के दो सालों तक जेल में रखा जा सकता है।
मजिस्ट्रेट ने बताया कि “इनमें से ज्यादातर को विमान से कश्मीर के बाहर ले जाना पड़ा है क्योंकि यहां की जेलों में क्षमता से बाहर कैदी हो गए हैं।” इसके साथ ही उसने यह भी बताया कि दूसरे हिस्सों की जेलों में बंद इन कैदियों की गिनती करने के लिए सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल करना पड़ा क्योंकि मोबाइल और दूसरी संचार की सुविधाएं बिल्कुल ठप हैं।
बीबीसी के हवाले से सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि घाटी के सौरा क्षेत्र में फिर प्रदर्शन हुआ है। इसमें महिलाओं ने बड़ी संख्या में भागीदारी की है। वीडियो में देखा जा सकता है कि इलाके के लोगों ने सुरक्षा बलों के जवानों को इलाके में घुसने से रोकने के लिए जगह-जगह बाड़बंदी कर दी है।
इसके साथ ही जगह-जगह पर लैंडलाइन को शुरू कर दिया गया है। इनकी संख्या अभी 50 हजार बतायी जा रही है। इन पर अपने परिजनों से बात करने के लिए लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। कई जगहों पर परिजनों को बात करने के दौरान भावुक होते हुए देखा जा सकता है।
इस बीच, सीमा पर भी तनाव बढ़ गया है। और भारत के एक सैनिक के मरने के बाद सीमा पार यानी पाकिस्तान में भी कुछ के मरने की खबर है।