कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सुबह-सुबह रामपुर के लिए रवाना हो गई थीं। रामपुर के विलासपुर तहसील के डिबडिबा गांव पहुंचकर किसान आंदोलन के शहीद नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में उन्होंने शिरकत की। प्रियंका गांधी ने परिवार के लोगों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। उनके साथ कांग्रेस के बड़े नेता भी मौजूद हैं।
बता दें कि नवरीत की 26 जनवरी को किसान परेड के दिन आईटीओ चौराहे पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि यह मौत ट्रैक्टर पलटने से हुई, जबकि नवरीत के परिजनों और उनसे जुड़े लोग पुलिस की इस बात से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। इस सिलसिले में वो नवरीत के गले के नीचे और कान के ऊपर हुए दो छिद्रों का हवाला देते हैं, जिनसे गोली लगने और आर-पार हो जाने के संकेत मिलते हैं।
यह संदेह तब और बढ़ जाता है जब नवरीत के पिता कहते हैं कि रामपुर में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए हैं। नवरीत के पिता का कहना है कि डॉक्टर ने खुद उन्हें गोली लगने से मौत की बात बताई, लेकिन उसने कहा कि वह इस बात को दबावों के चलते पोस्टमार्टम में दर्ज नहीं कर सकता है।
नवरीत आस्ट्रेलिया में रहते थे और कुछ दिनों की छुट्टी पर भारत आए थे और उनके साथ यह हादसा पेश आ गया। लिहाजा उनकी मौत का मसला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में भी है। द गार्जियन ने भी इस पर रिपोर्ट दी है और इस मसले पर छानबीन करने की कोशिश की है।
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