Saturday, April 20, 2024

राहुल गांधी के आगे झुका यूपी प्रशासन, प्रियंका गांधी की हुयी रिहाई, दोनों पीड़ित किसानों से मिलने लखीमपुर खीरी पहुंचे

उत्तर प्रदेश में कोई घटना घटित होती है तो मामले को सुलझाने से ज़्यादा योगी सरकार की कोशिश विपक्ष को पीड़ित परिवार तक पहुंचने से रोकने की होती है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी को परसों सुबह हिरासत में लेने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पीड़ित किसान परिवारों से मिलने से रोकने में लग गया। शह मात के खेल में फिलहाल योगी सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पीड़ित किसान परिवारों से मिलने की अनुमति दे दी है। राहुल गांधी सीतापुर से प्रियंका गांधी को साथ लेकर पीड़ितों से मिलने के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और भूपेश बघेल भी हैं।

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी को भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तारी से मुक्त कर दिया है। राहुल गांधी लखनऊ से सीतापुर पहुंच गए हैं। वहां से वो पहले मरहूम किसान लवप्रीत के घर जाएंगे। इसके बाद दोनों निघासन खीरी के मरहूम पत्रकार रमन कश्यप के घर जाएंगे। राहुल-प्रियंका पलिया के रास्ते किसान-पत्रकार के घर जाएंगे। किसान लवप्रीत का घर चौखड़ा फार्म में है।

लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे राहुल गांधी

आज दोपहर 2 बजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे थे। वह दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर सीधे लखनऊ पहुंचे थे। पहले उनको लखनऊ में रोकने की बात कही गई थी लेकिन फिर कुछ शर्तों को लेकर राहुल गांधी और प्रशासन के बीच ठन गयी। जिसके बाद राहुल गांधी एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। राहुल ने कहा है कि वह अपनी गाड़ी से ही आगे जाना चाहते हैं, लेकिन इसकी इज़ाज़त नहीं दी जा रही।

लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनको निकलने नहीं देंगे तो एयरपोर्ट से धरने से हटेंगे नहीं। चाहे एक दिन, दो दिन, 15 दिन हो जाए। राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि – “सरकार कुछ बदमाशी करना चाहती है, मुझे नहीं पता क्या लेकिन इनका कुछ प्लान है। ये मुझे कैदी की तरह पुलिस की गाड़ी में लेकर जाना चाहते हैं।”
राहुल गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा कि यह कैसी परमिशन है? वहीं प्रशासन की दलील थी कि लखीमपुर जाने के लिए प्रशासन ने जो एस्कोर्ट और रास्ता तय किया है उससे ही जाना होगा। लेकिन राहुल इस पर राजी नहीं हुये।

लखनऊ एयरपोर्ट पर किस बात को लेकर विवाद था

मिली जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर विवाद 3 बातों को लेकर था।

1- प्रशासन ने बकायदा रूट और गाड़ियां तय की हुई थीं लेकिन राहुल ने उनसे जाने से इनकार कर दिया।

2- इसके अलावा प्रशासन राहुल गांधी को एयरपोर्ट के दूसरे गेट से निकालना चाहता था। लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि वह मेन गेट से ही जाएंगे।

3- प्रशासन राहुल को सीधा लखीमपुर जाने को कह रहा था, लेकिन राहुल ने कहा कि वह पहले सीतापुर जाएंगे और वहां से प्रियंका के साथ ही लखीमपुर जाएंगे।

योगी सरकार ने अब राजनेताओं को लखीमपुर जाने की इज़ाज़त दे दी है। लेकिन एक पार्टी से सिर्फ़ 5-5 नेताओं का डेलिगेशन ही लखीमपुर जा सकेगा।

प्रियंका गांधी रिहा हुयीं

वहीं दूसरी ओर प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी अब खत्म हो गई है। यूपी पुलिस ने सीतापुर में रिहा कर दिया है।
गौरतलब है कि कल उनके पुलिस हिरासत को गिरफ़्तारी में कन्वर्ट कर दिया गया था। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि उन्हें अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया है और वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। अपनी गिरफ्तारी के बारे में बताते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “मुझे गिरफ्तार करने वाले अधिकारी डीसीपी पीयूष कुमार सिंह, सीओ सिटी, सीतापुर द्वारा मौखिक रूप से सूचित किया गया है कि मुझे 4 अक्टूबर, 2021 को सुबह 4.30 बजे धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया है। जिस समय मुझे गिरफ्तार किया गया था, उस समय मैं लखीमपुर खीरी की सीमा से लगभग 20 किमी दूर सीतापुर जिले में यात्रा कर रही थी, जो धारा 144 के तहत था, लेकिन मेरी जानकारी में सीतापुर में धारा 144 नहीं लगाई गई थी।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में रखे जाने को लेकर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने सवाल उठाते हुये कहा कि उनका पूरा परिवार घबराया हुआ है और बच्चे परेशान हैं। उन्होंने योगी सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘आखिर उनको किस आधार पर हिरासत में रखा गया है। एक महिला से आप इतना ज्यादा डरते हैं कि उनको रोके रखा गया है। प्रियंका अपने दो साथियों के साथ पहुंची थीं। उन्हें पीड़ितों से मिलने दिया जाता तो यह सबकुछ नहीं होता।उन्होंने कहा कि आखिर किस आधार पर उन्हें हिरासत में रखा गया है।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ बेहद खराब बर्ताव किया जा रहा है। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्रियंका को लगातार डीटेन करके रखा गया है। विपक्षी नेताओं को रिहा कर दिया, लेकिन प्रियंका को अभी तक हिरासत में रखा गया है।

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