Tuesday, April 16, 2024

महिला पहलवानों के समर्थन में आए आईओसी और अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती संघ

नई दिल्ली। लम्बे समय से आंदोलनरत महिला पहलवानों के समर्थन में अब अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक महासंघ और विश्व कुश्ती संघ भी आ गया है। दोनों संगठनों ने पहलवानों के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर चिंता जताई है और मामले की निष्पक्ष जांच करने को कहा है। संघ के एक प्रवक्ता ने कहा, “पिछले दिनों इन महिला पहलवानों के साथ जो व्यवहार किया गया, उनके साथ मार-पीट की गई और उन्हें घंटों हिरासत में रखा गया, यह बहुत चिंताजनक है।”

अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ ने यौन उत्पीड़न के आरोपों की निष्पक्ष जांच करने औऱ जांच प्रक्रिया के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा और जांच में तेज़ी लाने की बात कही है। वहीं अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक एसोसिएशन ने पीटी ऊषा की अध्यक्षता वाली भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन की इस मामले पर लगातार चुप्पी पर हैरानी जताई है।

हालांकि संस्था ने बृजभूषण सिंह का नाम तो नहीं लिया पर कहा कि, “इस सप्ताह के अन्त में भारतीय महिला कुश्ती के पहलवानों के साथ जो व्यवहार किया गया वह बहुत ही परेशान और चिंतित करने वाला है। आईओसी इस बात को बहुत ज़ोर देकर कहता है कि इन पहलवानों की तरफ से लगाए गए आरोपों की भारतीय कानूनों के अनुसार निष्पक्ष जांच की जाए। हम समझते हैं कि इसकी जांच में कुछ प्रारंभिक क़दम ज़रूर उठाए गए हैं, लेकिन ठोस कार्यवाही करने के लिए और भी महत्वपूर्ण क़दम भी उठाने होंगे।” आईओसी का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत इसी वर्ष अक्टूबर माह में आईओसी के वार्षिक सत्र की मेज़बानी करेगा। जहां सरकार की तरफ से 2036 के ओलम्पिक खेलों के लिए गुजरात को उम्मीदवार के रूप में पेश करने की उम्मीद है। आईओसी की यह टिप्पणी अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ जो आईओसी द्वारा मान्यता प्राप्त एक अन्तर्राष्ट्रीय खेल संगठन है, जिसका भारतीय कुश्ती महासंघ भी एक सदस्य है, के बयान से मेल खाता है।

इस संगठन ने भी पहलवानों के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें हिरासत में लेने की कड़ी निंदा की है और इसे बहुत ही चिंताजनक बताया। उसने कहा है कि यदि तय समय के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ नये चुनाव नहीं कराएगा, तो भारत को अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती से निलम्बित कर दिया जाएगा। इस बारे में यह भी पता लगा है कि आईओसी और विश्व कुश्ती महासंघ प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ एक संयुक्त वर्चुअल बैठक पर विचार कर रहा है।

पिछले महीने ही अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ ने भारत में कुश्ती महासंघ की व्यवस्था को ठीक-ठाक करने के लिए एक तदर्थ कमेटी का गठन किया। भारतीय कुश्ती महासंघ ने इसके गठन के 45 दिनों के भीतर नये चुनाव कराने का वादा किया था। तय समय सीमा समाप्त होने में दो सप्ताह से भी कम समय बचा है लेकिन अभी तक इसकी कोई औपचारिक अधिसूचना भी ज़ारी नहीं की गई है। इस वर्ष दिल्ली में एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप होने की बात थी, लेकिन इन परिस्थितियों के चलते अन्तर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ ने इसको दूसरी जगह हस्तांतरित कर दिया है।

भारत की अन्तर्राष्ट्रीय महिला पहलवान, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ 23 अप्रैल से आंदोलनरत हैं। महिला पहलवानों ने सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इनकी मांग है कि सिंह को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने सिंह के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है। सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने लगातार 36 दिनों तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया।

इन पहलवानों में अधिकांश एशियाई खेल, ओलम्पिक खेल और विश्व महिला कुश्ती की विजेता हैं। पिछले रविवार को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नये संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे, तब ये महिला पहलवान उन्हें ज्ञापन देने के लिए संसद भवन की ओर बढ़ रही थीं। उस समय उन्हें पुलिस द्वारा घसीटा गया, पीटा गया और उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया। इस घटना के फोटो भारतीय गोदी मीडिया को छोड़कर दुनिया के अधिकांश देशों में प्रकाशित हुए या चैनलों पर दिखाए गए। 30 मई को इस आंदोलन में तब नया मोड़ आ गया, जब महिला पहलवानों ने यह घोषणा की कि वे हरिद्वार में हर की पौड़ी जाकर अपने पदकों को गंगा में विसर्जित कर देंगी।

हालांकि बाद में किसान नेता नरेश टिकैत के कहने पर उन्होंने इसको कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया। अब अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक महासंघ और विश्व कुश्ती संघ की तरफ से चिंता जताये जाने से इस मामले का अन्तर्राष्ट्रीयकरण हो गया है। जिससे भविष्य में भारतीय खेल जगत पर बहुत गम्भीर और नकारात्मक असर होने की संभावना है। इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को भी बेहद नुकसान हो रहा है। लेकिन केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार को न तो खेलों की चिंता है, न ही देश के छवि की।

(जनचौक की रिपोर्ट। कुछ इनपुट इंडियन एक्सप्रेस से लिए गए हैं।)

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