Saturday, April 20, 2024

तीन घंटे के चक्का जाम में ठहर सा गया देश, किसानों के समर्थन में उतरे बड़ी संख्या में लोग

किसान संगठनों के आह्वान पर तीन घंटे के चक्का जाम का देश भर में व्यापक असर नजर आया। विभिन्न प्रदेशों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकले और दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक सड़क जाम कर दी। हालांकि जाम का असर तीन बजे के बाद तक रहा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को किसान संगठनों ने चक्का जाम से बाहर रखा था। पंजाब और हरियाणा में आज चक्का जाम की वजह से स्कूलों में छुट्टी रही। वहीं हरियाणा के पेहोवा में जब किसानों ने एक बारात को चक्का जाम से बाहर निकालने की कोशिश की तो दूल्हा खुद आंदोलन का हिस्सा बन गया। बारात ने किसानों के हक में नारे भी लगाए।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गृह जिले ग्वालियर में तीन और लोकसभा क्षेत्र मुरैना में चार जगहों पर किसानों ने 7 हाईवे जाम कर दिए। सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष किसान आज जम्मू-पठानकोट हाईवे को जाम कर दिया। ये लोग किसान एकता जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे हैं। हैदराबाद में भी किसानों ने सड़कों पर निकलकर चक्का जाम किया। बेंगलुरु में चक्का जाम करने निकले किसानों को हिरासत में ले लिया गया।

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KMP हाईवे बंद कर दिया गया। गुरुग्राम बॉर्डर भी बंद रहा। पटना में किसानों ने चक्का जाम किया और नारेबाजी की। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा कर्नाटक, राजस्थान और तमिलनाडु ज्यादा प्रभावित रहा। रांची-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी किसानों के चक्का जाम का असर देखने को मिला। रांची-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ियों की आवाजाही बंद रही। इस दौरान सड़क पर सन्नाटा छाया रहा।

इन इलाकों में पूर्ण चक्का जाम रहा। दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे, औरंगाबाद-नासिक हाइवे, पिपली नेशनल हाइवे, गंजाम हाइवे ओडिसा, करनाल हाइवे, रीवां हाइवे, दिल्ली- आगरा हाइवे, पलवल हाइवे, ग्वालियर-दिल्ली हाइवे और सहसराम-मुगलसराय हाइवे।

ट्रैक्टर और ट्रक लगाकर बंद किया ईस्टर्न पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे
चक्का जाम के दौरान किसानों ने सोनीपत पर ईस्टर्न पेरिफेरेल एक्सप्रेस-वे बंद कर दिया। किसानों ने अपने ट्रैक्टर और बड़े ट्रक लगाकर ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे बंद कर दिया। तितरम मोड़ पर हजारों की संख्या में किसानों ने एकत्रित होकर नेशनल हाइवे को जाम कर दिया। बच्चे, महिला और पुरुष पैदल, गाड़ियों और ट्रैक्टर ट्रालियों पर सवार होकर जाम स्थल पर पहुंचे।

किसानों ने केजीपी-केएमपी पर लगाया जाम
कृषि कानूनों के विरोध में ‘चक्का जाम’ कर रहे किसानों ने सोनीपत में कुंडली बॉर्डर के पास केजीपी-केएमपी पर जाम लगा दिया। किसान, एंबुलेंस और जरूरी सेवाओं को नहीं रोक रहे हैं और उन्हें जाने दे रहे हैं। आंदलोनरत किसानों ने पलवल हाईवे को बंद कर दिया। वहीं हैदराबाद में हाईवे पर चक्काजाम करने जुटे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हटा दिया।

कोटा में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। अलवर में किसानों ने 10 से 12 जगहों पर पत्थर और कंटीली झाड़ियां डालकर नेशनल और स्टेट हाईवे जाम कर दिया।

चक्का जाम के मद्देनज़र हरियाणा और पंजाब में स्कूलों की छुट्टियां कर दी गईं। रोडवेज बसें बंद रहीं। भिवानी, जींद में 15, यमुनानगर में 12, करनाल में 10 और कैथल में पांच जगहों पर चक्काजाम किया गया है। हिसार और पानीपत में नेशनल और स्टेट हाईवे जाम किए गए। संगरूर, बठिंडा, अमृतसर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, फजिल्का, मुक्तसर, कपूरथला, गुरदासपुर और जालंधर के अलग-अलग इलाकों में चक्काजाम किया गया।

इस बीच ब्राम्पटन के मेयर ने भी किसानों का समर्थन किया है।

किसान आंदोलन स्थलों की किलेबंदी की गई है। ग़ाज़ीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर 12 से 20 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। साथ में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। किसानों के देशव्यापी चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली के अंदर और दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। टिकरी बॉर्डर की भी किलेबंदी की गई है। टिकरी बॉर्डर पर करीब 20 लेयर की सुरक्षा है। तारों और नुकीली कीलों के साथ अब पुलिस ने एक जाल भी लगाया है। पथराव से बचने के लिए सड़क पर रोड रोलर खड़े किए गए हैं। किसानों तक पहुंचने वाले छोटे छोटे रास्तों को बंद किया गया है।

विपक्षी दलों ने चक्का जाम का समर्थन किया
कांग्रेस, सपा, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई सीपीएम सीपीआईएल समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने आज के किसान चक्का जाम का समर्थन किया है। लेफ्ट पार्टियों के आनुसंगिक संगठन भी चक्का जाम में सक्रिय रहे। कई मजदूर, महिला और छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज के चक्का जाम का समर्थन किया। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर में चक्का जाम में हिस्सा लेने के लिए लोगों से अपील की थी।

रीवा के अलावा चाकघाट, देवतालाब, गुढ, मनगवां, हनुमना में नेशनल हाईवे 27 और 30 में चक्काजाम किया गया। इसके अलावा सिरमौर, सेमरिया, गोविंदगढ़, जवा, लालगांव में स्टेट हाईवे में चक्काजाम किया गया।

मुरैना, जौरा में AIKS नेता ओमप्रकाश कुशवाह सहित 250 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार होने वालों में 60 महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा भिंड के गोहद में भी कुछ गिरफ्तारियों की सूचना है।

पप्पू यादव की पार्टी जनअधिकार पार्टी ने पटना में चक्काजाम किया। रिपोर्टर ने पूछा कि आप लोगों ने सड़क पर टायर क्यों जलाया है तो उन्होंने कहा कि ये टायर नहीं केंद्र सरकार की लाश है।

राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “चक्का जाम शब्द इस सरकार में अचानक से बहुत गंदा शब्द बना दिया गया। जबकि जेपी आंदोलन के समय हर तीसरे दिन चक्का जाम किया जाता था, लेकिन उस समय चक्का जाम करने वालों को खालिस्तानी, अलगाववादी, विकास में अवरोधक नहीं कहा जाता था। सच कहूं तो आज पूरा देश चक्का जाम के समर्थन में है। सदन के बाहर भाजपा के कई सांसद इस कृषि कानूनों से असहज हैं।”

वहीं पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दल जाम के समर्थन में हैं।

वहीं हरियाणा के पेहोवा में चक्का जाम के दौरान एक बारात पहुंच गई। किसानों ने बारात को निकालने के लिए चक्का जाम खोलने की पेशकश की, लेकिन दूल्हे ने कहा कि वो भी चक्काजाम का हिस्सा बनेगा। इसके बाद दूल्हे समेत सभी बारातियों ने गाड़ियों से निकलकर चक्का जाम में हिस्सा लिया और किसान झंडा उठाकर किसान एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

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