Friday, March 29, 2024

‘बुली बाई’ ऐप मामले में श्वेता सिंह व विशाल कुमार झा नामक दो लोग गिरफ्तार

मुंबई साइबर पुलिस ने ‘बुली बाई’ ऐप मामले में उत्तराखंड से एक 19 वर्षीय युवती श्वेता सिंह व बेंगलुरु से इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया है। संबंधित अधिकारियों ने कहा है कि गिरफ्तार युवती, इस मामले में मुख्य आरोपी है।
मुंबई साइबर पुलिस ने छात्र विशाल कुमार झा को सोमवार को बेंगलुरु से पकड़ा था और बाद में उसे गिरफ्तार करके बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहाँ से उसे 10 जनवरी तक के लिए मुंबई पुलिस की हिरासत में भेज दिया।
जबकि 19 वर्षीय आरोपी श्वेता सिंह को कल मंगलवार को ऊधमपुरनगर से गिरफ्तार किया गया है उसे आज मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा इस समय उत्तराखंड में ही है और वो मुख्य आरोपी श्वेता सिंह की कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेगी और मुंबई ले जाकर पूछताछ करेगी। एक अधिकारी के मुताबिक आरोपी युवती श्वेता सिंह और विशाल कुमार झा कथित तौर पर एक-दूसरे को जानते हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विशाल कुमार झा को मुंबई की एक अदालत ने पुलिस हिरासत में भेजा है जबकि उत्तराखंड की एक अदालत ने मुंबई पुलिस को श्वेता सिंह की चार दिन की ट्रांजिट रिमांड दी है ताकि उसे यहां लाया जा सके। उन्होंने कहा कि आरोपी युवती को बुधवार को मुंबई की अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
पुलिस ने झा को 10 दिनों की हिरासत में देने और बेंगलुरु में उसके परिसरों की तलाशी लेने की अदालत से अनुमति मांगी। पुलिस की दलील सुनने के बाद मजिस्ट्रेट ने आरोपी छात्र को 10 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया और पुलिस को उसके परिसरों की तलाशी लेने की भी अनुमति दे दी।
आरोपी छात्र के वकील दिनेश प्रजापति ने पीटीआई-भाषा से कहा, ” मेरे मुवक्किल विशाल झा को इस मामले में झूठा फंसाया गया है। उसकी इस फर्जी ऐप या कोई फर्जी खाता बनाने में कोई भूमिका नहीं है। वह केवल एक छात्र है। प्रजापति ने इस बात से भी इंकार किया कि झा और संदिग्ध युवती एक-दूसरे को जानते हैं”।जबकि छात्र विशाल कुमार झा ने पुलिस पूछताछ में क़बूल किया है कि वो युवती श्वेता सिंह से इंस्टाग्राम के जरिये मिला था। 
इससे पहले पुलिस ने, ‘गिटहब’ मंच के ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डाले जाने की शिकायत प्राप्त होने के बाद अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी।

31 दिसंबर को बदला था अपने ट्विटर एकाउंट का नाम 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया है कि विशाल कुमार झा खालसा सुपरमासिस्ट नाम से एक ट्विटर खाता चला रहा था और उसने कुछ अन्य फर्जी ट्विटर हैंडल के नाम भी बदलकर इस तरह रखे थे कि ये सिख नाम प्रतीत हों।
उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि इस सबके जरिए पंजाब में धार्मिक तनाव पैदा करने के प्रयास किए गए या नहीं, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
मुंबई साइबर पुलिस थाने ने ऐप के अज्ञात डेवलपर और उसका प्रचार-प्रसार करने वाले ट्विटर हैंडल के विरुद्ध भी एक मामला दर्ज किया है।
इससे पहले पुलिस ने कहा कि इन ट्विटर हैंडल में से कई की प्रोफाइल तस्वीर पगड़ी पहने हुए लोगों की है और पोस्ट में लिखी गई सामग्री पंजाबी भाषा में लिखी गई है, जिसे लेकर माना जा रहा है कि ये गलत पहचान दिखाकर भटकाने का प्रयास है।
यह मामला ‘बुली बाई’ नामक ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए बिना इज़ाज़त सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं के छेड़छाड़ किये हुए चित्र और विवरण डालने का है। एक साल से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार हुआ है। पिछले साल ‘सुल्ली डील्स’ नामक ऐप पर इसी प्रकार की सामग्री डाली गई थी।

ट्विटर और गिटहब पर दर्ज़ किया गया एफआईआर 

बुल्ली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने ट्विटर और गिटहब के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज़ किया है। इन पर बुल्ली बाई ऐप को प्रमोट करने का आरोप है। 
इस मामले को लेकर बढ़ते आक्रोश के बीच दिल्ली पुलिस ने भी गिटहब से बुली बाई ऐप को बनाने वालों के बारे में जानकारी मांगी है और ट्विटर से भी इससे संबंधित सामग्री को हटाने को कहा है।
पुलिस ने ट्विटर से उस खाते के बारे में भी जानकारी मांगी है, जिससे सबसे पहले इस ऐप के बारे में ट्वीट किया गया।

अल्पसंख्यक आयोग ने तलब किया रिपोर्ट 

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग व महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को 10 जनवरी से पहले कार्रवाई  रिपोर्ट सहित तलब किया है।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।) 

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