Saturday, April 20, 2024

शिंदे सरकार पर उद्धव ठाकरे का तीखा हमला, बारसू जाने का ऐलान किया

महाराष्ट्र के विपक्षी पार्टी महा विकास अघाड़ी(एमवीए) की तिकड़ी ने सोमवार को मुंबई में महाराष्ट्र दिवस पर के मौके पर तीसरी संयुक्त रैली की। रैली में पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना(यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कोंकण इलाके के रत्नागिरी जिले में बारसु रिफाइनरी परियोजना को लेकर सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार को निशाने पर लिया। रैली में उद्धव ठाकरे ने 6 मई को बारसू जाने का ऐलान किया और कहा कि बारसू “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर” नहीं है। उन्होंने रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों से मिलने की बात कही।

उन्होंने राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे रोकने की कोशिश करने की? यह पीओके या बांग्लादेश नहीं है। मैं पहले बारसू जाऊंगा और फिर अपनी रैली के लिए महाड़ (रायगढ़) जाऊंगा। हां, मैंने बारसू को एक वैकल्पिक जगह के रूप में प्रस्तावित किया था। लेकिन केंद्र को लिखे अपने पत्र में, मैंने कभी नहीं कहा कि पुलिस को परियोजना का विरोध करने वाले स्थानीय लोगों पर लाठियां और गोलियां चलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पहली चिंता पर्यावरण का संरक्षण था।”

रत्नागिरी के बारसू गांव में एशिया की ‘सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी’ रत्नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल लिमिटेड बनने जा रही है। यह इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम और सऊदी अरब के स्वामित्व वाली अरामको और संयुक्त अरब अमीरात की नेशनल ऑयल कंपनी के बीच एक संयुक्त उद्यम माना जा रहा है। लेकिन बारसू गांव के स्थानीय लोग इस परियोजना के विरोध में लगातार उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं।

ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उद्योग मंत्री उदय सामंत बारसु रिफाइनरी पर सलाह लेने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिले थे। उन्होंने कहा कि “जब आप (बीजेपी-शिंदे गुट) पवार से मदद मांगने जाते हैं, तो यह ठीक है। लेकिन जब मैं एमवीए (कांग्रेस और एनसीपी के साथ) चला रहा था, तो आपने मुझ पर कई अपशब्द कहे।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने मुंबई शहर को महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिश के खिलाफ भाजपा को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि, “अगर कोई मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की हिम्मत करता है, तो हम (शिवसेना यूबीटी) उसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। उन्होंने बीजेपी पर मुंबई के राजस्व में कटौती करने और शहर को कम महत्व देने की कोशिश करने का आरोप लगाया। वहीं अजीत पवार ने कहा कि “मुंबई शहर केवल शिवसेना के कारण टिका हुआ है।”

रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) नेता अजीत पवार ने राज्य सरकार के खिलाफ हमला बोला और कहा कि किसी को भी इनकी “विभाजनकारी रणनीति” का शिकार नहीं होने देंगे।” शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस के सभी शीर्ष नेताओं ने अपने भाषणों में संकेत दिया कि तीनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी।

(कुमुद प्रसाद जनचौक की सब एडिटर हैं।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

Related Articles

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।