Friday, April 19, 2024

क्या क्रूज पर NCB छापेमारी गुजरात की मुंद्रा बंदरगाह पर हुई ड्रग्स की ज़ब्ती के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश है?

शाहरुख खान आज अपने बेटे आर्यन खान से मिलने आर्थर जेल गए थे। इसी बीच अब शाहरुख खान के घर मन्नत में एनसीबी की टीम पहुंची। एनसीबी की टीम ने मन्नत पहुंचकर शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को नोटिस दिया। दरअसल एनसीबी की टीम पूजा को नोटिस देने के लिए ही पहुंची थी। दरअसल शाहरुख खान का अपने बंगले मन्नत में ही ऑफिस भी है। ऐसे में एनसीबी टीम को नोटिस देने के लिए उनके घर पर ही जाना पड़ा।कहा जा रहा है कि शाहरुख खान के घर पहुंची एनसीबी की टीम ने अभिनेता से आर्यन का एजुकेशनल और मेडिकल रिकॉर्ड मांगा है। साथ ही उनसे कहा है कि उनके पास बेटे आर्यन की कोई और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है तो उन्हें सौंप दें। 
इतना ही नहीं शाहरुख खान के अलावा एनसीबी की एक टीम चंकी पांडेय की बेटी अनन्या पांडे के घर भी नोटिस देने पहुंची थी।https://twitter.com/ANI/status/1451126908985380868?s=19

ड्रग्स केस में एनसीबी की ओर से तलब किए जाने पर एक्ट्रेस अनन्या पांडे पूछताछ के लिए उसके दफ्तर पहुंची हैं। आर्यन के वॉट्सऐप चैट से अनन्या के तार जुड़े होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, एनसीबी की कई टीमों ने क्रूज रेव पार्टी के संबंध में मुंबई के अंधेरी इलाके में तलाशी ली। एनसीबी ने छापेमारी के दौरान कुछ साक्ष्य जुटाए हैं।  चंकी पांडे की बेटी अनन्या शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान की क़रीबी दोस्त हैं। एनसीबी को अनन्या और आर्यन खान के बीच हुए कुछ चैट मिले हैं। इन्हीं को लेकर पूछताछ के लिए एनसीबी की टीम अनन्या के घर पहुंची थी। एनसीबी के हाथ जो चैट आए हैं, उनमें आर्यन कथित तौर पर ड्रग्स को लेकर बात कर रहे हैं।

कोर्ट ने आर्यन की ज़मानत याचिका ख़ारिज की

इससे पहले कल 20 अक्तूबर को क्रूज ड्रग्स मामले में शाहरुख के बेटे आर्यन खान की ज़मानत याचिका को सेशंस कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया। आर्यन के वकील ने अब बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। जस्टिस नितिन डब्लू साम्ब्रे के सामने आर्यन खान के वकील ने ज़मानत याचिका दाख़िल की है। वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट में आर्यन खान की ज़मानत पर 26 अक्टूबर यानी मंगलवार को सुनवाई होगी। 

 
कल आर्यन खान की ज़मानत याचिका ख़ारिज करते हुये विशेष एनडीपीएस अधिनियम अदालत ने अपने 21 पृष्ठ के आदेश में कहा कि आर्यन खान की व्हाट्सऐप चैट से प्रथमदृष्टया पता चलता है कि वह नियमित आधार पर मादक पदार्थ संबंधी अवैध गतिविधियों में शामिल था। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि यदि उसे ज़मानत पर रिहा किया जाता है तो उसके द्वारा ऐसा अपराध किए जाने की संभावना नहीं है। इसने यह भी कहा कि आर्यन जानता था कि उसके दोस्त और सह-आरोपी अरबाज मर्चेंट के पास मादक पदार्थ था, भले ही एनसीबी को आर्यन से कोई मादक पदार्थ नहीं मिला हो।
न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा कि आवेदकों/आरोपी नंबर 1 से 3 (आर्यन खान, मर्चेंट और धमेचा) की गंभीर अपराध में प्रथमदृष्टया संलिप्तता को देखते हुए, यह जमानत देने के लिए उपयुक्त मामला नहीं है। अदालत ने कहा कि मामले के काग़ज़ात और आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट के स्वैच्छिक बयानों से पता चलता है कि उनके पास सेवन और मौज-मस्ती के लिए मादक पदार्थ थे।
विशेष न्यायाधीश वी वी पाटिल ने अपने आदेश में आगे कहा, इन बातों से पता चलता है कि आरोपी नंबर 1 (आर्यन) को आरोपी नंबर 2 (मर्चेंट) द्वारा अपने जूते में छिपाए गए प्रतिबंधित पदार्थ की जानकारी थी। एनसीबी ने आर्यन खान, मर्चेंट और धमेचा को मादक पदार्थ रखने, इससे संबंधित साजिश, इसके सेवन, ख़रीद और तस्करी करने के आरोप में 3 अक्तूबर को गिरफ्तार किया था।बता दें कि तीनों इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। आर्यन और मर्चेंट मुंबई में आर्थर रोड जेल में बंद हैं। धमेचा यहां भायकला महिला कारागार में बंद है। 

क्रूज से कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी का मामला झूठा है  – नवाब मलिक
https://twitter.com/NCPspeaks/status/1450788398520627204?s=08

कल कोर्ट से आर्यन की जमानत याचिका ख़ारिज होने पर एनसीबी ऑफिसर समीर वानखेड़े ने कहा जीत हमेशा सच की होती है- सत्यमेव जयते।

वहीं नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को निशाने पर लेते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने आज गुरुवार को दावा किया है कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था। मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि एनसीबी ने राजपूत की दोस्त रिया चक्रवर्ती को ‘झूठे मामले’ में फंसाया। वानखेड़े के नेतृत्व में कुछ दिन पहले एनसीबी ने मुंबई तट के पास एक क्रूज पर छापेमारी कर ड्रग्स बरामद किया और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान तथा अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। 
नवाब मलिक ने दावा किया है कि क्रूज से कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी का मामला झूठा है और सिर्फ़ व्हॉट्सऐप मेसेजों के आधार पर गिरफ्तारी की गई। एनसीबी नेता के दामाद समीर खान को भी इस साल जनवरी में ड्रग्स के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसे पिछले महीने जमानत दे दी गई। 

समीर वानखेड़े वसूली करने मालदीव और दुबई गये 

NCP प्रवक्ता नवाब मलिक ने गुरुवार को एक वीडियो जारी कर समीर वानखेड़े पर मालदीव और दुबई में वसूली करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में फिल्म इंडस्ट्री की कई हस्तियां मालदीव और दुबई में थीं। उस वक्त NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के परिवार के लोग भी इन जगहों पर गए थे। वानखेड़े की बहन जसमीन वानखेड़े की सोशल मीडिया की एक फोटो भी मलिक ने अपने आरोप को पुख्ता करने के लिए जारी की है। मलिक ने वानखेड़े से पूछा है कि आखिर उनके परिवार के लोग मालदीव और दुबई में क्या कर रहे थे और वे खुद भी इस दौरान वहां थे या नहीं? इसका जवाब उन्हें जनता को देना चाहिए।

https://twitter.com/nawabmalikncp/status/1451073241016012807?s=19
नवाब मलिक ने अपने बयान में कहा है कि – “सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद, एनसीबी में एक विशेष अधिकारी को लाया गया। आत्महत्या का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया लेकिन उसकी आत्महत्या या हत्या का रहस्य अभी तक नहीं सुलझा है। लेकिन उसके बाद एनसीबी ने फिल्म उद्योग के साथ खेल खेलना शुरू कर दिया है।”
उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ़ व्हॉट्सऐप मेसेज के आधार पर दर्जनों अभिनेताओं की एनसीबी के सामने परेड करवा दी गई। एनसीपी प्रवक्ता ने कहा -” कुछ लोगों को झूठे आरोपों में फंसाने का प्रयास किया गया। कोविड-19 महामारी के दौरान, पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था। वह अधिकारी और उसका परिवार मालदीव और दुबई में क्या कर रहा था? इस पर समीर वानखेड़े को स्पष्टीकरण देना चाहिए।” 
अघाड़ी सरकार में मंत्री मलिक ने कहा है-” हम मांग करते हैं कि वह स्पष्टीकरण दें कि वह दुबई में क्यों थे। जब पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था तो क्या वानखेड़े का परिवार भी वहां था? वहां जाने का उनका क्या मक़सद था?’ मलिक ने आखिर में कहा, – “हम बिलकुल स्पष्ट हैं। यह सब वसूली मालदीव और दुबई में हुई और मैं वह तस्वीरें जारी करूंगा।” 

वहीं समीर वानखेड़े ने कहा है कि वे मालदीव सरकार से अनुमति लेकर और अपने खर्च से परिवार के साथ गए थे। उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि जब से NCB ने ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ करना शुरू किया है, तब से कुछ लोग बौखला कर NCB को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

कौन है समीर वानखेड़े 

समीर वानखेड़े पर ये आरोप लगाया जाता है कि वे प्रचार पाने के लिए बॉलीवुड को निशाने पर ले रहे हैं। और एक खास मक़सद के तहत उन्हें केंद्र सरकार ने एनसीबी मुंबई में तैनाती दी है। 

समीर वानखेड़े पहली बार 2020 में तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने बॉलीवुड से जुड़े एक ड्रग्स रैकेट केस की जांच की कमान संभाली। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड का ड्रग्स कनेक्शन एनसीबी की रडार पर आया था। 
उस बॉलीवुड के ड्रग्स से जुड़ाव की चर्चा ज़ोरों पर थीं और सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर ड्रग्स लेने का आरोप लगाया गया था। एनसीबी मुंबई ने रिया चक्रवर्ती को गिरफ़्तार किया। उसके बाद समीर वानखेड़े ने इस जांच का फ़ोकस बॉलीवुड की ओर कर दिया। 
एनसीबी ने पूछताछ के लिए दीपिका पादुकोण, सारा अली ख़ान, रकुल प्रीत सिंह और श्रद्धा कपूर को पूछताछ के लिए तलब किया। मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह को नशीले पदार्थों के सेवन के मामले में गिरफ़्तार किया गया। एनसीबी ने बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन रामपाल से भी पूछताछ की।टीवी एक्ट्रेस प्रतिका चौहान के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की गई। पिछले एक साल में एनसीबी के मुंबई ज़ोनल ऑफ़िस ने कई ड्रग्स मामलों में कार्रवाई की। 
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री और एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक के दामाद को भी ऐसे ही एक मामले में गिरफ़्तार किया गया। 
समीर वानखेड़े ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि, “इस साल एनसीबी ने मुंबई में 94 और गोवा में 12 ऑपरेशन चलाए हैं. इनमें से 12 ड्रग रैकेट गिरोहों को पकड़ा गया है। “

भाजपा नेता को एनसीबी ने पंच क्यों बनाया 

राकांपा नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े लोग इस ऑपरेशन का हिस्सा थे।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने एनसीबी के छापे को “फर्जी” बताते हुए 6 अक्टूबर को आरोप लगाया कि छापे में बीजेपी का एक पदाधिकारी और एक प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर, केपी गोसावी भी शामिल था, जिसने आर्यन खान के साथ सेल्फी ली थी। 

नवाब मलिक ने कथित एनसीबी रेड में किरन गोसावी और बीजेपी उपाध्यक्ष मनीष भानुशाली की मौजदूगी को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि किरन गोसावी NCB का कर्मचारी नहीं है तो NCB के साथ क्या कर रहा था और उसे आर्यन का हाथ पकड़कर NCB दफ़्तर में ले जाने का अधिकार किसने दिया? नवाब मलिक ने अरबाज़ मर्चेंट का हाथ पकड़कर ले जाने वाले व्यक्ति पर भी सवाल उठाया और फिर खुद ही बताया कि आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला शख्स किरन गोसावी है। जबकि दूसरा शख्स बीजेपी का उपाध्यक्ष मनीष भानुशाली है. सवाल है कि आखिर ये किरन गोसावी है कौन?
नवाब मलिक के मुताबिक किरन गोसावी खुद को एक प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है। अब सवाल है कि एक प्राइवेट डिटेक्टिव वहां क्या कर रहा था और उसे किसने अधिकार दिया? वहीं NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने दावा किया है कि वो उनका पंच गवाह है और ऐसे और भी गवाहों की मदद केस में ली गई है। क़ानून में स्वतंत्र गवाह का प्रावधान है। हालांकि आर्यन के साथ सेल्फी और उसका हाथ पकडकर ले जाने कैसे दिया गया, इस सवाल का जवाब दोनों ने नहीं दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने किरन गोसावी को फ्रॉड बताते हुए उसके ख़िलाफ़ पुणे में एक अपराधिक मामला दर्ज़ होने का दावा किया। उसके ख़िलाफ़ साल 2018 में फेसबुक के जरिए नौकरी देने का वादा कर ठगने का मामला दर्ज़ है। किरन की सोशल मीडिया में अलग -अलग तस्वीरें हैं जिसमें वह अपनी निजी कार में आगे पुलिस का बोर्ड लगाए हुए दिखता है तो एक फोटो में हाथ मे पिस्तौल पकड़ रखा है। किरन गोसावी का एक फोटो बीजेपी के मनीष भानुशाली के साथ सेल्फी वाला भी है। 

एनसीबी के उप-महानिदेशक ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा है कि मामले से जुड़े पंचनामे क़ानूनी प्रावधानों के अनुसार तैयार किए गए हैं और इस कार्रवाई के दौरान “कुछ व्यक्ति स्वतंत्र गवाह के रूप में जुड़े थे। ” क़ानून में स्वतंत्र गवाहों को शामिल करने का प्रावधान है। 
छह अक्टूबर को मीडिया से बात करते हुए ज्ञानेंद्र सिंह ने 10 लोगों के नाम लिए जिनको उन्होंने स्वतंत्र गवाह बताया। इनमें किरन गोसावी और मनीष भानुशाली के नाम शामिल हैं। एनसीबी कुल मिलाकर मोहन भानुशाली को इस केस का पंच बता रही है।


समीर वानखेड़े ने तीन मामलों की जांच में ‘‘पारिवारिक मित्र’’ को गवाह बनाया’

आर्यन की गिरफ्तारी के दौरान तस्वीरों में नज़र आने वाले स्थानीय बीजेपी नेता मनीष भानुशाली और प्राइवेट डिटेक्टिव केपी गोसावी के बाद तीन पंचनामे में गवाह बने फ्लेचर पटेल पर NCP ने सवाल उठाया है। महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि पटेल एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का क़रीबी है और यह गवाह इससे पहले भी वानखेड़े के परिवार के सदस्यों के साथ देखा जा चुका है। नवाब मलिक ने सोशल मीडिया पर फ्लेचर पटेल की कई तस्वीरें समीर वानखेड़े और उनकी पत्नी के साथ शेयर की हैं और दावा किया है कि ये उनका पारिवारिक और क़रीबी दोस्त है। उन्होंने आगे सवाल उठाया है कि पूरे केस में एनसीबी के गवाह उनके क़रीबी ही क्यों निकल रहे हैं? आर्यन के पास से ड्रग्स न मिलने के बावजूद उसे गिरफ्तार करने और फिर इंटरनेशनल रैकेट का हिस्सा बताने पर भी एनसीबी पर कई कानूनी जानकार सवाल खड़े कर चुके हैं। कांग्रेस पार्टी(राकांपा) के प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की कार्य-प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए शनिवार को पूछा कि एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने तीन मामलों की जांच में एक पारिवारिक मित्र’’ को एक स्वतंत्र गवाह के रूप में क्यों इस्तेमाल किया। मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह जानना चाहते हैं कि वानखेड़े और स्वतंत्र गवाहों में से एक के बीच क्या संबंध है, जिसका इस्तेमाल एनसीबी ने अपने हालिया छापे के दौरान किया था
राकांपा नेता ने एनसीबी की कार्य-प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा, आप अपने पारिवारिक मित्र को एक स्वतंत्र गवाह के रूप में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।’’ मलिक ने कहा कि अदालतों ने कई फैसलों में यह स्पष्ट किया है कि अगर कोई गवाह किसी एजेंसी द्वारा जांचे गए कई मामलों में शामिल पाया जाता है, तो उसकी विश्वसनीयता शून्य मानी जाएगी। 
मलिक के आरोप पर कुछ दे पहले फ्लेचर पटेल ने जावाब देते हुए कहा कि मैं अपना काम कर रहा हूं। मैं सेना में था। मैंने देश की सेवा की है। ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। मैं नवाब मलिक को नहीं जानता, मैं उन्हें जवाब क्यों दूं। नवाब मलिक द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। मुझे भारतीय सेना से संबंधित होने पर गर्व है।
उन्होंने आगे कहा, “मैं समीर वानखेड़े की बहन जमसीन वानखेड़े को अपनी बहन मानता हूं।” वह खुद एक क्रिमिनल एडवोकेट हैं। सेना से रिटायर होने के बाद भी मैं ड्रग्स के खिलाफ लड़ रहा हूं। समीर वानखेड़े को हमारे भूतपूर्व सैनिक संघ द्वारा सम्मानित किया गया था। यह तस्वीर उसी दिन की है।

क्या क्रूज पर NCB छापेमारी गुजरात की मुंद्रा बंदरगाह पर हुई ड्रग्स की ज़ब्ती के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश है

कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि एनसीबी की क्रूज पर की गई छापेमारी गुजरात की मुंद्रा बंदरगाह पर हुई ड्रग्स की ज़ब्ती के मुद्दे से ध्यान हटाने की एक कोशिश है। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि एनसीबी ड्रग्स कारोबार में लगे बड़े सौदागरों को छोड़कर छोटे-मोटे मामलों पर ध्यान लगा रहा है। गौरतलब है कि 13 सितंबर को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गुजरात के कच्छ जिले में अडानी समूह के मुंद्रा पोर्ट पर दो कंटेनरों से क़रीब तीन हज़ार किलो हेरोइन ज़ब्त की थी जिसकी कीमत वैश्विक बाजार में क़रीब 21 हज़ार करोड़ रुपए बताई जा रही है। मुंद्रा पोर्ट का संचालन अडाणी समूह करता है। एजेंसी ने बुधवार को जारी गृह मंत्रालय के एक आदेश के अनुसार मचावरम सुधाकरन, दुर्गा पीवी गोविंदराजू, राजकुमार पी और अन्य के खिलाफ आईपीसी, एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी थी। एजेंसी अब इस मामले के पीछे रहे लोगों की तलाश कर रही है।

इसके ठीक 20 दिन बाद ही यानि 3 अक्टूबर को एनसीबी ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ( NCB) ने मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर छापा मार हाईप्रोफाइल रेव पार्टी का भंडाफोड करने का दावा किया। जानकारी के अनुसार इस शिप पर करीब 600 हाई प्रोफाइल लोग सवार थे। एनसीबी ने रेड के बाद कुछ यात्रियों का सामान जब्त किया है। छापेमारी के दौरान 3 महिलाओं समेत 13 लोगों को हिरासत में लिया गया। एनसीबी के छापे में क्रूज शिप से कोकीन, गांजा, एमडी और अन्य नशीले पदार्थ समेत प्रतिबंधित पदार्थ बरामद किए गए है। इस मामले में क्रूज शिप पर मौजूद कुछ लोगों के सामान को भी जब्त किया गया है। खबर है कि सीआईएसएफ की जानकारी के बाद एनसीबी की तरफ से यह एक्शन लिया गया है।
https://twitter.com/ANI/status/1444426323405856770?s=19
एनसीबी ने 6 अक्टूबर मंगलवार को क्रूज शिप कॉर्डेला द एम्प्रेस में हुई रेव पार्टी के चार आयोजकों-गोपाल आनंद, समीर सहगल, मानव सिंघल को गिरफ्तार किया था। बुधवार को इनकी किला कोर्ट में पेशी हुई। मैजिस्ट्रेट ने सभी को 14 अक्टूबर तक एनसीबी की कस्टडी में भेज दिया है।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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