Saturday, April 20, 2024

वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट की अपील, पूरी दुनिया के सिख नागरिकता कानून का करें विरोध

विदेशी सिखों के प्रभावशाली संगठन तथा पंजाब में बादलों की अगुवाई वाले शिरोमणी अकाली दल के प्रतिद्वंदी सिख और पंथक संगठनों और अकाली दलों ने केंद्र के नागरिकता संशोधन विधेयक का खुला विरोध शुरू कर दिया है।

एनआरआई और पंजाब के सिखों में अच्छी पैठ रखने वाली ‘वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट’ ने तमाम सिखों को इस कानून का पुरजोर विरोध करने और इसके खिलाफ लामबंद होने की अपील की है। यह अपील न्यूयॉर्क में हुई आपात एवं महत्वपूर्ण बैठक में जारी की गई। वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट का मुख्यालय न्यूयॉर्क में है और शाखाएं कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और इटली आदि देशों में हैं।

अप्रवासी सिखों की यह संस्था भारत, खासतौर से पंजाब की कई निजी परियोजनाओं को आर्थिक सहयोग देती है। संस्था से जुड़े कई धनवान सिख व्यवसायियों ने देश के कई राज्यों में सरकारी परियोजना में भी धन निवेश किया हुआ है। न्यूयॉर्क में 17 दिसंबर को हुई वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट की बैठक में महासचिव मनप्रीत सिंह और हरदयाल सिंह ने कहा कि भारत की केंद्र सरकार द्वारा पारित नागरिकता संशोधन विधेयक भारतीय सविधान की हत्या है और हर लिहाज से अल्पसंख्यक अथवा मुस्लिम विरोधी है। इस विधेयक ने भारत का एक और विभाजन कर दिया है। 

विदेशों में बसे और भारत के सिख एकजुट होकर इसका तीखा विरोध करें। इस विधेयक के दुष्परिणाम बेहद घातक साबित होंगे। वर्ल्ड सिख पार्लिमेंट 12 अन्य देशों में रह रहे एनआरआई सिखों का महाधिवेशन एक जनवरी को इस विधेयक के विरोध में कर रही है।

उधर, पंजाब के प्रकाश सिंह बादल की सरपरस्ती वाले शिरोमणि अकाली दल और उसके समर्थक संगठनों को छोड़कर बाकी तमाम अकाली दल और पंथक संगठन नागरिकता संशोधन विधेयक का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। बादल विरोधी तमाम पंथक और सिख सियासी संगठन बिल के विरोध में निकट भविष्य में राज्य स्तरीय संयुक्त बड़ी रैली कर रहे हैं।

शिरोमणि अकाली दल से बागी हुए और अब अकाली दल टकसाली के साथ हाथ मिलाने वाले राज्य सभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा कहते हैं, “शिरोमणि अकाली दल हमेशा से अनुच्छेद 370 का विरोधी और घोषित रूप से अल्पसंख्यक समर्थक रहा है। बादलों ने इन मामलों में भाजपा का साथ देकर पूरी सिख कौम के साथ गद्दारी की है। यह अकालियों की परंपरा और शानदार इतिहास के खिलाफ है। नागरिकता संशोधन बिल के जरिए भाजपा भारत को खुलेआम ‘हिंदू राष्ट्र’ बना रही है। बादल घराना सिर्फ सत्ता के लालच में भाजपा का आत्मघाती साथ दे रहा है। उनका यह कदम पूरी कौम के लिए शर्म की बात है!”

अमृतसर अकाली दल के प्रधान पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान के मुताबिक, “भाजपा ने अपनी ओर से हिंदू राष्ट्र बना दिया है और बादल तथा उनका शिरोमणि अकाली दल इस गुनाह में बराबर का हिस्सेदार है।” वैसे, पूरे पंजाब में वामपंथी संगठनों और प्रगतिशील संस्थाओं ने भी नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन चलाया हुआ है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित देशभक्त यादगार हाल संस्था ने नया बयान जारी करके इस विधेयक के खिलाफ खुलकर लड़ने का आह्वान किया है। देशभक्त यादगार हाल कमेटी ने भी इस विधेयक पर एक बड़ा सेमिनार आयोजित करने का फैसला किया है।

(अमरीक सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं और आजकल जालंधर में रहते हैं।)

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