Thursday, April 25, 2024

झारखंड: एक दीये ने ली 14 लोगों की जान

पिछले 27 जनवरी की रात झारखंड के धनबाद के टेलिफोन एक्सचेंज रोड के पास स्थित सीसी हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग के धुएं की चपेट में आकर पांच लोगों की हुई मौत की भयावहता से धनबाद के लोग अभी मुक्त भी नहीं हो पाए थे कि 31 जनवरी की शाम करीब साढ़े छह बजे 11 मंजिले आशीर्वाद टावर में भीषण आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई। जिसमें 11 महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं। इसमें एक बुजुर्ग महिला भी है। यह घटना उस वक्त घटी जब पूजा के दौरान दीया उलट गया और उसकी लपट से पास रखे गैस सिलिडेंर में आग लग गई।

अपॉर्टमेंट में शादी के दौरान आग

अब तक मिली जानकारी के अनुसार आशीर्वाद टावर में रहने वाले रागांटांड़ के व्यवसायी सुबोध लाल की बेटी की 31 जनवरी शादी को थी। शादी समारोह का कार्यक्रम सिद्धि विनायक होटल में संपन्न होने वाला था। शादी में शामिल होने के लिए उनके रिश्तेदार बिहार और झारखंड से उनके घर आए थे।

इसी दौरान विवाह की हलचल के बीच दुल्हन होटल में ही थी। जबकि परिवार की बाकी महिलाएं व अतिथि तैयार होने के लिए अपार्टमेंट आए थे। शाम करीब 6.30 बजे के करीब अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर के एक फ्लैट में आग लग गयी।

आग इतनी तेज थी कि इसकी लपटें तुरंत फैल गयीं। आग दूसरी मंजिल पर लगी थी और व्यापारी का अपॉर्टमेंट चौथी मंजिल पर था। जिसके कारण धुंआ बहुत तेजी से फैलता हुआ ऊपर के अपॉर्टमेंट में भी पहुंच गया। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गयी।

dhanwad new
अपॉर्टमेंट में लगी आग

आग की बढ़ती लपटें और धुंए को देखते हुए शादी में शामिल होने आई महिलाएं इधर-उधर भागने की कोशिश करने लगीं। जिसके कारण उनके कपड़ों में आग लग गई। इस आग की चपेट में आने से दुल्हन की मां, दादा, मौसी सहित 14 परिजनों की मौत हो गयी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब 6:30 बजे अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर पर रहने वाले पंकज अग्रवाल के घर में एक दीये से आग लगी। जैसे ही दीया नीचे गिरा, सामने पड़े सिलेंडर मे आग लगी और वह फट गया। जिसके कारण आग बहुत तेजी से फैल गई। लगभग चार घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रात करीब 9:30 बजे आग पर काबू पाया जा सका।

आग पर काबू करने पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम को लक्ष्मण यादव लीड कर रहे थे। विभाग के पास मौजूद छह बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा बस्ताकोला स्थित रेस्क्यू फायर गाड़ियों का भी प्रयोग किया गया।

फायर अधिकारी लक्ष्मण यादव ने दर्जनों घायल लोगों और करीब 10 मृतकों को बाहर निकाला। इस दौरान वे खुद धुएं की वजह से बेहोश हो गये। उनके स्टाफ ने किसी तरह से उन्हें बाहर निकाला।

एक तरफ आग, दूसरी तरफ शादी

घटना के बाद दोनों ही पक्ष के लोगों ने मिल कर तय किया कि बारात आ गयी है, तो शादी करायी जाए। इसके बाद बिना किसी बाजे-गाजे के शादी करायी गयी। यहां तक की घटना की जानकारी लड़की को नहीं दी गयी। ताकि शादी का काम शांतिपूर्वक संपन्न किया जा सके। आपको बता दें कि इस आगजनी में लड़की की मां दादी और अन्य परिवार के सदस्यों की मौत हो गई है।

dhanwad new
शादी की तस्वीर

पटना निवासी पूनम देवी आंखों देखी स्थिति को बयां करती हुए कहती हैं कि भैंसुर की बेटी की शादी थी।इसलिए पूरा परिवार पटना से धनबाद आया है। इसी दौरान पार्टी में जाने के लिए हमलोग तैयार हो रहे थे तभी आग लग गयी, इसके तुरंत बाद आग लग गयी, आग लग गयी का शोर सुनाई देने लगा। हमलोग सीढ़ी से उतर रहे थे तभी लाइट चली गयी और पूरा अंधेरा छा गया। इससे सीढ़ी से उतर नहीं सके, किसी तरह जान बच गयी।

पत्नी आई थी शादी में, पति ड्यूटी में रहने के कारण बच गया

बोकारो स्टील प्लांट में काम करने वाले पिंटू श्रीवास्तव बोकारो के बारीडीह के रहने वाले हैं। वे रोज की तरह अपनी ड्युटी पर थे। अचानक शाम के 6.30 बजे फोन बजा। फोन रिसीव किया, तो दूसरी तरफ बेटे की आवाज थी, पापा बिल्डिंग में आग लग गयी है। पिंटू श्रीवास्तव की पत्नी और लगभग आठ साल का बेटा शादी में शामिल होने के लिए धनबाद आये थे। पिंटू श्रीवास्तव भागे-भागे धनबाद पहुंचे तब तक पत्नी और बच्चे की मौत हो चुकी थी। इस हादसे में पिंटू श्रीवास्तव का सबकुछ खत्म हो गया। 

पिंटू श्रीवास्तव ने इस शादी में शामिल होने के लिए अपनी पत्नी और बेटे को भेजा था। काम में व्यस्त होने की वजह से वह नहीं आ सके थे। इस हादसे में उन्होंने अपना सबकुछ खो दिया।

उन्होंने यह भी बताया कि वह रिश्ते में सुबोध के दामाद लगते हैं। इस शादी को लेकर पत्नी कई दिनों से उत्साह में थीं। मेरी छुट्टी नहीं थी तो मैंने अपने बच्चे और पत्नी को भेज दिया। पत्नी लंबे समय से इस शादी की तैयारी कर रही थी। इतना कहकर वह फफक कर रोने लगे।

एक चिंगारी से लगी आग ने दुल्हन की मां, दादी समेत 14 लोगों की जिंदगी लील ली। वहीं, दुल्हन को इस घटना के बारे में कुछ भी पता ही नहीं था कि उसके घर में इतनी बड़ी त्रासदी हो गई। उसे बताया ही नहीं गया कि उसके परिजनों की मौत हो गई।

दुल्हन को सिर्फ इतना बताया गया कि घर में आग लगी है और उसकी मां घायल है। उसके चेहरे पर हंसी बिल्कुल गायब थी। मंगलवार की रात विवाह स्थल सिद्धि विनायक में न द्वारचार हुआ न जयमाला। सीधे शादी की रस्में शुरू हो गईं। यह सब होता देख दुल्हन स्वाति टकटकी लगाए देख रही थी। उसकी आंखें बार-बार मां, भाई और अन्य को तलाश रही थीं। हालांकि, वह चुपचाप शादी की रस्म निभाती गई।

दुल्हन को यही बताया गया था कि उसकी मां घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। दादा की मौत की बात भी छुपाई गई। बारात गिरिडीह के न्यू बरगंडा दुर्गा मंदिर रोड से आई थी। दूल्हे का नाम सौरव और उसके पिता का नाम राजेंद्र प्रसाद है। सौरव बेंगलुरु में आईटी कंपनी में कार्यरत है।

घटना की सूचना गोविंदपुर पहुंचने के क्रम में बरातियों को लगी। इसके बाद सभी वहां डेढ़ घंटे तक रुके रहे। फिर विवाह स्थल पहुंचे। यहां जयमाला की रस्म नहीं निभाई गई। लड़की के मौसेरे भाई दीपू कुमार और भाभी ने कन्यादान की रस्म पूरी की। पिता बेसुध बैठे हुए थे। दुल्हन को शाम करीब चार बजे विवाह स्थल ले जाया गया था।

dhanwad
अस्पताल में भर्ती लोग

गंभीर रूप से घायल लोगों में राजा 18 वर्ष (बोकारो),  सरोज 32 वर्ष (विनोद नगर धनबाद), अनुपमा गुप्ता 30 वर्ष (आशीर्वाद टावर सेकेंड फ्लोर), परी 3 वर्ष, गुड़िया देवी 30 वर्ष, हर्षित 7 वर्ष, सुनील 45 वर्ष, पूजा कौर 32 वर्ष, अथर्व 15 वर्ष, मुस्कान 19 वर्ष, परमा देवी (पटना), रिसका झा 23 वर्ष (जोड़ाफाटक), माही 16 वर्ष (पटना), नर्मदा (सेकेंड फ्लोर 204), रीना देवी 35 वर्ष (झरिया), पार्वती अग्रवाल 70 वर्ष, टीपू 28 वर्ष (हजारीबाग), बिनोद लाल 54 वर्ष (जरीडीह बाजार, बोकारो) शामिल हैं।

इस घटना के बाद धनबाद जिला प्रशासन ने प्रेस रिलीज की कर बताया कि आग अपॉर्टमेंट के तीन तल्ले पर लगी थी। जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई है और घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इस घटना पर धनबाद के डिप्टी कमिश्नर संदीप सिंह ने कहा कि अब तक की जांच में 14 लोगों की मौत की जानकारी है। घायलों को अस्पताल में भेजा गया है। सभी घायलों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है। फिलहाल घायल लोग खतरे से बाहर हैं। आग पर काबू पा लिया गया है। बिल्डिंग के आग प्रभावित क्षेत्र को भी साफ कर दिया गया है।

फायर ब्रिग्रेड स्टॉफ भी धुएं के कारण हुए बेहोश

इस घटना पर धनबाद के फायर अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया है कि प्राथमिक रिपोर्ट ने अनुसार बिल्डिंग के गार्ड ने बताय़ा कि तेल वाली लैंप इस आग का मुख्य कारण है। लेकिन फिर भी हम इस तथ्य की जांच कर रहे हैं। लेकिन जहां तक मौत के आंकड़ों का सवाल है। कई लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण भी हुई है।

dhanwad
मौके पर अधिकारी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट में आग लगने की घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवार से संवेदना जताते हुए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि घटना मर्माहत करने वाली है।

दूसरी तरफ हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है उन्होंने कहा कि कि धनबाद में आगजनी के कारण हुई मौत से बेहद दुख हुआ है। जिन्होंने इस आगजनी में अपने स्वजनों को खो दिया, उनके साथ मेरी सांत्वना है। दुर्घटना में मारे गए लोगों को प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से दो लाख और घायलों को 50 हजार की राशि दी जाएगी।

(झारखंड से वरिष्ठ पत्रकार विशद कुमार की रिपोर्ट)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।

Related Articles

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।