हल्द्वानी। मोदी शासन में कई साल पहले दिल्ली में भाजपाइयों ने नारे लगाए थे कि, “जो भगत सिंह की चाल चलेगा, वह कुत्ते की मौत मरेगा।” देश में जारी इसी फासीवादी प्रवृत्ति के दर्शन आज उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए।
शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मना रहे छात्रों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। हमले में कम से कम तीन छात्र घायल हुए हैं। यह सब छात्रसंघ अध्यक्ष सूरज रमोला की अगुवाई में हुआ।

आज भगत सिंह को उनके जन्म दिवस पर दुनिया भर में याद किया जा रहा है। शहीद भगत सिंह के विचारों पर चलने वाले परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) के छात्र आज दोपहर हल्द्वानी (नैनीताल) के एमबीपीजी कॉलेज में शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने एकजुट हुए थे।
वहां पर बिना किसी उकसावे के छात्र संघ अध्यक्ष सूरज रमोला की अगुवाई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई दर्जन गुंडों को साथ लेकर पछास के सदस्यों पर जानलेवा हमला किया गया। भगत सिंह के पोस्टर फाड़े गए।
इसमें साथी चंदन और साथी महेश को अंदरुनी और बाहरी चोट आई है। इस हमले में बीच बचाव करने पर स्थानीय हिंदुस्तान दैनिक के संवाददाता प्रमोद डालाकोटी को भी हिंसा का शिकार होना पड़ा।

हल्द्वानी कोतवाली में रिपोर्ट लिखाने गए चंदन, महेश और सूचना पर पहुंचे प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की साथी रजनी आदि को वहां भाजपाई गुंडों की धमकी का सामना करना पड़ा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गुंडों ने पुलिस को आदेश दिया कि इन लोगों के आधार कार्ड चेक करो, ये लोग बाहरी हैं।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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