Friday, March 29, 2024

बीजेपी को सड़क से लेकर चुनाव तक हराने के संकल्प के साथ संपन्न हो गया सीपीआई एमएल का राज्य सम्मेलन

सीतापुर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माले का तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन सीतापुर में संपन्न हो गया। सम्मेलन में 51 सदस्यीय राज्य कमेटी चुनी गई, जिसने कामरेड सुधाकर यादव को फिर से राज्य सचिव चुना। सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज पूरे देश में आंदोलन का उभार है। यह जो आंदोलन पूरे देश में दिखाई दे रहा है,यह भाजपा को सत्ता से बेदखल करेगा। उन्होंने विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए आंदोलन की ताकतों को मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि भाकपा माले को उत्तर प्रदेश में सड़क पर मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाना है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पोलितब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की विदाई पूरे देश को बचाने के लिए जरूरी है। इसके लिए व्यापक विपक्षी एकता समय की मांग है और भाकपा माले इसके लिए अपनी क्रांतिकारी भूमिका अदा करने के लिए तैयार है।


नवनिर्वाचित राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में मजदूरों ,महिलाओं, छात्रों ,नौजवानों के सवाल पर चल रहे आंदोलन को व्यापक व तेज करते हुए सड़क पर और चुनाव में भाजपा को शिकस्त दिया जा सकता है। इसके लिए हम लोग पूरी ताकत लगाएंगे।
भाकपा माले ने सम्मेलन से राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जो इस प्रकार है-
1-यह सम्मेलन लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के जिम्मेदार लोगों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने और हत्या की साजिश में शामिल केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग करता है।
2-यह सम्मेलन किसान विरोधी तीनों कृषि कानून ,चारों श्रम कोड व प्रस्तावित बिजली बिल रद्द करने व पूर्व में लागू श्रम कानून बहाल किए जाने की मांग करता है।
3-यह सम्मेलन महिला दलित अल्पसंख्यक समुदायों पर जारी हमलों की निंदा करते हुए तत्काल रोकने की मांग करता है।
4-यह सम्मेलन असम के अंदर अल्पसंख्यक मोइनुद्दीन की हत्या व बर्बरता की घोर निंदा करता है और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो इसकी गारंटी की मांग करता है।
5-सम्मेलन उत्तर प्रदेश में योगी राज में अपराध खत्म करने के नाम पर “ठोंक दो”पालिसी के तहत चल रहे पुलिस राज की निंदा करता है तथा फर्जी मुठभेड़ व पुलिस कस्टडी में हुई मौतों के जिम्मेदारों को दंडित करने एवं इस तरह की कृत्यों पर तत्काल रोक लगाने की मांग करता है।


6-यह सम्मेलन पूरे देश में विमुद्रीकरण के नाम पर सार्वजनिक संपत्तियों को बेचने व निजीकरण की नीतियों को तत्काल रोकने की मांग करता है।
7-यह सम्मेलन देश व प्रदेश में सभी नौजवानों को सम्मानजनक रोजगार की गारंटी करने की मांग करता है।
8-यह सम्मेलन दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण को सरकार द्वारा खत्म करने की लगातार की जा रही कोशिशों की निंदा करते हुए समुचित आरक्षण को लागू करने की मांग करता है ।
9- यह सम्मेलन मानता है कि नई शिक्षा नीति 2020 शिक्षा का निजीकरण करने की योजना है जिससे वंचित तबके के लोग शिक्षा से बाहर हो जाएंगे। इसलिए इसको तत्काल रद्द करने की मांग करता है।
10-यह सम्मेलन धर्मांतरण कानून एवं लव जिहाद के नाम पर अल्पसंख्यक मुस्लिम युवाओं पर हो रहे हमलों की निंदा करता है तथा इस तरह की घटनाओं पर तत्काल रोक लगाने की मांग करता है।
11-यह सम्मेलन जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर वंचितों का अधिकार छीनने व इसके बहाने की जा रही विभाजनकारी राजनीतिक साजिश को तत्काल बंद करने की मांग करता है ।
12-यह सम्मेलन दुद्धी को नया जिला बनाने के आंदोलन का समर्थन करता है और तत्काल जिला घोषित करने की मांग करता है ।
13-यह सम्मेलन कोरोना काल में सरकारी कुप्रबंधन के चलते मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करता है।
14-यह सम्मेलन पूरे देश व प्रदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की मांग करता है।
15-यह सम्मेलन पूरे प्रदेश में कोल,बियार, मुसहर समेत ऐसी अन्य जातियों को अनसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग करता है ।
16- यह सम्मेलन फाइनेंस कंपनियों द्वारा वसूले जा रहे कर्जे को माफ करने की मांग करता है।


17- यह सम्मेलन फाजिल जमीनों का दलित गरीबों को पट्टा करने की मांग करता है।
18-यह सम्मेलन गन्ने के बकाया 18 हजार करोड़ का भुगतान व गन्ने का रेट ₹450 प्रति कुंतल किए जाने की मांग करता है।
19-यह सम्मेलन 2021 के प्रस्तावित जनगणना में जातीय गणना को अनिवार्य रूप से जोड़ने की मांग करता है।
20-यह सम्मेलन हाथरस पीड़िता की मौत के एक साल होने के बावजूद की गई घोषणाएं पूरी न करने और दोषियों की गिरफ्तारी न कर उन्हें बचाने की सरकार की कोशिशों की निंदा करता है तथा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करता है।
21-यह सम्मेलन अफगानिस्तान में हुई घटना का इस्तेमाल कर भाजपा द्वारा देश में सांप्रदायिक नफरत फैलाने की की जा रही साजिशों की निंदा करता है।
22-यह सम्मेलन आर एस एस द्वारा सोनभद्र समेत आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासियों का हिंदू करण करते हुए उनके भगवान को छीनने व उनकी धर्म संस्कृति को लूटने की निंदा करता है।
23-यह सम्मेलन मथुरा स्थित श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा के मामले में सन् 1968 में हो चुके समझौते की अवहेलना करते हुए आर एस एस,भाजपा द्वारा बेवजह मुकदमा कर समाज में जहर घोलने की की जा रही कोशिशों की निंदा करता है।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य व उत्तर प्रदेश के प्रभारी रामजी राय, किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राम चौधरी, भाकपा माले सेंट्रल कमेटी सदस्य मोहम्मद सलीम, एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही ,इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, आइसा प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान, जय प्रकाश नारायण, विद्या रजवार, ओमप्रकाश सिंह, अर्जुन लाल, अफरोज आलम, अनिल पासवान ,राम प्यारे राम, शशिकांत कुशवाहा ,जीरा भारती, सुनील मौर्य, कुसुम वर्मा ,मीना सिंह, डॉक्टर कमल ,बसंत कुमार, शंकर कोल, अरुण कुमार समेत पूरे प्रदेश से आए प्रतिनिधि शामिल रहे।
(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)

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