Saturday, April 20, 2024

नये नागरिकता कानून के खिलाफ साझी लड़ाई को संचालित करने के लिए बदायूं में हुआ “संविधान रक्षक सभा” का गठन

बदायूँ। नागरिकता संशोधन कानून, जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ बेरोजगारी, महंगाई व किसान संकट समेत जनमुद्दों पर साझा आंदोलन चलाया जाएगा। इसके लिए आंदोलन का साझा मंच ‘संविधान रक्षक सभा’ बनाया गया है। इसकी जानकारी सभा के उपाध्यक्ष और लोकमोर्चा के संयोजक अजीत सिंह यादव ने दी। 

उन्होंने बताया कि सभा का गठन सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं व नागरिक समाज की संयुक्त बैठक में सर्वसम्मति से किया गया।

सूबे ही नहीं पूरे मुल्क में मशहूर हजरत शाह सकलैनी एकेडमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुमताज मियां सकलैनी को संविधान रक्षक सभा का अध्यक्ष बनाया गया है। अजीत सिंह यादव को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। अली फरशोरी को कोषाध्यक्ष, सचिव लल्लन पटेल, सहसचिव वीरेंद्र जाटव, कानूनी सलाहकार अनवर आलम एडवोकेट पूर्व डीजीसी, कन्वेनर सफीरूद्दीन एडवोकेट , को कन्वेनर सलीमुद्दीन एडवोकेट को बनाया गया है। इसके अतिरिक्त 21 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया गया है।

बैठक में बोलते हुए नवगठित ‘संविधान रक्षक सभा’ के अध्यक्ष मुमताज मियां सकलैनी ने कहा कि मोदी सरकार ने  नागरिकता संशोधन कानून व नागरिकता रजिस्टर के जरिये संविधान और जनता पर हमला बोल दिया है।  धर्म के आधार पर नागरिकता का प्रावधान हमारे संविधान की मूल भावना और संविधान निर्माताओं के विचारों के विरुद्ध तो है ही यह देश और समाज को तोड़ने की बड़ी साजिश है। कोई भी देशभक्त नागरिक धर्म के आधार पर नागरिकता स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई , किसान संकट और अर्थव्यवस्था के संकट को हल करने में नाकाम मोदी व योगी सरकार जनता के विरोध प्रदर्शन पर बर्बर पुलिस दमन कर देश पर फासीवादी तानाशाही लादने की ओर बढ़ रही है और बड़े कारपोरेट घरानों को देश लूटने की खुली छूट दे रही है। इसके विरुद्ध भारतीय गणतंत्र, संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए सभी नागरिकों को व्यापक मोर्चा बनाकर एकजुट होने की जरूरत है।

 संविधान रक्षक सभा के उपाध्यक्ष अजीत सिंह यादव ने कहा कि लोकतंत्र व संविधान बचाने को अंतिम दम तक संघर्ष किया जाएगा। देश व प्रदेश में चल रहे आंदोलनों से तालमेल कर संघर्ष को आगे बढ़ाया जाएगा। उत्तरप्रदेश में योगी सरकार ने आपातकाल से भी बदतर हालात बना दिये हैं। भाजपा के लोगों को नागरिकता कानून के पक्ष में झूठा प्रचार करने की छूट है लेकिन नागरिकता संशोधन कानून का शांतिपूर्ण विरोध करने वालों को जेल में कैद किया जा रहा है।

सचिव लल्लन पटेल ने कहा कि जनता के बीच सरकार के झूठ को बेनकाब करने से धारा 144 के बहाने पुलिस के बल पर रोका जा रहा है। पूरे प्रदेश में असहमति की आवाज का दमन कर भय और आतंक का माहौल बना दिया गया है। लेकिन सरकार के दमन के सामने किसी कीमत पर लोकतंत्र नहीं झुकेगा। 

 कन्वेनर सफीरूद्दीन एडवोकेट ने कहा कि संविधान रक्षक सभा  जनजागरण अभियान चलाकर जनता के बीच सरकार के झूठ को बेनकाब करेगा और जनविरोधी, संविधान विरोधी  नागरिकता संशोधन कानून, नागरिकता रजिस्टर और जनसंख्या रजिस्टर के विरोध में जनता को गोलबंद करेगा।

को कन्वेनर सलीमुद्दीन एडवोकेट ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और किसान संकट जैसे जनता के जीवन से जुड़े जनमुद्दों को भी आंदोलन में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों स्वराज अभियान नेता और लोकमोर्चा संयोजक अजीत सिंह यादव की नागरिकता संशोधन कानून के शांतिपूर्ण विरोध करने पर की गई गिरफ्तारी और जेल भेजने के मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध याचिका डाली जाएगी। इसके साथ ही लोकतांत्रिक संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करने वालों पर यदि  पुलिस दमन होता है तो उसका लोकतांत्रिक प्रतिवाद किया जाएगा और हाईकोर्ट में न्यायिक कार्यवाही भी की जाएगी।

बैठक में पुलिस हिंसा में मारे गए निर्दोष नागरिकों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और 7 सूत्रीय प्रस्ताव पास हुआ।

आंदोलन की आगामी योजना की घोषणा आगे संविधान रक्षक सभा के पदाधिकारियों की बैठक के बाद की जाएगी ।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।

Related Articles

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।