हिसार। हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCSHAU) ‘अध्यात्म प्रेम ‘ की वजह से विवादों में घिर गया हैं। विगत बुधवार को एक महामंडलेश्वर बाबा को यूनिवर्सिटी के अनुसंधान विभाग में बुलाया गया। उनके स्वागत के लिए क्लास से छात्रों को बुलाया गया और गलियारे में स्वागत के लिए खड़ा किया गया।
फिर छात्रों से बाबा पर फूल बरसवाये गए। एक तथाकथित धार्मिक आयोजन जिसका कृषि विज्ञान से दूर दूर तक का कोई सम्बन्ध नहीं का कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजन कई सवाल खड़े करता है।
इसका वीडियो वायरल हुआ तो यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने इस संबंध में संबंधित अनुसंधान निदेशक को जवाब तलब किया है। यूनिवर्सिटी से जुड़े एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
वीडियो में दिख रहा है कि बाबा रिसर्च डिपार्टमेंट से गुजर रहे हैं और छात्र उन पर फूल बरसा रहे हैं और साथ ही कथित महामंडलेश्वर के शिष्य पुरोहित मंत्र उच्चारण कर रहे हैं। इनके साथ सहायक निदेशक आर के गुप्ता चल रहे हैं और इस दौरान कुछ छात्र बाबा के पैर भी छू रहे हैं।
यह वैज्ञानिक आर के गुप्ता हैं। विश्वविद्यालय के एसोसिएट डायरेक्टर रिसर्च (ADR) पद पर कार्यरत हैं। डॉ. गुप्ता यूनिवर्सिटी में अनुसंधान के कामों को आगे बढ़ाने वाली टीम का हिस्सा हैं। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कृषि अनुसंधान में अपनी गुणवत्ता आधारित शोध के लिए पूरे भारत में एक विशेष स्थान रखता है।
वीडियो वायरल हुआ तो इस बारे में एसोसिएट डायरेक्टर रिसर्च आरके गुप्ता ने कहा- “जो बाबा HAU में आए, वह छोटे-मोटे बाबा नहीं, बल्कि महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वर नाथ थे, जो वृंदावन में पहुंचे हुए संत हैं। वह आज हिसार से गुजर रहे थे तो मेरे अनुरोध करने पर यूनिवर्सिटी में मुझसे मिलने आ गए थे।
स्वामी जी के साथ आए उनके श्रद्धालु मंत्रोच्चारण कर रहे थे। यूनिवर्सिटी में किसी तरह का कोई कार्यक्रम नहीं था, ना ही कुलपति को इसके बारे में कोई जानकारी दी गई थी। स्वामी जी सिर्फ मुलाकात करने आए थे”।
जिस समय कथित महामंडलेश्वर बाबा आए विश्वविद्यालय के रिसर्च डायरेक्टर उस वक्त एक कार्यक्रम में गए हुए थे। पीछे से एसोसिएट डायरेक्टर रिसर्च ने बाबा को बुलवा लिया। दरअसल इस दिन विश्वविद्यालय में एक MOU भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत केंद्रीय भैंस अनुसंधान केंद्र (CIRB) के साथ किया।
जिस समय रिसर्च सेंटर में बाबा मंत्रोच्चारण कर रहे थे, ठीक उसी समय यूनिवर्सिटी में MOU साइन हो रहा था जिसका मकसद किसानों के लिए कौशल विकास के कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है। इस दौरान यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. बीआर कंबोज भी उस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
हितेश्वर नाथ जिन महामंडलेश्वर को यूनिवर्सिटी कैंपस में बुलाकर फूलों से स्वागत किया गया वह कथित बाबा हिंदू राष्ट्र के लिए यात्रा निकाल चुके हैं और मुस्लिमों पर विवादित बयान दे चुके हैं।
खास तौर पर मुस्लिमों के प्रति उनके कई बयान विवादों में आ चुके हैं। वह हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर यात्रा निकाल चुके हैं। हितेश्वर नाथ का कहना है कि जब देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ तो मुस्लिमों का यहां रहना साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने हिंदुओं के कम और मुस्लिमों के ज्यादा बच्चे पैदा होने को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। इसके अलावा 2023 में उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथाओं में मुसलमानों के आने और उन्हें हिंदुओं का भाई बताने पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
हितेश्वर नाथ ने कहा था- ”धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चाहिए कि वह सनातन की बात करें और हिंदू को ही कथा में आने की अनुमति दें मुसलमान कभी हिंदुओं के भाई नहीं थे और न हो सकते हैं। ऐसा कर हिंदुत्व के लिए खतरा पैदा न करें।”
किसान सभा हरियाणा ने विश्वविद्यालय परिसर में एक तथाकथित धार्मिक आयोजन पर कड़ा रूख अपनाते हुए प्रतिक्रिया दी है। किसान सभा ने कहा है की एक अज्ञात ‘ भगवान ‘ को अनुसंधान निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निमंत्रण दे कर परिसर में बुलाया जाना विश्वविद्यालय के धर्मनिरपेक्षता के दर्जे को ठेस पहुंचना है।
उन्होंने कहा है कि किसान संगठन और अन्य हितधारक द्वारा इस प्रतिष्ठित संस्थान को भाजपा /आरएसएस की राजनीति के गढ़ में बदलने की अनुमति नहीं देंगे।
अपनी प्रतिक्रिया में किसान सभा ने कुलपति पर सीधे सवाल उठाये है कि कुलपति तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिए कि लोगों की खजाने की कीमत पर इस प्रकार के छद्म धार्मिक तमाशे के पीछे कौन था किसके निजी स्वार्थों ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाई।
भारतीय संविधान राज्यों के नीति निदेशक सिद्धांतों के तहत एक उपयुक्त सरकार को यह आदेश देता है की राज्य अपने नागरिकों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में जो रहा है वह इस सिद्धांत का उल्लंघन है। अखिल भारतीय किसान सभा उस सांठ-गांठ का पर्दाफाश करेगी जो विश्वविद्यालय को बर्बाद कर हैं और अन्य सभी किसान संगठनों से मिल कर इस मुद्दे को आमसभा की बैठक में उठाएगी।
(जगदीप सिंह सिंधु वरिष्ठ पत्रकार हैं और हरियाणा में रहते हैं)
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