पटना। भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि बिहार में हो रहे उपचुनाव में सभी 4 सीटों पर इंडिया गठबंधन की जीत होगी। 9-10 नवंबर को वे तरारी में, जहां से इंडिया गठबंधन के तहत भाकपा-माले के राजू यादव प्रत्याशी हैं, चुनाव प्रचार करेंगे।
11 नवंबर को नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव और वीआईपी प्रमुख श्री मुकेश सहनी के साथ वे तरारी सहित अन्य विधानसभा सीटों पर संयुक्त रूप से चुनाव प्रचार में शामिल रहेंगे।
का. दीपंकर ने कहा कि झारखंड में भाजपा पलायन, रोजगार, औद्योगिक विकास जैसे बुनियादी सवालों पर चर्चा करने की बजाए अपने नफरती बयानबाजी के जरिए अविश्वास का माहौल बनाना चाहती है। बांग्लादेश से हो रहे तथाकथित घुसपैठ को मुद्दा बनाकर वह बांग्लाभाषियों और मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैला रही है।
दरअसल, झारखंड को वह अडानी-अंबानी के कॉरपोरेट लूट का क्षेत्र बना देना चाहती है। इसलिए बांग्लादेशी घुसपैठ का हौव्वा खड़ा किया जा रहा है। लेकिन हमें झारखंड की जनता से उम्मीद है कि वे झांसे में नहीं आएंगे और स्थानीयता, विकास व रोजगार के सवाल पर इंडिया गठबंधन की जीत सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड की 81 में 78 सीटों पर हमारे बीच पूर्ण तालमेल है। पूर्ण तालमेल के तहत माले तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन राज धनवार में यह एकता नहीं हो सकी है, जबकि 2014 में इस सीट पर माले ने जीत हासिल की थी और 2019 में कुछ मतों के अंतर से तीसरे स्थान पर रही थी।
राजधनवार की सीट पर जेएएमएम द्वारा उम्मीदवार को खड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है, फिर भी राज्य में इंडिया गठबंधन एकताबद्ध होकर चुनाव के मैदान में है।
पश्चिम बंगाल में पहली बार भाकपा-माले को सीपीएम और अन्य वाम दलों का समर्थन मिला है। पश्चिम बंगाल में 6 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में नेहारी सीट पर भाकपा-माले प्रत्याशी को वामपंथी दलों का समर्थन है। हम उम्मीद करते हैं कि इससे पश्चिम बंगाल में वामपंथी एकता को एक नई ताकत मिलेगी।
अमेरिका में ट्रम्प की जीत वहां के आर्थिक संकट का परिणाम है। उनकी जीत से गाजा सहित पूरी दुनिया में शांति व न्याय की उम्मीद रखने वाली ताकतों को धक्का लगा है।
गाजा के सवाल पर जो बाइडन की नीति ने भी निराशा ही पैदा किया था। ट्रम्प का मुख्य प्रचार फोकस संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध आप्रवासन को लेकर रहा है। तकरीबन एक करोड़ लोगों को अवैध बताकर देश से बाहर कर देने का उनका लक्ष्य है।
भारत में मोदी सरकार भी यही काम कर रही है। इससे अमेरिका में जो माहौल बनेगा वह अश्वेतों और भारतीयों के भी खिलाफ भी जाएगा। इससे नस्लवाद और हिंसा को बढ़ावा मिलेगा। यह बेहद दुखद होगा।
कनाडा के मसले पर उन्होंने वहां रहे रहे भारत मूल के हर धर्म जाति समुदाय के लोगों से मिलजुलकर रहने की अपील की। कहा कि आज जो हम भारत के अंदर देख रहे हैं, अब वह देश के बाहर भी देखा जा रहा है। यह अफसोस जनक है।
(भाकपा(माले) की ओर से जारी।)
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