जस्टिस मुरलीधर का पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में ऐतिहासिक स्वागत

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पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने किसी जज का ऐसा भव्य तथा अनूठा स्वागत पहली बार देखा, जैसा जस्टिस एस मुरलीधर का किया गया। भारी बारिश के बीच उनके शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत के लिए वकीलों की जैसे बाढ़ आ गई हो। हाईकोर्ट ऑडिटोरियम खचाखच भरा था और पंजाब और हरियाणा से भी बड़ी तादाद में वकील वहां पहुंचे।

हाईकोर्ट की सड़कों पर वकीलों की लंबी कतार उनके स्वागत के लिए लगी हुई थी। हाईकोर्ट ऑडिटोरियम में जहां कई वकीलों ने गुलदस्तों और गुलाब के फूल से उनका स्वागत किया, वहीं बाहर कई लोगों ने होर्डिंग लगाए थे, जिन पर बड़े-बड़े शब्दों में लिखा था, ‘दिल्ली का नुकसान, पंजाब का फायदा!’

दिल्ली हाईकोर्ट से आधी रात को स्थानांतरित किए गए जस्टिस एस मुरलीधर को वरिष्ठता क्रम में दूसरे नंबर पर नियुक्त कराया गया है। दिल्ली से उनका स्थानांतरण विश्व स्तर पर चर्चा का विषय रहा। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वह टैक्स और सिविल मामले देखेंगे। हालांकि उन्हें दिए गए टैक्स रोस्टर पर बहस खड़ी हो गई है।

कुछ संविधान विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने इस पर सवालिया निशान लगाए हैं। सवालिया निशान लगाने वाले तमाम अनुभवी माहिरों का मानना है कि जस्टिस मुरलीधर को उनके तजुर्बे के आधार पर कोई बहुत अहम केसों वाला रोस्टर भी दिया जा सकता था।

कुछ पूर्व न्यायधीश भी ठीक ऐसी राय रखते हैं। इसलिए भी कि जस्टिस मुरलीधर को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वरिष्ठता क्रम में दूसरे नंबर पर नियुक्त कराया गया है।

गौरतलब है कि जस्टिस मुरलीधर ने जब हाईकोर्ट ऑडिटोरियम में ‘भारत के संविधान के प्रति विश्वास और वफादारी’ की शपथ ली तो बड़ी तादाद में सेवामुक्त जज और पंजाब-हरियाणा के आला अधिकारी भी मौजूद थे।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और जालंधर में रहते हैं।)

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