Saturday, April 20, 2024

गधे के गोबर से मसाला बनाने की फैक्ट्री चला रहा था हिंदू युवा वाहिनी का नेता

हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और उनके संगठन में मंडल सह–प्रभारी अनूप वार्ष्णेय गधे के गोबर का मसाला बनाकर खिला रहा है। मामला हाथरस जिले का है। जहां हाथरस कोतवाली सदर इलाके के नवीपुर में चल रही मिलावटी मसाला बनाने की फैक्ट्री पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एफडीए की टीम के साथ छापेमारी करके गधे की लीद, भूसा, एसिड और 300 किलो मसाले बरामद किए हैं।

गधे के गोबर से मसाला बनाने की फैक्ट्री हिंदू युवा वाहिनी के सह मंडल प्रभारी अनूप वार्ष्णेय की है। अनूप वार्ष्णेय के पास न तो फैक्ट्री चलाने का और न ही मसाला बनाने का लाइसेंस था। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गोबर से मसाला बनाने वाली फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। साथ ही फैक्ट्री संचालक अनूप वार्ष्णेय को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने मीडिया को बताया कि अनूप वार्ष्णेय को CRPC के 151 सेक्शन के तहत गिरफ्तार किया गया है, जो मिलावटी मसाले मिले हैं, उनमें धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, गरम मसाला है। टीम ने सारे मसाले जब्त करके फैक्ट्री को सील कर दिया है। 27 सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने मीडिया को बताया, “स्थानीय ब्रांडों के नाम पर 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसाले जब्त किए गए हैं। साथ ही नकली मसालों को तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली कई सामग्री बरामद की गई है, जिनमें गधे का गोबर, भूसा, अखाद्य रंग और एसिड से भरे ड्रम शामिल हैं। दबिश के दौरान भारी मात्रा में नकली मसाले जैसे कि धनिया, हल्दी, लाल मिर्च, गरम मसाला इत्यादि भंडारित किए हुए पाए गए।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने आगे बताया, “काफी समय से शिकायत प्राप्त हो रही थी कि नवीपुर में अवैध रूप से और मिलावटी मसाले की फैक्ट्री चल रही है,  15 दिसंबर को लगभग 10:30-11 बजे के आस-पास फूड इंस्पेक्टर के साथ दबिश दी गई। दबिश में शिकायत सत्य पाई गई। मौके पर फैक्ट्री मालिक अनूप वार्ष्णेय वहां पर उपस्थित पाए गए।

करीब 1000 से ऊपर खाली पाउच मिले, जो पैकिंग के लिए इस्तेमाल किए जाते थे अलग-अलग कंपनियों के। जब उनसे फैक्ट्री के लाइसेंस या मसाला बनाने के लिए लाइसेंस मांगा गया तो वो कोई लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर पाए। उनका रजिस्ट्रेशन चौबे वाली गली का था, लेकिन फैक्ट्री नवीपुर में चला रहे थे। वहां जो सामान रखा हुआ था, उसको खोल कर देखा गया। उसमें भारी मात्रा में नकली मसाले बनाने की कच्ची सामग्री मिली, जिसमें भूसा, गोबर या फिर अलग-अलग तरीके के तेल और रंग शामिल हैं।”

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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