"आज भी वे चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। वे मंच से (रैलियों में) हंस रहे हैं। लोग रो रहे हैं, मदद के लिए चिल्ला रहे हैं, ऑक्सीजन, बेड, दवाइयाँ मांग रहे हैं, और आप विशाल रैलियों में जा रहे...
भारत विविध है। विविधता भारत की आत्मा है। भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विविधता से बनता है भारत। इस विविधता को चकनाचूर करने वाला स्वयं ध्वस्त हो जाता है। भारत मूलतः एकाधिकारवाद के विरुद्ध खड़ा एक कालजयी कालखंड है।...
भारत को विश्व गुरु बनाने के नाम पर भोली जनता को ठगने वालों ने उस जनता के साथ बहुत बेरहमी की है। विश्व गुरु भारत आज मणिकर्णिका घाट में बदल गया है, जिसकी पहचान बिना ऑक्सीजन से मरे लाशों...
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