मजाज़ः आंसू पोंछकर आंचल को परचम बनाने की बात करने वाला शायर
असरार उल हक ‘मजाज़’ उर्दू साहित्य के उन महत्वपूर्ण शायरों में से एक हैं, जिनकी नज़्मों में इश्क़ो-मुहब्बत तो था ही साथ ही उनमें बगावती [more…]
असरार उल हक ‘मजाज़’ उर्दू साहित्य के उन महत्वपूर्ण शायरों में से एक हैं, जिनकी नज़्मों में इश्क़ो-मुहब्बत तो था ही साथ ही उनमें बगावती [more…]