स्मृति शेषः यहीं कहीं हैं, कहीं गए नहीं हैं अरुण
स्वर काफी धीमा था पर आवाज अरुण की ही थी, वो अस्पताल से लौटे थे पहली बार, कमल भाई, समय लगेगा मगर मैं ठीक हो [more…]
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दिल्ली के बहादुर शाह जफ़र मार्ग पर जो एक्सप्रेस बिल्डिंग है, वह रामनाथ गोयनका की बनवाई हुई है। देश की राजनीति पर इस बिल्डिंग का [more…]
हिंदी पत्रकारिता में हरिवंश उत्तर से चले थे। अब दक्खिन पहुंच गए हैं। पर इस यात्रा में उन्होंने जो पुण्य कमाया था वह गवां तो [more…]