Friday, June 9, 2023

मॉब लिंचिंग

2020 के कई कानूनों से समुदायों में बढ़ा भेदभाव, देश का सामाजिक तानाबाना भी हुआ कमज़ोर

पिछले अनेक दशकों से भारत में सांप्रदायिक दंगे, सांप्रदायिक तनाव और हिंसा का सबसे आम प्रकटीकरण रहे हैं। देश में अनेक भयावह सांप्रदायिक दंगे हुए हैं, जिनमें नेल्ली (1983), दिल्ली सिक्ख-विरोधी हिंसा (1984), भागलपुर (1989), बंबई (1992), गुजरात (2002),...

कैब ड्राइवर मॉब लिंचिंग: सारे सुबूतों के बावजूद नहीं पकड़े जा रहे हैं हत्यारे

दिल्ली के कैब ड्राइवर आफ़ताब आलम की हत्या के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी उनके हत्यारे नहीं पकड़े गए हैं। बावजूद इसके कि लुहारली टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी फुटेज में उनकी तस्वीरें कैद हैं। टोल नाके...

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अन्याय के एक हजार दिन, असहमति और आंदोलन से न्याय की उम्मीद!

नई दिल्ली। अन्याय के हजार दिन बीत गए। लेकिन ये न्याय के संघर्ष के भी हजार दिन हैं। लोगों...