Sunday, June 4, 2023

हस्ताक्षर

विश्वगुरु भारत बनेगा विश्वचौधरी अमेरिका का मोहरा!

‘जिस बात का खतरा है, सोचो की वो कल होगी’– दुष्यंत की ग़ज़ल का मिसरा है। जितनी तेजी से समाज बदल रहा है, दुष्यंत आज जीवित होते तो लिखते– ‘जिस बात का खतरा है, वो तो बस हुई लो...

Latest News