Friday, April 19, 2024

होम्योपैथी दवा पीने से 9 लोगों की मौत, 5 की हालत गंभीर

ड्रोसेरा-30 नामक होम्योपैथी दवा पीने से 9 लोगों की मौत हो गयी है, जबकि 5 लोगों की हालत बेहद गंभीर है। 5 लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की कोरमी गांव की है। 

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर होम्योपैथी दवाओं को कोरोना के कारगर इलाज के तौर पर दुष्प्रचारित किया जाता रहा है। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है कि मृतकों ने कोरोना से बचाव या इलाज के तौर पर होम्योपैथी दवा ड्रोसेरा-30 का सेवन किया था या फिर शराब के विकल्प के तौर पर। गौरतलब है कि ड्रोसेरा-30 दवा में 91 प्रतिशत एल्कोहल होता है। 

बिलासपुर पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने शराब के बदले यह दवा पी थी जिसमें 91 फीसदी एल्कोहल होता है। पुलिस ने एक होम्योपैथिक डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। 

सिटी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (सीएसपी) निमेष बाराइया ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि घटना बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है। यहां कोरमी गांव में मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को ये मौतें हुई हैं। 9 मृतकों में से 4 की मौत मंगलवार देर रात गांव में हुई, जबकि 5 की मौत बिलासपुर के अस्पताल में हुई। 

सीएसपी निमेष बाराइया ने आगे कहा कि पीड़ितों ने मंगलवार रात ड्रोसेरा-30 (Drosera-30) होम्योपैथिक सीरप पानी में मिलाकर पी थी। 

वहीं बिलासपुर के एसपी प्रशांत अग्रवाल ने मीडिया को दिये अपने बयान में कहा है कि ”मंगलवार रात जब गांव में चार लोगों की मौत हुई तो लोगों को संदेश हुआ कि उनकी मौत कोरोना की वजह से हुई है, इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस को मौतों के बारे में सूचना मिली तो मौके पर पहुंची। वहां पता चला कि और भी लोग बीमार हैं।” 

एसपी प्रशांत अग्रवाल ने मीडिया को बयान देते हुये आगे कहा कि, ”जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सीरप का सेवन गांव के अन्य 9 लोगों ने किया है। उन्हें भी तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इनमें से अब तक 4 की मौत हो चुकी है। पुलिस ने एक होम्योपैथिक डॉक्टर को भी गांव के पास ही हिरासत में लिया है। 

एसपी ने कहा, ”हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और इस आधार पर केस दर्ज किया जाएगा।” एसपी ने दावा किया कि शराब के बदले इन लोगों ने इस सीरप का अधिक मात्रा में सेवन किया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में अन्य लोगों की भी जांच कर रही है।”

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