आज सुबह 8 बजे से 40 किसान संगठन के नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं। भारतीय किसान यूनियन (पंजाब) के महासचिव हरिंदर सिंह लाखोवाल ने बताया है, “25 किसान संगठन के नेता सिंघू बॉर्डर पर, 10 किसान संगठनों के नेता टिकरी बॉर्डर पर और पांच किसान संगठनों के नेता गाजीपुर बॉर्डर पर अनशन पर बैठे हैं।”
उनके साथ देश के लाखों किसान और उनके परिजन भी अनशन पर हैं।
वहीं किसानों के बीच दरार डालने के अपने मंसूबे में केंद्र सरकार आंशिक रूप से कामयाब होती दिखी है। भारतीय किसान यूनियन (भानू गुट) के तीन नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है, क्योंकि वो यूनियन नेतृत्व भानू प्रताप सिंह से नाराज़ थे, क्योंकि उन्होंने समझौता कर लिया है। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैट ने किसान संगठनों के बीच किसी भी दरार से इंकार किया है।
बता दें कि दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-14 ए स्थित चिल्ला बॉर्डर पर 1 दिसंबर से धरना प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों द्वारा नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता खोले जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय महासचिव महेंद्र सिंह चौरोली, राष्ट्रीय प्रवक्ता सतीश चौधरी समेत एक महिला किसान नेता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह के निर्णय से आहत होकर तीनों नेताओं ने इस्तीफा दिया है। लगभग सभी विपक्षी दल किसान आंदोलन के समर्थन में हैं।
आज किसानों द्वारा भूख हड़ताल के आह्वान में आम आदमी पार्टी अपने सभी कार्यकर्ताओं समेत शामिल हुई है। आईटीओ स्थित पार्टी मुख्यालय पर आप के मंत्री, विधायक पार्षद समेत आम कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे हैं।