बेंगलुरु भाजपा विधायक का सहयोगी बेड घोटाला में गिरफ्तार

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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पुलिस ने भाजपा विधायक के सहयोगी को बेडों की कालाबाज़ारी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये व्यक्ति का नाम बाबू है। जानकारी के मुताबिक बाबू नाम का शख्स भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या, विधायक सतीश रेड्डी और उदय शंकर के साथ उस वक्त भी मौजूद था जब उन्होंने 16 मुस्लिम कर्मचारियों पर बिस्तर घोटाले के आरोप लगाए थे।

‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक रोहित अपने वॉट्एप नेटवर्क के माध्यम से मरीजों से संपर्क करता था और बेड दिलाने का वादा करता था। इसके बाद बाबू अस्पताल और बेड की डीटेल देता था। पुलिस ने बताया कि इसके बाद बेड डीलिंग की बात होती थी और बड़ी रकम हथिया ली जाती थी। लोगों की आर्थिक स्थिति के मुताबिक उनसे पैसे ऐंठे जाते थे।”

बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक बाबू को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। वह अस्पताल के बेड अपने कब्जे में ले लेता था और बाद में ऊंची कीमत लेकर लोगों को देता था। वह एक सोशल ऐक्टिविस्ट और अन्य शख्स के साथ मिलाकर यह रैकेट चला रहा था। बता दें कि एक आरोपी रोहित को कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है।

इससे पहले 8 मई को बेंगलुरु पुलिस ने BBMP साउथ जोन वॉर रूम से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इस घोटाले की जांच में पुलिस ने आठ जोनल वॉर रूम और 16 अलग-अलग अस्पतालों में छापामारी की थी। पुलिस की जांच में पता चला था कि इस पूरे घोटाले में एक बिचौलिए का भी बड़ा हाथ है जो एक बीजेपी विधायक के पीए से जुड़ा हुआ है। जांच में पता चला था कि बिचौलिए का कथित तौर पर वॉर रूम में सीधे आना जाना था और इस बिचौलिए की अस्‍पतालों में बेड ब्‍लॉक करने में अहम भूमिका थी।

जबकि 10 मई को बेंगलुरु पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा ने बेड घोटाले मामले के संबंध में दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया था। बेंगलरु पुलिस ने तीन अस्पतालों में बेड की बुकिंग के बारे में पूछताछ की। इसके अलावा, उन्होंने उन दो अस्पतालों में भी बेड के बारे में पूछताछ की जिसमें छुट्टी देने के बाद भी मरीज के नाम पर बेड को ब्लॉक दिखाया गया था। इसके बाद ही पुलिस ने एक अस्पताल के दो अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था  जिनका नाम सुधीर और वेंकोबा राव है। हालांकि, मामले से संबंधित जांच अभी भी जारी है। अब तक, पुलिस ने उन अस्पतालों के नाम का खुलासा नहीं किया है जो बेंगलुरु बेड स्कैम में शामिल हैं। इससे पहले रविवार को बेंगलुरु शहर के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने शहर में कोरोना मरीजों को बेड के आवंटन में ‘अनियमितताओं’ की पुष्टि की थी।

जबकि 12 मई को बेंगलुरु बेड स्कैम मामले में सप्तगिरि अस्पताल में मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत एक अन्य आरोपी एंथोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने मरीजों को बेड दिलाने के लिए पैसे लिए थे। इस मामले में अब तक 10 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जिनमें से 2 कोरोना संक्रमित हो गए हैं। ज्वाइंट कमीश्नर ऑफ पुलिस ने ये जानकारी मीडिया दी थी। 

गौरतलब है कि भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद तेजस्वी सूर्या ने 4 मई मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया था कि शहर के अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों के इलाज के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। इस घोटाले में शामिल कई अधिकारियों ने पैसा कमाने के लिए शहर के अस्पतालों में फर्जी कोरोना मरीजों नामों से 4065 बेड बुक कराये और बदले में इन अस्पतालों और कोरोना रोगियों से घूस ली गयी। बीजेपी सांसद ने कहा था कि बेड अलॉटमेंट के नाम पर बड़ा रैकेट चलाया गया। 

इससे पहले तेजस्वी सूर्या सहित कई भाजपा नेताओं ने कोविड वॉर रूम में मुस्लिम समुदाय के लोगों की तैनाती को लेकर सवाल उठाते हुए बेड अवरूद्ध करने से जुड़े कथित घोटाले के पीछ इनका हाथ होने का आरोप लगाया था। तेजस्वी सूर्या ने सांप्रदायिक रंग देते हुये मुस्लिम समुदाय के 16 लोगों का नाम लिया था और पूछा था कि वे शहर में कोविड वार रूम को क्यों नियंत्रित कर रहे हैं। 

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